कर्क अर्ध वार्षिक राशिफल 2025

कर्क लग्न फल जुलाई 2025 से दिसंबर 2025 तक अर्ध वार्षिक

करियर

कर्क लग्न वालों के लिए गुरु की छठे घर पर दृष्टि और केतु की दशम भाव पर दृष्टि बहुत ही उत्तम और अनुकूल फल देने वाली है। कार्यक्षेत्र में आर्थिक उन्नति होगी, नया काम-धंधे की प्राप्ति होगी, सरकारी नौकरी में प्रमोशन होना, नई नौकरी का मिलना आदि उत्तम संकेत हैं।
जो लोग प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं उनके लिए यह समय सफलता दायक होने वाला है। नौकरी से संबंधित कोई विवाद था तो वह समाधान होने वाला है। जो लोग प्राइवेट सेक्टर में हैं और नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उनके लिए यह समय बहुत शुभ फलदायक है।
कुल मिलाकर गुरु और केतु का प्रभाव करियर और आर्थिक उन्नति के लिए बढ़िया है लेकिन वक्री शनि के कारण सफलता प्राप्ति में कुछ देरी भी संभव है और लापरवाही भी हो सकती है।
व्यापारी वर्ग के लिए यह समय नए निवेश के लिए अनुकूल रहेगा। यदि आप व्यापार में कोई नया प्रोजेक्ट शुरू करना चाहते हैं या किसी नए क्षेत्र में विस्तार करना चाहते हैं, तो यह समय लाभकारी साबित हो सकता है। पुराने अटके हुए काम पूरे होंगे और फंसी हुई पेमेंट मिलने की संभावना भी है।
इस समय नेटवर्क बढ़ाने और व्यवसाय में नई साझेदारी करने के अवसर प्राप्त होंगे। ध्यान रखें कि निवेश सोच-समझकर करें और किसी भी बड़े निर्णय में जल्दबाजी न करें। शनि की वक्र दृष्टि के कारण कानूनी मामलों में सावधानी बरतें और दस्तावेजों की जांच अवश्य करें।
कुल मिलाकर यह समय आर्थिक स्थिरता और व्यावसायिक विस्तार का रहेगा, बशर्ते आप संयम और धैर्य बनाए रखें।

आर्थिक

गुरु और केतु की छठे भाव पर दृष्टि होने से आर्थिक दृष्टिकोण से यह समय बहुत अनुकूल होने वाला है। जो लोग कर्ज लेना चाहते हैं, उनके लिए कर्ज आसानी से मिल जाएगा। जो लोग पहले से कर्जदार हैं, उनका कर्ज चुक जाने का योग है। जो लोग अतिरिक्त आय करते हैं, अर्थात कमीशन, दलाली, ऊपरी इनकम आदि से जुड़े हैं, उनके लिए बहुत अच्छा संयोग है।

वक्री शनि के कारण आप किसी को उधार देने से बचें।

जो लोग व्यापार और व्यवसाय करते हैं, उनके लिए नया निवेश, नया ऑर्डर प्राप्त करने और अपनी मशीनरी या उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए यह अनुकूल समय है। लागत से कहीं अधिक मुनाफा होने का संकेत है।

परिवार

चौथे भाव पर गुरु की दृष्टि होने से और राहु की भी दृष्टि होने से परिवार में खुशी का माहौल रहेगा। एक साथ परिवार का घूमने जाना, पिकनिक पर जाना, वाहन खरीदना और नया मकान बनवाने व अच्छे स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेने का योग है।

घर में कोई मांगलिक कार्य और शुभ आयोजन हो सकता है। परिवार के सदस्यों के साथ दूसरे प्रदेश या विदेश की यात्रा भी संभव है, लेकिन वक्री गुरु के कारण खर्च की अधिकता और कुछ वैचारिक मतभेद से बचना होगा।

लव और मैरिज

कर्क लग्न वालों के लिए गुरु का अष्टम भाव में होना और राहु की पंचम भाव पर दृष्टि, अनैतिक और अन्य प्रेम संबंधों को बढ़ावा दे सकती है। जातक अपनी प्रेमिका, प्रेमी या जीवनसाथी को धोखा दे सकता है। उम्र में कोई बड़ा या पहले से शादीशुदा व्यक्ति अंतरंग संबंधों में आ सकता है। किसी अन्य प्रदेश, विदेश या यात्रा के दौरान नया प्रेम संबंध भी स्थापित हो सकता है।

लेकिन वक्री गुरु और वक्री शनि के कारण आपके रिश्तों में दरारें भी पड़ सकती हैं, इसलिए अन्य संबंधों में आने से पहले सावधानी बरतें।

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शिक्षा

गुरु और राहु का अष्टम भाव से संबंध विद्यार्थियों के लिए यह समय अनुकूल रहने वाला है। जो लोग गहन अध्ययन, शोध, दर्शनशास्त्र, भाषा विज्ञान, ज्योतिष, अध्यात्म आदि क्षेत्रों से जुड़े हैं, या जो सलाहकारी से संबंधित पेशों में जाना चाहते हैं, उनके लिए यह समय उत्तम रहेगा।

लेकिन तीसरे घर पर वक्री शनि के प्रभाव से आलस्य से बचें, मेहनत से पीछे न हटें और मित्रों को अनावश्यक समय देने से बचें। मित्रों या शुभचिंतकों के कारण आपकी पढ़ाई में बाधा आ सकती है और कीमती समय व्यर्थ जा सकता है।

अगस्त के महीने में सूर्य-बुध के योग के कारण लग्न में मानसिक अशांति, तनाव और उलझन बनी रह सकती है।

स्वास्थ्य 

 स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से जुलाई 2025 से दिसंबर 2025 तक कर्क लग्न वालों के लिए उत्तम समय है। लेकिन अगस्त महीने में लग्न में बुध के कारण कफ, कोल्ड, सर्दी-जुकाम, फेफड़े का संक्रमण आदि हो सकता है। जिनको पहले से कमर की पीड़ा, पीठ या कंधे में तकलीफ रही है, उन्हें यह बीमारी उभर सकती है, लेकिन गुरु की दृष्टि से राहत भी मिल सकती है।

माता-पिता में से किसी को पैरों की तकलीफ, कमर में पीड़ा, आंख और दांत की समस्या आ सकती है।

वैसे यह समय किसी बड़ी घातक बीमारी और कष्ट का नहीं है।

 

उपाय 

गाय माता को काला उड़द खिलाएं, शनि देव को पीपल के पेड़ पर सरसों के तेल का दीपक जलाएं, “ॐ नमः शिवाय”मंत्र का एक माला नियमित जाप करें।