
october-prediction-2023
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अपने विवाह और विवाह होने के बाद का जीवन कैसा गुजरेगा इसको लेकर हर किसी में उत्सुकता रहती है। समुद्रशास्त्र के मुताबिक, हमारी हथेली की रेखाओं के माध्यम से विवाह और दांपत्य जीवन से संबंधित काफी खास बातें जान सकते हैं।
कनिष्ठिका (सबसे छोटी उंगली) उंगली के नीचे, ह्रदय रेखा के ऊपर तथा बुध पर्वत पर हथेली के बाहरी ओर से आनेवाली रेखा विवाह रेखा कहलाती है यानी इस रेखा का संबंध आपकी शादीशुदा या प्रेम संबंधों से हो सकता है। तो आइए जानते हैं कि हाथ की विवाह रेखा के माध्यम से हम अपने शादीशुदा जीवन के बारे में क्या क्या जान सकते हैं।
हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति के हाथ में विवाह रेखा को कोई अन्य रेखा काट रही है तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपकी शादी देर से हो सकती है। साथ ही विवाह में अनेक प्रकार की बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। यदि बुध पर्वत से आने वाली कोई रेखा विवाह रेखा को काट दे तो व्यक्ति का दाम्पत्य जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
यदि किसी पुरुष के बाएं हाथ में दो विवाह रेखा है और दाएं हाथ में एक विवाह रेखा है तो समुद्रशास्त्र कहता है कि ऐसे लोगों की पत्नी सर्वगुण सम्पन्न होती है तथा इन लोगों की पत्नी पति का बहुत अधिक ध्यान रखती है और अधिक प्रेम करने वाली होती है। दोनों हाथों में विवाह रेखा एक जैसा हो तो ऐसे लोगों का वैवाहिक जीवन भी सुखी व्यतीत होता है। ऐसे लोगों का अपने जीवनसाथी से सामंजस्य बना रहता है।
यदि किसी व्यक्ति के दाएं हाथ में दो विवाह रेखा है और बाएं हाथ में एक विवाह रेखा है तो हस्तरेखा विज्ञान के हिसाब से ऐसे लोगों की पत्नी अपने पति का अधिक ध्यान रखने वाली नहीं होती है। इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति के हाथ में विवाह रेखा के आखिर में त्रिशूल के समान चिह्न दिखाई दे तो ऐसे लोग अपने जीवन साथी से बहुत अधिक प्रेम करते हैं।
यदि किसी व्यक्ति के हाथ में विवाह रेखा ह्रदय रेखा से बहुत कम दूरी पर हो तो यह व्यक्ति के 20 साल से पहले ही शादी होने का संकेत देती है और यदि विवाह रेखा छोटी उंगली तथा ह्रदय रेखा के मध्य में हो तो 22 वर्ष अथवा इसके बाद प्रणय सम्बन्ध होने की ओर इशारा करती है।
कनिष्ठिका उंगली के नीचे वाले भाग को बुध पर्वत कहा जाता है। विवाह रेखा एक या एक से अधिक भी हो सकती है। यदि किसी महिला के हाथ में विवाह रेखा की शुरुआत में कोई द्वीप का निशान हो तो उस व्यक्ति कि शादी किसी धोखे से होने की आशंका रहती है। साथ ही, यह द्वीप इस बात की ओर भी इशारा करता है कि आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है।
यदि किसी व्यक्ति के हाथ में विवाह रेखा हृदय रेखा को काटते हुए नीचे की ओर चली जाए तो ज्योतिषविद्या के मुताबिक यह अच्छा संकेत नहीं होता है। ऐसी रेखा आपके जीवन साथी के लिए खतरे की घंटी हो सकती है। साथ ही यह भी हो सकता है कि व्यक्ति अपने विवाह को लेकर हमेशा दुखी या परेशान रह सकता है।
यदि किसी जातक की हथेली में विवाह रेखा सूर्य पर्वत की ओर जा रही है या वहां तक पहुंच चुकी है तो यह उस बात का संकेत करता है कि उसका जीवन साथी अवश्य ही समृद्ध और सम्पन्न परिवार से होगा। यदि आपकी हथेली में एक से अधिक विवाह रेखाएं है तो व आपके सुखद प्रणय संबंध की ओर इशारा करती हैं।
हाथ की रेखाओं के माध्यम से व्यक्ति के जीवन का खाका तैयार किया जा सकता है। हस्त रेखा विज्ञान में इस बात का विस्तृत रूप से उल्लेख मिलता है कि हथेली पर मौजूद आड़ी तिरछी रेखाएं इंसान के व्यक्तित्व से जुड़े कई राज खोलती हैं। इन रेखाओं से व्यक्ति की आयु, स्वभाव और भविष्य के बारे में जान सकते हैं। इसी तरह एक रेखा होती है, जो व्यक्ति के विवाह जीवन के बारे में बताती है। इस रेखा को प्रेम रेखा या विवाह रेखा कहते हैं। तो चलिए जानते हैं प्रेम रेखा की पहचान किस तरह से की जाती है….
विवाह हर मनुष्य के जीवन का सबसे अहम हिस्सा है। लड़का हो या लड़की हर एक के मन में यह सवाल जरूर उठता है कि उसका प्रेम विवाह होगा या फिर उसके माता-पिता उसका विवाह तय करेंगे। हस्तरेखा विज्ञान में भी इसके बारे में विस्तार से बताया गया है। हाथ में कुछ ऐसी रेखाओं और ऐसे चिह्नों के बारे में बताया गया है कि जो यह बताते हैं कि व्यक्ति का प्रेम विवाह होने की संभावना अधिक है। आइए कौन-कौन सी हैं ये रेखाएं और निशान जो प्रेम विवाह की प्रबलता के बारे में बताते हैं…
हथेली पर उंगलियों की तरफ सबसे आखिर में हृदय रेखा V का निशान बनाए तो यह सुखी और सफल लव मैरिज का संकेत है। V के निशान को हिंदू हस्तरेखा में भगवान विष्णु का भी प्रतीह चिह्न माना जाता है। यह दर्शाता है कि जातक प्रेम और रिलेशनशिप के मामलों में सफलता प्राप्त करेगा। ऐसे लोग हमेशा उस व्यक्ति के साथ विवाह करते हैं जिनसे इन्हें उम्र भर प्यार और Suport की उम्मीद होती है। यदि भाग्य रेखा और हृदय रेखा आपस में मिलकर V का निशान बनाएं तो यह भी सुखी वैवाहिक जीवन को दर्शाता है।
यदि व्यक्ति के हाथ में गुरु पर्वत पर क्रॉस का निशान हो तो यह सफल प्रेम विवाह का स्पष्ट संकेत माना जाता है। ऐसे जातकों को जीवनसाथी ऐसा मिलता है कि जो उन्हें भली प्रकार से समझ सके और उनका विशेष ध्यान रख सके।
यदि चंद्र पर्वत से कोई विशेष रेखा निकलकर भाग्य रेखा से आकर मिल जाए तो इसे भी लव मैरिज का ही विशेष संकेत माना जाता है। चूंकि यह रेखा चंद्र पर्वत की ओर से आ रही है इसलिए यह जातक के जीवन में भरपूर रोमांस को भी दर्शाती है।
यदि इस प्रकार के संयोग के साथ गुरु पर्वत पर क्रॉस का भी निशान हो तो इसे सोने पर सुहागा माना जाएगा। हालांकि चंद्र पर्वत से निकलने वाली यह रेखा भाग्य रेखा को काटनी नहीं चाहिए। अगर ऐसा होता है तो यह लव मैरिज के लिए खराब संकेत माना जाता है।
कई बार ऐसा देखने में आता है कि हृदय रेखा से कुछ छोटी-छोटी रेखाएं निकलकर सूर्य रेखा से जाकर मिल जाती हैं। यह संयोग व्यक्ति के जीवन में प्रेम विवाह की मौजूदगी को दर्शाता है। ऐसे लोगों के जीवन में पार्टनर का सपॉर्ट और नाम उन्हें भी प्रसिद्धि दिलवाता है।
यदि शुक्र पर्वत से कोई रेखा निकलकर भाग्य रेखा के साथ मिले तो यह सुखी और सफल लव मैरिज की ओर इशारा करता है। ऐसे लोगों के जीवन में प्यार की विशेष अहमियत होती है।
This Is Not Just About Matching The Horoscopes.
It Is About Getting A Deep Insight Into The Inner Self Of Both Partners. It Is About Getting A Deep Insight Into The Inner Self Of Both Partners.
Astro Arun Pandit is the best astrologer in India in the field of Astrology, Numerology & Palmistry. He has been helping people solve their life problems related to government jobs, health, marriage, love, career, and business for 48+ years.
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