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गुरु चांडाल योग कितना खतरनाक ? जानें क्या है इस दोष से बचने के उपाय !

गुरु चांडाल योग ज्योतिष में एक विवादास्पद अवधारणा है। इसे अक्सर अशुभ माना जाता है। हालांकि, ज्योतिष सिर्फ भविष्यवाणी नहीं है, बल्कि ग्रहों की ऊर्जा को समझने का एक उपकरण भी है। गुरु चांडाल योग की ज्योतिषीय स्थिति को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखने पर इसमें निहित कुछ छिपी हुई क्षमताएं उभर कर आती हैं।  आइये सबसे पहले ‘गुरु चांडाल योग’ का मतलब समझते है। यहां “गुरु” का मतलब बृहस्पति ग्रह से है। देव गुरु बृहस्पति ज्ञान एवं बुद्धि के कारक ग्रह है। बृहस्पति को देवताओं का गुरु कहा जाता है। वही “चांडाल”  शब्द का अर्थ है दानव या राक्षस, जबकि “योग” का मतलब होता है, जुड़ना यानि की देवताओं के गुरु बृहस्पति का दानवों के साथ जुड़ना।   

गुरु चांडाल योग का निर्माण 

  • जब कुंडली में गुरु और राहु एक साथ किसी भाव में उपस्थित हो तब चांडाल योग का निर्माण होता है। अपने कई बार सुना होगा कि गुरु और केतु भी मिलकर चांडाल दोष का निर्माण करते  है , लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है। गुरु और केतु मिलकर  “गरुड़ध्वज योग” का निर्माण करते है। इस योग की चर्चा फिर कभी करेंगे। 
  • कुंडली में जब भी चांडाल दोष दृष्टि सम्बन्ध से बनता है तो वो उतना प्रभावी नहीं होता है जितना प्रभावी युति सम्बन्ध होने से होता है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि राहु अपनी 5, 7, 9 दृष्टि बृहस्पति के ऊपर डालता है तो यह दृष्टि सम्बन्ध से बनने वाला गुरु चांडाल योग कहलाता है। 
 

गुरु चांडाल योग या दोष

  • सबसे पहले यह जानने की कोशिश करते है कि गुरु राहु की युति “योग” है या “दुर्योग”, क्योंकि जहां गुरु को पॉजिटिव ग्रह बोला जाता है तो राहु को नेगेटिव ग्रह। 
  • गुरु आपको ज्ञान, बुद्धि, विवेक और संतान की प्राप्ति करवाता है। 
  • ज्योतिष में, बृहस्पति को विस्तार, सकारात्मकता, शिक्षा, भाग्य, आशावाद और न्याय के कारक के रूप में देखा जाता है।
  • एक मजबूत गुरु व्यक्ति को धर्मनिष्ठ जीवन जीने की प्रेरणा प्रदान करता है। 
  • गुरु कुंडली में जहां पर भी बैठेगा उस भाव के फल को कई अधिक गुना बढ़ा देगा और यह काम राहु भी करता है। 
  • राहु आपकी इच्छा है। यह अहंकार, भ्रम, जुनून और असाधारण इच्छाओं का प्रतिनिधित्व करता है। 
  • ज्योतिष में राहु को अक्सर अपरंपरागत और विद्रोही ऊर्जा से जोड़ा जाता है। 
  • राहु को छाया ग्रह बोला जाता है, क्योंकि राहु जिस भी ग्रह के साथ बैठता है उस ग्रह के सारे गुण अपना लेता है। और उसी ग्रह की तरह परिणाम देता है।  
 

राजयोग

पाराशर ज्योतिष के आधार पर जब भी कोई केंद्र या त्रिकोण का स्वामी केंद्र या त्रिकोण में राहु के साथ स्थित हो तो यह एक राजयोग कहलाता है। क्योंकि राहु उस ग्रह के सारे गुण अपना लेता है।  इस योग का फल जानने के लिए सबसे पहले आपको यह देखना पड़ेगा कि 
  1. यह योग कुंडली के किस भाव में बना हुआ है तथा गुरु किन भावों का स्वामी है। गुरु अगर केंद्र या त्रिकोण का स्वामी होकर केंद्र या त्रिकोण में बैठा हो तो गुरु चांडाल दोष आपके लिए एक राजयोग की तरह होगा। जैसे कि…
  •  गुरु आपके पंचम भाव का स्वामी होकर आपकी लग्न में राहु के साथ बैठ जाता है तो, यह युति आपके ज्ञान में वृद्धि करेगी। आपको कई तरह के विषयों का ज्ञान होगा। 
  •  गुरु आपके नवम भाव का स्वामी होकर राहु के साथ अगर लग्न में बैठेगा तो, आपको धार्मिक बना देगा। आपको तरह-तरह के मंत्र याद होंगे।  
वही गुरु अगर 6 ,8 और 12 का स्वामी है तो तो यह योग आपके लिए दुर्योग साबित होगा। क्योंकि अगर इन तीनों ही भाव की अधिकता की जाए तो आपके जीवन में परेशानियां काफी ज्यादा हद्द तक बढ़ जाएँगी।    2 . दूसरी चीज़ जो आपको विशेष तौर पर ध्यान रखनी होगी कि गुरु और राहु की अंशात्मक दुरी कितनी है। दोनों ही ग्रह के बीच में 8 -10 डिग्री का अंतर होना चाहिए। अगर दोनों ही ग्रह का अंतर 10 डिग्री से कम है तो यह युति ज्यादा प्रभाव देगी। वहीं 10 डिग्री से ज्यादा का अंतर है तो आपको इस योग के फल कम देखने को मिलेंगे।  3 .आपको दोनों ग्रहों में से बलि ग्रह को देखना होगा। दोनों ही ग्रहों में से अगर गुरु बलि है तो गुरु चांडाल योग का प्रभाव सकारात्मक रूप में देखने को मिलेगा। वहीं राहु बलि हुआ तो आपको नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे।   4. आपकी कुंडली में चल रही दशा भी योग के प्रभाव को सक्रिय करती है। राहु या गुरु की महादशा या अंतर्दशा के दौरान गुरु चांडाल योग का प्रभाव अधिक प्रबल हो सकता है। 5. यदि गुरु कुंडली में राहु के नक्षत्र में विराजमान हो और राहु के साथ उपस्थित हो तब इस योग का प्रभाव अधिक देखने को मिलेगा।   

गुरु चांडाल योग के सकारात्मक प्रभाव : 

  • नवाचार और रचनात्मकता: 

गुरु ज्ञान और परंपरा का कारक ग्रह है। वहीं राहु विद्रोही स्वभाव और अपरंपरागत सोच का प्रतिनिधित्व करता है। गुरु चांडाल योग में इन दोनों ग्रहों की युति या दृष्टि एक ऐसी ऊर्जा का निर्माण करती है, जो नई चीजों को सीखने और परंपरागत तरीकों को चुनौती देने की प्रेरणा देती है। यह वैज्ञानिकों, कलाकारों, उद्यमियों और खोजकर्ताओं के लिए विशेष रूप से लाभदायक हो सकता है।
  • सामान्य से हटकर समस्या समाधान: 

राहु जहाँ जहाँ जाता है, वहां सवाल खड़ा करता है और परंपरा को चुनौती देता है। गुरु के मार्गदर्शन में, यह ऊर्जा अनूठे समाधान खोजने और रूढ़ीवादिता को तोड़ने में मदद कर सकती है। जटिल समस्याओं का समाधान निकालने के लिए नए तरीके अपनाने की क्षमता गुरु चांडाल योग का एक सकारात्मक पहलू है।
  • आध्यात्मिक जागृति: 

गुरु आध्यात्मिक ज्ञान और मार्गदर्शन का कारक है। वहीं राहु आध्यात्मिक जिज्ञासा जगाता है। यह योग गहन आत्म विश्लेषण और सच्ची समझ को जगाने में सहायक हो सकता है। परंपरागत धर्म के अलावा आध्यात्मिकता के नए आयामों को खोजने की प्रेरणा मिल सकती है।
  • दृढ़ संकल्प और महत्वाकांक्षा: 

राहु की महत्वाकांक्षा और गुरु का दृढ़ संकल्प मिलकर व्यक्ति को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अथक प्रयास करने की प्रेरणा दे सकता है। यह जुनून और जल्दी सफलता पाने की इच्छा सकारात्मक हो सकती है, बशर्ते उसे नैतिक दिशा दी जाए।  
  • अदृश्य क्षमताओं का विकास: 

कुछ ज्योतिषियों का मानना है कि गुरु चांडाल योग जातक में छिपी हुई प्रतिभाओं और अलौकिक क्षमताओं को उभारने में सहायक हो सकता है। यह अंतर्ज्ञान, टेलीपैथी या आभा देखने जैसी शक्तियों को जगा सकता है। हालांकि, इन क्षमताओं को विकसित करने के लिए साधना और सकारात्मक मार्गदर्शन जरूरी होता है।  

गुरु चांडाल योग के नकारात्मक प्रभाव : 

  • ज्ञान का दुरुपयोग:

गुरु ज्ञान और विवेक का कारक ग्रह है। राहु के प्रभाव में आने से व्यक्ति ज्ञान का दुरुपयोग कर सकता है। उदाहरण के लिए, कोई वकील अपनी कानूनी विशेषज्ञता का उपयोग झूठ बोलने या कानून को तोड़ने में कर सकता है। इसी प्रकार, शिक्षक ज्ञान का दुरुपयोग छात्रों को गुमराह करने के लिए कर सकता है।  
  • अधूरी शिक्षा और कौशल का अभाव: 

राहु भ्रम का कारक है। गुरु चांडाल योग के प्रभाव में व्यक्ति को लग सकता है कि वह किसी विषय में जानकार है।  जबकि वास्तव में उसकी समझ अधूरी हो सकती है। यह शिक्षा और कौशल विकास में बाधा उत्पन्न कर सकता है।  
  • असंयमित महत्वाकांक्षा और लालच:

राहु महत्वाकांक्षा और जुनून का कारक है। जब भी गुरु राहु के प्रभाव में आता है तो व्यक्ति की  महत्वाकांक्षा अत्यधिक बड़ जाती है। वह व्यक्ति लालच पूर्ण हो सकता है। व्यक्ति जल्दी सफलता पाने के लिए गलत रास्ते अपना सकता है।
  • कानूनी परेशानियां: 

राहु कानून और अधिकार का विरोध करता है। गुरु चांडाल योग के प्रभाव में व्यक्ति कानूनी परेशानियों में फंस सकता है।
  • आत्मसम्मान की कमी और हीन भावना: 

राहु अहंकार और हीन भावना दोनों का कारक हो सकता है। गुरु चांडाल योग के प्रभाव में व्यक्ति अहंकारी बन सकता है या दूसरों से अपनी तुलना करके हीन भावना से ग्रस्त हो सकता है। यह दोनों ही स्थितियां आत्म-सम्मान को कम करती हैं।
  • आध्यात्मिक पथ से भटकना: 

गुरु ज्ञान और आध्यात्मिक विकास का कारक है। राहु के प्रभाव में व्यक्ति आध्यात्मिक पथ से भटक सकता है। वह गलत गुरु या पंथ के चक्कर में फंस सकता है।           

ज्योतिषीय समाधान और आत्मिक सुधार

ज्योतिषीय समाधान-

  • ग्रह मंत्र जप: 

ज्योतिष में, मंत्रों का जाप विशिष्ट ग्रहों की ऊर्जा को संतुलित करने और मजबूत करने के लिए किया जाता है। गुरु चांडाल योग के मामले में, निम्नलिखित मंत्रों का जाप करना लाभकारी माना जाता है:

1. गुरु मंत्र

 “ॐ बृहस्पते नमः” या “ॐ गुरु नमः” 

  नोट: इस मंत्र के नियमित जाप से बृहस्पति ग्रह को मजबूत किया जा सकता है और ज्ञान, विवेक और सकारात्मक निर्णय लेने की क्षमता प्रदान होती है।  

2. विष्णु मंत्र– 

“ॐ विष्णवे नमः” 

नोट: भगवान विष्णु को भी गुरु का कारक माना जाता है। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को आध्यात्मिक विकास में सहायता मिलती है और नकारात्मक प्रवृत्तियों से बचाता है।  

3. शिव मंत्र-

“ॐ नमः शिवाय”

नोट: भगवान शिव को भी गुरु का कारक माना जाता है। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को अहंकार और भ्रम से दूर रहने की शक्ति मिलती है।

  • रत्न ज्योतिष: 

रत्न ज्योतिष में, विभिन्न रत्नों को विशिष्ट ग्रहों से संबंधित माना जाता है। गुरु चांडाल योग को संतुलित करने के लिए आप निम्नलिखित रत्नों में से कोई एक धारण कर सकते हैं:  

1. पीला पुखराज-

नोट :यह पुखराज रत्न बृहस्पति ग्रह का प्रतिनिधि माना जाता है। इसे सोने या पीतल की अंगूठी में धारण करने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और ज्ञान में वृद्धि होती है।  

2. पीला नीलम- 

नोट :यह रत्न भी बृहस्पति ग्रह से संबंधित माना जाता है। पीले नीलम को धारण करने से भाग्य का समर्थन मिलता है और आत्मविश्वास बढ़ता है।  

3. गोमेद- 

नोट :राहु का कोई सीधा प्रतिनिधि रत्न नहीं है, लेकिन गोमेद रत्न इसकी छाया को संतुलित करने में सहायक माना जाता है। गोमेद को चांदी की अंगूठी में मध्यमा उंगली में धारण करने से अहंकार और भ्रम को कम करने में मदद मिलती है।
  • पूजा-अनुष्ठान: 

ज्योतिषीय अनुष्ठान और पूजा-पाठ करना भी गुरु चांडाल योग के प्रभाव को कम करने में सहायक होते हैं। आप कर सकते हैं:  

1. गुरुवार की पूजा-

नोट –गुरुवार बृहस्पति ग्रह का दिन माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु या भगवान दत्तात्रेय की पूजा करना और पीले वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है।  

2. शिवलिंग अभिषेक 

नोट :प्रत्येक सोमवार को शिवलिंग पर जल या दूध से अभिषेक करना और “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करना राहु के अशुभ प्रभावों को कम करने में सहायक होता है।  

3. हवन- 

नोट :वैदिक ज्योतिष में हवन का विशेष महत्व है। आप गुरु ग्रह को मजबूत करने के लिए पीले पुष्पों और पीली आहुति सामग्री से हवन करवा सकते हैं।
  • नैतिक आचरण: 

गुरु ज्ञान और धर्म का कारक ग्रह है। नैतिक आचरण बनाए रखना और सत्य के मार्ग पर चलना गुरु ग्रह को प्रसन्न करता है। झूठ, धोखा और अनैतिक कार्यों से बचें।
  • ज्ञानार्जन: 

गुरु ज्ञान का कारक ग्रह है। निरंतर ज्ञानार्जन और शिक्षा ग्रहण करना गुरु को मजबूत करता है। नई चीजें सीखने की जिज्ञासा रखें, पुस्तकें पढ़ें और ज्ञानी लोगों का संग करें।
  • धैर्य और संयम: 

धैर्य और संयम रखना गुरु ग्रह के गुण हैं। जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचें। क्रोध, लोभ, ईर्ष्या जैसी नकारात्मक भावनाओं पर नियंत्रण रखें।
  • सकारात्मक दृष्टिकोण: 

सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखें और आशावादी बने रहें। नकारात्मक विचारों को अपने ऊपर हावी न होने दें। हर परिस्थिति में सकारात्मक पक्ष खोजने का प्रयास करें।
  • सेवा और दान: 

गुरु दान और परोपकार का भी कारक ग्रह है। जरूरतमंदों की सहायता करें और दान का कार्य करें। गुरुवार के दिन पीले रंग की वस्तुओं का दान करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
  • योग और ध्यान: 

योग और ध्यान का अभ्यास न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि ग्रहों के प्रभाव को भी संतुलित करने में सहायक होता है। नियमित रूप से योगाभ्यास करें और ध्यान लगाए।   

इन जानें-मानें लोगों की कुंडली में हैं चांडाल योग

1. राहुल गांधी:

 जन्म तिथि- 18 जून 1970, जन्म समय- 21:52 pm, जन्म स्थान- दिल्ली   राहुल गांधी की मकर लग्न है। इनके द्वितीय भाव में राहु विराजमान है। वही देखें तो द्वितीय भाव के स्वामी शनिदेव महाराज इनके चतुर्थ भाव में नीच राशि में स्थित है। यहां राहु नीच शनि के जैसे परिणाम देगा। राहु अपनी नवम दृष्टि से गुरु को देख रहा है। गुरु दशम भाव में विराजमान है। इसके चलते इनको अपने कार्यक्षेत्र में अत्यधिक मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिल पा रही है।   

2 . पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जनरल परवेज मुशर्रफ-  

जन्म तिथि- 11 अगस्त 1941, जन्म समय- 05:00 AM, जन्म स्थान- दिल्ली     जनरल मुशर्रफ़ की कर्क लग्न है। इनकी लग्न में ही गुरु चांडाल दोष बना हुआ है। यहां राहु लग्न में बैठकर लग्नेश की तरह व्यवहार करेगा। वही गुरु इनके छठे और नवम भाव के स्वामी है। राहु ने गुरु को महाबली बना दिया है। इनके द्वितीय भाव [धन भाव] के स्वामी सूर्य देव लग्न में स्थित है। ग्रहों की यह स्थिति इनकी कुंडली में महाधनी योग बनती है। लेकिन राहु की महादशा में गुरु ने छठे भाव के परिणाम दिए और इनको कोर्ट कचहरी के चक्कर लगवाए।

Beware: There Will Be a Major Eclipse on Holi 2024, Avoid Playing Holi by Mistake!

We are all awaiting Holi, the festival of colors. The excitement that comes with this beautiful festival is on another level but this year, Holi will not be the same as always. There is going to be a lunar eclipse on the day of Holi this year and on top of it, there is a Rahu connection as well. Let’s dive in deeper to know what it holds for all of us. 

The Lunar Eclipse

The first lunar eclipse of the year 2024 will be on 25th March i.e. the day of Holi. The Sun-Rahu conjunction in Pisces is creating Grahan Yoga and this association is alarming. The eclipse will start at 10:23 am and end at 03:02 pm.

Planetary transitions on Holi

Saturn will transit on 18th March which is a major change in terms of planetary position. It is a major planet which moves slowly and stays in a zodiac sign for a considerably long time, leaving a deep impact. Sun changes its position every month and will move into Pisces. Rahu is already in this location and this will create a Sun Rahu conjunction. Every time Rahu is in the same house as Sun or Moon, it creates a grahan yoga. 

Impact of this eclipse and Sun Rahu conjunction on different zodiac signs

Aries 

The impact of this celestial event will be positive for Arians. They will recover from an ongoing financial crisis or make some gains. Their health will improve along with the confidence. You will receive appreciation and recognition. Don’t shy away from sharing your accomplishments. 

Taurus

Taurians will also experience a positive change in their family atmosphere. There will be happiness and contentment. Spending time with parents will be on you to do list. Tale a break, you deseeve it. To relax and reenergize yourself, pamper yourself. 

Gemini

Save yourself from any sort of injury. Mental stress is visible. Try to avoid any negative interactions and arguments. Your peace of mind should be a priority for you. Be a little cautious with your decisions about professional life. There could be a new job awaiting you but make your priorities clear before joining.

Cancer

Good news from children is anticipated. Students preparing for government jobs might clear the exam. Family time will be important to you during this phase. Your position at work will also improve. There could be an increment or promotion if you have given your 100% throughout the year. 

Leo

Financial loss, dispute in family and social position will be affected as a result of this eclipse. You need to be careful with your health as well and take your medication on time. Inspiration may feel to be missing from your life at the moment. You might want to step out of your comfort zone and take some risks. Give your mind a fresh perspective by taking a vacation or spending time with friends. This will give you more clarity about what matters more to you in this life. 

Virgo

You might get a chance to go on a short trip. Financial gain is likely. Make your investment plans so that you don’t feel wrecked in times of adversity. Ups and Downs are normal in human life. We should prepare for all sorts of events. If you need to take advice about financial decision making, consult your parents and elders.

Libra

For you, the situation is likely to stay normal with no major changes happening. Keep doing the good work and maintain harmony in all your relations. The key to remaining happy is to listen to your heart and not question its intuitions. A lot of proposals can come to you in terms of business opportunities. Go where your heart goes. During this time you might want to spend some quality time with your partner, so go ahead and make beautiful memories. 

Scorpio

You need to protect yourself and your family from health issues or grief. Chant mantras, keep a positive mindset and follow a good routine to let this phase pass with ease. You might want to change your lifestyle a little bit. Fixed patterns don’t encourage you, so this change could help. Focus on your goals while you do so, else you will be frustrated when seeing no productivity out of your actions.  

Sagittarius

You may make a big purchase or hear some positive news. Time is generally good for you, make the most of it. Romance is in the air. A new relationship can start. Don’t sit back at home in the meantime, instead go out, explore yourself and maybe you will find more than what you are looking for. 

Capricorn

Happiness and love galore will be the two words for Capricorn. Your hard work will result in rewards. Your instinct of an adventurer is trying to expose itself in ways you can’t think. Give yourself a breathing space and follow your heart. In the urge to make a living, don’t forget to live.

Aquarius 

The time is going to be challenging for people of the moon sign Aquarius, particularly in matters involving employment or business. Saturn is already affecting you with Sadesati. There is a probability of financial loss. Expenses will rise and health will also be disturbed. Chances of a break in career are also there. Be careful with your words and avoid conflicts at the workplace as well as home. If you are a student, be extra alert with your studies. Enemies will appear to be getting stronger since your position is weak. 

Pisces

There will not be much change in your life. Stay relaxed. Enjoy the festivity and keep the spirits high. However, you should not ease out on working on the goals you had set for yourself. If the mountain looks too high to climb, aim for the hill. Attainable targets will keep you motivated. This is the time when you should also work on your financial health.

Remedies and Precautions

  • During the Lunar Eclipse, it is recommended to recite the Guru Mantra or the Mahamrityunjaya Mantra.
  • Consider keeping a basil leaf in your mouth throughout the eclipse for added spiritual benefits.
  • Following the eclipse, ensure to cleanse and purify your home.
  • After the eclipse concludes, consider making charitable donations associated with the Moon’s energies.

Frequently Asked Questions

  • Where will this eclipse be visible?

Ans: The countries where it will be seen include America, Australia, Eastern Asia, Western Africa and Europe.

  • How long will this eclipse last?

Ans: The eclipse will start at 10:23 am and end at 15:02 pm as per Indian time.

  • Do we need to follow Sutak?

Ans: This eclipse will not be visible in India and thus the rules associated with Sutak do not apply. 

  • Which zodiac signs will be benefited by this and which need to be careful?

Ans: Aquarians of all zodiac signs need to be careful. Though, the impact on individuals depends on personal horoscopes as well and to predict the outcome for an individual, their chart needs to be properly analyzed, some effect can be experienced by the people as per their zodiac signs.

  • Can we play Holi during the eclipse?

Ans: Since the Sutak doesn’t apply, there is no harm in carrying out day to day work as usual or celebrating the festival. 

  • Are the remedies to be done by people of a particular sign only?

Ans: Everyone can perform the remedies and take note of the precautions irrespective of their zodiac signs. Impact if positive will be amplified and if negative, will be nullified by performing the remedies.

18 मार्च 2024 को होगा शनि का कुंभ में उदय। छात्रों की हो जाएगी बल्ले-बल्ले!

शनि का कुंभ में उदय (18 मार्च 2024)- शनि जिसे ज्योतिष विज्ञान में कर्मफल दाता भी कहा जाता है, वैदिक ज्योतिष में सबसे प्रभावशाली ग्रहों में से एक है। ऐसे में शनि का हर छोटा-बड़ा स्थान परिवर्तन एक महत्वपूर्ण घटना को दर्शाता है, जिसका असर व प्रभाव अक्सर देश-विदेश के साथ-साथ सभी जातकों के जीवन पर पड़ता है। 

शनि के कुंभ में उदित होने की समयावधि 

बीते वर्ष 2023 में, 30 जनवरी को शनि ने अपना गोचर अपनी स्वराशि कुंभ में किया था, जो उसकी मूलत्रिकोण राशि में मानी जाती है। और वर्ष 2024 की शुरुआत में ही वे 11 फ़रवरी, दिन रविवार को कुंभ राशि में ही अस्त हो गए थे। अब इसी कर्म में वे लगभग 36 दिनों के बाद यानी 18 मार्च 2024, सोमवार को सुबह 7 बजकर 49 मिनट पर स्वराशि कुंभ में ही उदित हो जाएंगे। 

अरुण पंडित जी से समझें शनि के उदय का महत्व 

सेलिब्रिटी ज्योतिषी Astro अरुण पंडित जी की माने तो, 18 मार्च 2024 को शनि का कुंभ राशि में उदय होना, कोई साधारण घटना नहीं होगी। क्योंकि जिस समय शनि उदित होंगे उस समय देशभर में छात्रों का परीक्षा का समय चल रहा होगा। जिसके परिणामस्वरूप शनि की ये चाल न केवल देशभर में बल्कि खासतौर से विधार्थियों के लिए कई मायनों में ख़ास सिद्ध होगी। इतना ही नहीं शनि का उदय छात्रों के जीवन में कई विशेष सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा। आइए डालते हैं इन प्रभावों पर भी एक नज़र:-

  • छात्रों को मिलेंगे उपयोगी अवसर: शनि के उदय होने से छात्रों को उनकी परीक्षा की तैयारी में अधिक संलग्न होने का अवसर मिलेगा। ये वो अवधि होगी जब छात्र अपनी परीक्षा में अच्छे अंकों के लिए स्वाध्याय को और अधिक मेहनत से करते देखें जा सकते हैं।  
  • शुभ योग में होगा शनि का उदय: शनि का ये उदय फाल्गुन शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि में होगा। इस दौरान नक्षत्र आर्द्रा होगा। साथ ही अगर योग की बात करें तो इस दौरान सौभाग्य योग का निर्माण होगा, शुभ योग की श्रेणी में आता है। 

शनि के उदय का ज्योतिषीय महत्व:

शनि के उदय का ज्योतिषीय महत्व इसलिए भी ख़ास हो जाता है, क्योंकि शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है। जो प्रत्येक राशि में लंबे समय तक रहता है। बताते चले कि शनि एक राशि में लगभग 2.5 वर्ष तक रहता है, जिस कारण विभिन्न जातकों पर उसका प्रभाव भी विशेष महत्व रखता है। तो चलिए अब बिना देर किये जानते हैं, 18 मार्च 2024 को कुंभ में शनि उदित का प्रभाव विभिन्न राशियों के छात्रों के लिए कितना रहेगा शुभ-अशुभ:-

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राशियों के अनुसार शनि के उदय का छात्रों पर प्रभाव:

मेष राशि:

  • शनि के ग्रहण का समय छात्रों के लिए उत्कृष्ट होगा।
  • यह उन्हें अधिक संवेदनशील और प्रेरित करेगा।

वृष राशि:

  • शनि के उदय से यह राशि उपयुक्त होगी। 
  • परन्तु छात्रों को आने वाली परीक्षाओं में कुछ अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है।

मिथुन राशि:

  • शनि का उदय छात्रों को परीक्षा में अधिक प्रेरित करते हुए, सफलता की ओर अग्रसर रहने में मदद करेगा। 
  • शनि से बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए आपको अपना स्वाध्याय का समय बढ़ाना होगा। 

कर्क राशि:

  • शनि के उदय होने पर, इस राशि के छात्रों को अधिक धैर्य और स्थिरता मिलेगी। 
  • परन्तु बावजूद इसके मन कुछ व्याकुल सा प्रतीत हो सकता है। 

सिंह राशि:

  • शनि के उदय के दौरान छात्रों को अपनी दृढ़ता और समर्थता का अधिक प्रयोग करने का सुझाव दिया जाता है।
  • इसके लिए सुबह जल्दी उठकर स्वाध्याय करें। 

कन्या राशि:

  • इस राशि के छात्रों को शनि देव अपनी स्वराशि में उदय होने के बाद समृद्धि की ओर प्रेरित करेंगे। 
  • आपको समय पर अपना हर काम पूरा करने की आवश्यकता होगी।

तुला राशि:

  • शनि के उदय का प्रभाव इस राशि के छात्रों के लिए अधिक उत्कृष्ट होगा। 
  • शनि देव की कृपा से उन्हें स्थिरता और सफलता की दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।

वृश्चिक राशि:

  • 18 मार्च को शनि का उदय होना इस राशि के छात्रों को उनके मार्ग व लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अधिक मददगार सिद्ध होगा।
  • ज्यादातर समय मोबाइल या कंप्यूटर पर व्यतीत करने से बचें। 

धनु राशि:

  • छात्रों को उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अधिक मेहनत करने का साहस शनि के उदय से मिलने लगेगा।
  • हालांकि शनि देव इस दौरान आपको कुछ आलसी बना सकते हैं। 

मकर राशि:

  • मकर शनि की ही राशि होती है, ऐसे में शनि के उदय का प्रभाव इस राशि के छात्रों के लिए सकारात्मक रहेगा। 
  • यह उन्हें स्वास्थ्य, धैर्य, और संघर्ष की भावना से, आने वाली परीक्षा में और अधिक बेहतर करने में मदद करेगा।

कुंभ राशि:

  • इस राशि के छात्रों के लिए शनि का उदय विशेष महत्वपूर्ण रहेगा, क्योंकि शनि आपकी ही राशि में 18 मार्च से उदय हो रहे हैं। 
  • ऐसे में शनि का ये प्रभाव आपको समृद्धि और सफलता के लिए अधिक मेहनत करने की प्रेरणा देगा। 

मीन राशि:

  • मीन राशि के छात्रों को शनि के उदय के दौरान अपने विचारों को साफ करने और अपने लक्ष्यों की दिशा में प्रगति करने के लिए प्रेरित करेगा।
  • परीक्षा में बेहतर अंकों के लिए छात्र किसी गुरु या बड़े की मदद ले सकते हैं। 

हम आशा करते हैं कि ये लेख आपको पसंद आया होगा। एस्ट्रो अरुण पंडित जी की टीम की ओर से आपको उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं। 

August Prediction 2023

सावधान हो जाइए! शुक्र की Luxury या शनि का प्रकोप? क्योंकि...

अगस्त के महीने में सावन/अधिकमास और शनि का वक्री होना एक साथ दिखाई दे रहा है, जिससे ग्रहों की चाल तेजी से बदलने वाली है। ऐसे में सभी 12 राशियों पर बड़े ही रोचक प्रभाव देखे जाने वाले हैं, कुछ राशियों के लिए यह महीना खुशहाली से भरा होगा, लेकिन कुछ राशियां ऐसी हैं, जिनके लिए अगस्त का यह महीना अशुभ परिणामों से भरा हो सकता है। 

जब धूपभरी गर्मियों की छुट्टियाँ समाप्त हो रही होती हैं और बारिश की मिठी खुशबू घरों को भर रही होती है, तो अगस्त का महीना स्वयं में एक खास प्रकार की उमंग लाता है। यह महीना हिन्दी कैलेंडर के अनुसार साल का आठवां महीना है और इस वर्ष तो सावन अधिकमास के कारण सभी राशि के लोगों के लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है। इसीलिए अगस्त महीने के आगमन के साथ ही हम लाये हैं सभी 12 राशियों के लिए विशेष video, जो आपकी जिंदगी को बदल देगा। आशा है कि अगस्त माह का हमारा यह प्रीडिक्शन आपके लिए सटीक, रुचिकर और मददगार साबित होगा। 

आइए जानते हैं सभी 12 राशियों के लिए अगस्त का यह सावन भरा महीना क्या नयी सौगातें लेकर आने वाला है। 

मेष-

  • शनि वक्री होने से काम धीमे हो सकते हैं।
  • ये महीना विदेश में नौकरी करने वालों के लिए लाभदायक रहेगा।
  • इस महीने आपके खर्च में बढ़ोतरी हो सकती है।
  • अगस्त में आपका इम्यूनिटी सिस्टम कमज़ोर हो सकता है।
  • परिवार और जीवनसाथी के साथ बहस हो सकती है।
  • विद्यार्थी अपने लक्ष्य को लेकर सजग हो सकते है।
उपाय- नजदीकी मंदिर में जाकर भंडारा करायें साथ ही सेवा भी करें।

वृषभ-

  • इस महीने कार्यक्षेत्र में काम का Burden बढ़ सकता है।
  • शनि के दशम भाव में होने से आपको बहुत परिश्रम करना पड़ सकता है।
  • अपने ही करीबी लोगों से धोखेबाजी मिल सकती है।
  • किसी को उधार देने से बचें।
  • पैरों के तलवे, चेस्ट, बैकपेन और कंधों में दर्द हो सकते है।
  • जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा।
  • विद्यार्थी अपने लक्ष्य से भटक सकते हैं।
उपाय- मंगलवार या शनिवार को हनुमान मंदिर जाकर हनुमानचालीसा का पाठ करें।

मिथुन-

  • ये महीना कार्यक्षेत्र में आपके लिए बहुत खुशियां लेकर आया है।
  • इस महीने आपको कार्यक्षेत्र में अपने कार्य के लिये Appreciate किया जायेगा। 
  • जॉब में प्रमोशन एवं ट्रांसफर हो सकता है। 
  • इस महीने आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। 
  • ओवरआल ये महीना आपके लिये बेहतर रहेगा।

उपाय- मंगलवार के दिन माँ दुर्गा का पूजन और दुर्गा चालीसा का पाठ करें। 

कर्क-

  • इस महीने कार्यक्षेत्र में बदलाव करने का मन हो सकता है। 
  • इस महीने व्यापार से जुड़े मामलो में धैर्य रखने की आवश्यकता है। 
  • जॉब में निराशा मिल सकती है।
  • अपने ही दोस्तों या करीबी लोगों की सलाह से Financial Loss हो सकता है। 
  • पेट और सिर मे दर्द हो सकता है। 
  • ये महीना प्यार और रिलेशनशिप के लिये बहुत अच्छा रहने वाला है। 
  • विधार्थियों के लिये सामान्य रहने वाला है। 
उपाय- गौ माता की सेवा और गुड़ खिलायें। 

सिंह-

  • इस महीने गुरु की नवम दृष्टि से भाग्य का कम और मेहनत का ज्यादा सहारा मिल सकता है। 
  • इस महीने कार्यक्षेत्र में तर्क वितर्क करने से बचे।  
  • इस महीने महीने आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी। 
  • परिवार में पिता जी के साथ थोड़ा बहुत वैचारिक मतभेद हो सकता है। 
  • इस महीने विदेश में रहने वाले जातक को लाभ प्राप्त हो सकता है। 
  • आपका जीवनसाथी आपसे खुश रह सकता है। 
उपाय- सुबह उठकर सूर्य देव को जल चढ़ाये और ॐ श्रीं सूर्याय नमः मंत्र का जप करें। 

कन्या-

  • इस महीने कार्यक्षेत्र में धीमी गति रह सकती है। 
  • शनि वक्री होने से इस महीने बिज़नेस में धीमी वृद्धि हो सकती है। 
  • इस महीने आपका खर्च बढ़ सकता है। 
  • इस महीने कोई बड़ी बिमारी का खतरा है। 
  • वाहन सावधानीपूर्वक चलायें। 
  • परिवार में सभी का भरपूर सहारा मिल सकता है। 
  • विद्यार्थियों के रिजल्ट में सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। 
उपाय- शनि जी के बीज मंत्र – ऊं प्राँ प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः का सुबह प्रतिदिन 21 बार जप करें। 

तुला-

  • इस महीने कार्यक्षेत्र में अपने सीनियर के सामने गलतियाँ हो सकती हैं। 
  • यह माह जॉब करियर के लिये सामान्य रहेगा। 
  • ये महीना कुछ नया सीखने के लिये बहुत अच्छा रहेगा। 
  • आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी साथ ही कुछ सामान गुम हो सकता है। 
  • स्वास्थ्य के लिहाज से ये महीना ठीक-ठाक रहेगा।
  • परिवार का भरपूर सहयोग मिलेगा। 
  • विद्यार्थियों के लिये बहुत अच्छे सकारात्मक परिणाम आ सकते हैं। 
 उपाय- मंगल के बीज मंत्र – ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः का जप प्रतिदिन 51 बार करें एवं मसूर की दाल का दान करें। 

वृश्चिक-

  • इस महीने कार्यक्षेत्र और जॉब में बहुत भटकाव हो सकता है। 
  • इस महीने आपको अपनी ही काबिलियत पर संदेह होने लगेगा। 
  • धन के मामलों में असंतोष हो सकता है। 
  • बालों से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। 
  • वाहन सावधानीपूर्वक चलाये। 
  • वैवाहिक जीवन सामान्य रहेगा। 
  • विद्यार्थियों की पढ़ाई में किसी तीसरे की वजह से समस्या आ सकती हैं। 
उपाय- हनुमान चालीसा का पाठ प्रतिदिन करें। 

धनु-

  • इस महीने कार्यक्षेत्र में धीमी गति से विकास हो सकता है।
  • इस महीने विदेश जाना हो सकता है साथ ही विदेश में कार्यरत जातक को Appraisal भी मिल सकता है 
  • ये महीना आपको पैसों की अहमियत सिखा देगा। 
  • जीवन साथी के साथ मन मुटाव या बहस हो सकती है। 
  • ये महीना विद्यार्थियों के लिये सामान्य रहने वाला है। 
उपाय- बुधवार को गणेश मंदिर जाकर दान और श्री गणेश स्तुति एवं आरती करें।   

मकर-

  • शनि साढ़ेसाती और शुक्र की युति की वजह से बाहर की यात्रा हो सकती है। 
  • जॉब के लिये यह माह अच्छा रहेगा। 
  • इस महीने अचानक से किसी बीमारी की वजह से खर्च आ सकता हैं।
  • जीवनसाथी पर आप अपनी गलती का आरोप लगा सकते हैं। 
  • इस महीने कुछ परिवर्तन लाभ दायक हो सकते हैं। 
  • पेट, पीठ और कमर में दर्द हो सकता है। 
उपाय- शनि मंदिर जाकर सरसों के तेल पर काले तिल डालकर शनि देव को चढ़ाये।   

कुंभ-

  • इस महीने कार्यक्षेत्र में असंतुष्टि का सामना करना पड़ सकता है।
  • आप लेज़ी और अलसी महसूस कर सकते हैं। 
  • शेयर मार्केट से जुड़े ट्रेड में फ़ायदा हो सकता है। 
  • परिवारजनों का सहयोग मिलेगा। आप माता-पिता के लिये गिफ्ट जरूर ले जायें। 
  • विद्यार्थियों का मूड इस महीने ठीक नहीं रहने वाला है। 
उपाय- सफ़ेद कपड़े पहने और पेड़ पौधों के बीच रहें। 

मीन-

  • इस महीने कार्यक्षेत्र में बदलाव का सामना करना पड़ सकता है।
  • इस महीने कार्यक्षेत्र में नई रणनीति बनाकर ग्रोथ हो सकती है।
  • ये महीना आपके इनकम और खर्च को बड़ा सकता है। 
  • इस महीने आपकी Eating habit ख़राब हो सकती है। 
  • विद्यार्थिओं के लिये कुछ बड़ा सकारात्मक परिवर्तन हो सकता है। 
उपाय- बुध के बीज मंत्र – ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः का जप करें।   
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Astro Arun Pandit is the best astrologer in India in the field of Astrology, Numerology & Palmistry. He has been helping people solve their life problems related to government jobs, health, marriage, love, career, and business for 49+ years.

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July 2022 Monthly Horoscope

Every Person Is Curious To Know About His Future.

JULY MONTHLY PREDICTIONS ALL ZODIAC (RASHI)- Https://Youtube.Com/Playlist?List=PLi…

Every Month Has A Different Significance For Any Person’s Life And It Is Common For Different Types Of Events To Happen In It. It Is Believed That On The Basis Of The Forecast Of The Events In Life, You Can Decide Your Future Plans. In This Particular Video We Are Going To Talk About Cancer Zodiac In This Significant Month And How It Revolves. In Today’s Video, You Will Get The Horoscope Of July 2022 By Astro Arun Pandit Ji.

For Some Zodiac Signs, The Month Of July Is Going To Bring Gifts, Some Zodiac Signs Need To Be Cautious.

Along With The July Horoscope, The Best Solutions For You According To Your Planets Have Also Been Given In This Video, Following Which You Can Definitely Improve Your Month.

Cancer (कर्क) July Monthly Horoscope | जुलाई राशिफल 2022 | Zodiac Sign Prediction | Astrology |
Know everything about Rudraksh – Download free e-book https://drive.google.com/file/d/1gk2o

To Know more about Rudraksh watch our latest video- https://youtu.be/K5C5wan9ip0

CANCER (कर्क) JULY 2022 MONTHLY HOROSCOPE PREDICTION

LEO (सिंह) JULY 2022 MONTHLY HOROSCOPE PREDICTION

VIRGO (कन्या) JULY 2022 MONTHLY HOROSCOPE PREDICTION

Taurus (वृषभ) JULY 2022 MONTHLY HOROSCOPE PREDICTION

Gemini (मिथुन) JULY 2022 MONTHLY HOROSCOPE PREDICTION

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