राम नवमी 2024- हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को राम नवमी मनाई जाती है। 2024 में, 17 अप्रैल को राम नवमी है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का अवतरण हुआ था। इसलिए राम नवमी का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन पर मां दुर्गा की नौवीं शक्ति, मां सिद्धिदात्री की भी पूजा की जाती है। भगवान श्रीराम का जन्म मध्याह्न काल में हुआ था, इसलिए राम नवमी के दिन दोपहर को उनकी पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन उनकी पूजा करने से सभी दुःख और संकट दूर हो जाते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। आइए, राम नवमी की पूजा-विधि और शुभ मुहूर्त के बारे में जानते हैं।
रामनवमी 2024 शुभ मुहूर्त : 11:03:16 से 13:38:19 तक
अवधि : 2 घंटे 35 मिनट
रामनवमी मध्याह्न समय :12:20:47
राम नवमी भारतीय समाज में एक महत्वपूर्ण पर्व है। यह उत्सव भगवान राम के जन्म के अवसर को मनाता है, जो धर्म और न्याय के प्रतीक माना जाता है। भगवान राम का जन्म अयोध्या में हुआ था और उन्होंने बुराई का समापन किया था और धर्म की रक्षा की थी। राम नवमी के उत्सव में लोग धार्मिक और सामाजिक साथीदारी का महत्व मानते हैं और साथ ही अपने जीवन में नेक कामों का संकल्प करते हैं।
रामनवमी के अवसर पर, भक्तों की श्रीराम के मंदिरों में भारी भीड़ जुटती है जहां पूजा-अर्चना की विधियाँ अदा की जाती हैं। भारत में अनेक प्रमुख राम मंदिर हैं, जैसे कि अयोध्या की श्रीराम जन्मभूमि, जो भगवान राम के जन्म स्थल के रूप में महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, नासिक में श्री कालाराम मंदिर, सोमनाथ, शिकोहाबदा और भीमाशंकर के श्रीराम मंदिर भी प्रसिद्ध हैं। ये स्थल भक्तों के धार्मिक आस्था का केंद्र होते हैं और राम भक्तों को आध्यात्मिक अनुभव की अनूठी शक्ति प्रदान करते हैं। राम मंदिरों में रामायण के कथानक और धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं, जो भक्तों को राम के लीलाओं और उनके महिमा को समझने में मदद करते हैं।
राम नवमी के दिन शाम के समय एक लाल कपड़ा लें और उसमें 11 गोमती चक्र, 11 कौड़ी, 11 लौंग और 11 बताशे बांधकर मां लक्ष्मी और भगवान राम को अर्पित करें। इसके बाद, एक कटोरी में जल लेकर रामरक्षा मंत्र का 108 बार जाप करें। इस प्रकार के उपाय से धन की प्राप्ति हो सकती है।
रोग से मुक्ति प्राप्ति के लिए राम नवमी की शाम को हनुमान जी के मंदिर जाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें। इस प्रकार के पाठ से रोग से मुक्ति मिल सकती है। हनुमान जी की पूजा करने से भक्तों को आरोग्य और स्वास्थ्य की प्राप्ति में मदद मिल सकती है। उनकी कृपा से रोगों का प्रतिरोध बढ़ता है और व्यक्ति स्वस्थ और प्रसन्न रहता है। इसलिए, हनुमान चालीसा का पाठ रोग मुक्ति के लिए एक प्रभावी उपाय हो सकता है।
अपने परिवार में सुख और शांति की स्थिति को बनाए रखने के लिए एक प्रभावी उपाय है कि आप राम दरबार के सामने एक दीपक जलाएं, जिसे घी या तेल से भरा जाए। इस समय, ‘श्री राम जय राम जय जय राम’ का 108 बार जाप करें।यह अद्भुत प्रार्थना और आराधना का तरीका है जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और परिवार के सभी सदस्यों के बीच सौहार्द और सम्बंध मजबूत होते हैं।
एस्ट्रो अरुण पंडित जी की ओर से आप सभी को राम नवमी 2024 की हार्दिक शुभकामनाएं !