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शनिदेव 29 जून को हो चुके हैं वक्री, किस राशि पर पड़ेगा कैसा प्रभाव?

July 6, 2024

जानें कब होंगे शनिदेव वक्री

कुंभ राशि में विराजमान कर्मफल दाता शनि महाराज 29 जून को वक्री हो गए हैं और 15 नवंबर तक इसी स्थिति में रहेंगे। आज के लेख में हम बात करेंगे शनि महाराज के वक्री होने का किस राशि के लोगों पर क्या असर पड़ेगा? इसके अलावा हम इस लेख में उन उपायों की भी चर्चा करेंगे जिनसे शनिदेव के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है। 

जैसा की आप सभी जानते हैं कि किसी भी ग्रह की चाल, दशा और सोलर सिस्टम में उनकी स्थिति का हर प्राणी पर प्रभाव पड़ता है।।एस्ट्रोलॉजी में माना जाता है कि शनि महाराज व्यक्ति को डिसिप्लिन से जीवन जीना सिखाते हैं। इसके साथ ही शनि महाराज न्यायप्रिय हैं और वे आदमी को जस्टिस के लिए लड़ने वाला बनाते हैं।

अब बात करते हैं शनि महाराज के कुंभ राशि में वक्री होने से किस राशि पर क्या प्रभाव पड़ेंगे। तो आइए शुरू करते हैं मेष राशि वालों से

मेष

मेष राशि वालों की कुंडली में शनि महाराज कर्म और आय भाव यानी क्रमश: दसवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी होते हैं। वे आपके ग्यारहवें भाव में वक्री स्थिति में होंगे। ऐसे में नौकरी-पेशा लोगों को अपनी जॉब में दिक्कतों के बावजूद अच्छी प्रोग्रेस मिलेगी। समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। वहीं, इस समय कारोबारियों को बहुत अच्छा मुनाफा मिलने की उम्मीद कम है। फाइनेंशियली देखें तो ये समय आपके लिए थोड़ी दिक्कतों भरा रह सकता है।

अगर आपकी लव लाइफ की बात करें तो शनि महाराज के वक्री रहने के दौरान आप और आपकी पार्टनर के बीच लड़ाई-झगड़ा हो सकता है। इस समय आपको अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड को परसनल स्पेश देना चाहिए। शनि महाराज के वक्री रहने के दौरान मेष राशि वालों का फोकस पढ़ाई पर रहेगा। हेल्थ के लिहाज से देखें तो आपको सर्दी-खांसी परेशान कर सकती है।

इसके साथ ही आप अपने बच्चों के स्वास्थ्य या फ्यूचर की लेकर परेशान रह सकते हैं और आपको इसकी चिंता सकती है। इस समय उन्हें भरपूर प्यार और सहयोग दें। इस अवधि में अपने घर के बुजुर्गों और अपने गुरुजनों की खूब सेवा करें। इस समय उनकी बात को मानना आपके लिए शुभ रहेगा।

उपाय- 

इस समय आपको नियमित तौर पर हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।

 

वृषभ

अब बात करते हैं वृषभ राशि वालों की। वृषभ राशि वालों की कुंडली में शनि देव नौवें और दसवें यानी भाग्य व कर्म भाव के स्वामी होते हैं और वे आपके दसवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं। अगर आपके करियर के लिहाज से देखें तो आपको कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है लेकिन आप इससे बाहर निकल आएंगे। बिजनेस में इस समय आपके हाथ से कोई अच्छी डील निकल सकती है। इस समय अगर आपके अपने बिजनेस पार्टनर से कुछ मतभेद हो सकते हैं। ऐसे में बहुत जल्दबाजी न करें और उनकी बात ध्यान से सुनें। इस समय समझौता करना ही आपके लिए ठीक रहेगा। इस समय आप फाइनेंशियली स्ट्रांग होंगे लेकिन सेविंग्स नहीं कर पाएंगे।

लव लाइफ की बात करें तो शनि महाराज के वक्री रहने के दौरान आपके लव रिलेशन में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। इस समय आप पर कोई पारिवारिक जिम्मेदारी आ सकती है। स्टूडेंट्स की बात करें तो इस समय आपका ध्यान पढ़ाई में नहीं लगेगा। इस समय आपको आंखों से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। 

इसके साथ ही इस समय आप नई प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं या पुरानी प्रॉपर्टी का रेनोवेशन करवा सकते हैं। लेकिन इसमें आपको ज्यादा रुपए खर्च करने से बचना चाहिए। इस लिए आप पहले से ही अपने बजट के अनुसार प्लान बनाएं।

उपाय-

रोजाना दुर्गा चालीसा का पाठ करने से आपको अच्छे फल मिलेंगे।

 

मिथुन

अगर बात करें मिथुन राशि वालों की तो शनि महाराज आपकी कुंडली में मृत्यु और भाग्य यानी क्रमश: आठवें और नौवें भाव के स्वामी होते हैं। वे आपके भाग्य भाव में वक्री होंगे। शनि देव के वक्री रहने के दौरान आपमें कॉन्फिडेंस की कमी दिखेगी। इस समय आपको ऑफिस में अपने बॉस का सपोर्ट नहीं मिलेगा। इस समय आप  नौकरी बदल सकते हैं या आपका ट्रांसफर भी हो सकता है। आपको नई जगह या शहर में काम करने का मौका मिलेगा। इससे आपका अनुभव बढ़ेगा और भविष्य के लिए नए रास्ते खुलेंगे।

बिजनेस के लिहाज से देखें तो आप इस समय किसी अच्छे मौके का फायदा उठाने से चूक सकते हैं। इसके साथ ही किसी टूर के समय आपको रुपए का नुकसान हो सकता है। इस समय किसी से भी दुश्मनी न पालें और नेगेटिविटी से भी दूर रहें।

मिथुन राशि वालों की लव लाइफ की बात करें तो आपके अपने पार्टनर से मतभेद हो सकते हैं और आप दोनों के रिश्ते में दरार आती हुई भी दिख रही है। इस समय आपको रिलेशनशिप से जुड़ी प्रॉब्लम्स को इग्नोर करने से बचना चाहिए। इस समय स्टूडेंट्स को सफलता पाने के लिए इनोवेटिव होकर काम करना चाहिए। इस समय आपकी कमर और पैरों में दर्द रहने की आशंका है। नियमित तौर पर व्यायाम और योग करें और संतुलित व पौष्टिक भोजन करें।

उपाय-

आपको भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए।

 

कर्क

कर्क राशि वालों की कुंडली में शनि देव सातवें और आठवें भाव के स्वामी होते हैं वे  आपके आठवें यानी मृत्यु भाव में वक्री हो रहे हैं। इस राशि के नौकरी पेशा लोगों की बात करें तो इस समय ऑफिस में कोई नया प्रोजेक्ट या नई जिम्मेदारी मिलने पर उसे बिना समय गवाए ले लें। इससे आपको फ्यूचर में फायदा मिलेगा। इस समय कारोबारियों को बिजनेस में नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस समय आपको लापरवाही से रुपए खर्च करने से बचना चाहिए वरना आपको भविष्य में पछताना पड़ सकता है। इस समय किसी भी उधार देने से बचें वरना आपको पछताना पड़ेगा।

इस समय आपकी लव लाइफ में विश्वास की कमी रहने से आप एकदूसरे से अलग होने का विचार कर सकते हैं। इस समय आपको अपनी फीलिंग्स को ईमानदारी से अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड को बताना चाहिए। इस अवधि में आपका अपने भाई-बहनों या करीबी दोस्तों के साथ मनमुटाव हो सकता है।

इसके साथ ही, शनि महाराज के वक्री होने से आपके लिए अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना थोड़ा मुश्किल होगा। इस समय आपको बोलने में बहुत संयम बरतना चाहिए। वरना आपकी बातों के गलत अर्थ निकालकर आपको फालतू के मामलों में घसीटा जा सकता है। इस समय स्टूडेंट्स को उनके टीचर्स का सपोर्ट मिलेगा। इस समय आपको अपनी सेहत का ख्याल रखना चाहिए क्योंकि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर होने की आशंका है।

उपाय- 

 स्त्रियों का सम्मान करें और कन्याओं को खाना खिलाएं।

 

सिंह

सिंह राशि वालों की कुंडली में शनि महाराज छठे यानी शत्रु और सातवें भाव के स्वामी होते हैं। ये आपके सातवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं। इस समय आपको किसी ऑफिस टूर पर जाना पड़ सकता है। यह यात्रा आपके प्रेस्पेक्टिव को बढ़ा बनाने में आपकी मदद करेगी। इस समय आपको प्रमोशन मिल सकता है। कारोबारियों को इस अवधि में संभलकर चलना चाहिए। आपको इस दौरान किसी को भी उधार देने से बचना चाहिए वरना आपका पैसा फंस सकता है।

लव लाइफ में आपको अपने पार्टनर की जिद्द और घमंड के कारण परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इस समय आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ क़्वालिटी टाइम बिता सकते हैं और अच्छी यादें संजो सकते है। इस समय में स्टूडेंट्स को किसी भी विषय को टालने की आदत से बचना चाहिए।

हेल्थ के लिहाज से देखें तो आपको जोड़ों का दर्द रह सकता है। इसके साथ ही आपको सिर से जुड़ी दिक्कतें भी परेशान कर सकती हैं। इस समय कुछ लोग आपकी छवि बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं और आपके खिलाफ अफवाहें फैला सकते हैं। ऐसे में आपको पेसेंश से काम लेना चाहिए और अपने काम से उन्हें करारा जवाब देना चाहिए।

उपाय-

रोजाना सूर्यदेव को जल में रोली मिलाकर अर्घ्य दें।

 

कन्या

अब बात करते हैं कन्या राशि वालों की। शनि देव आपकी कुंडली में पांचवें यानी संतान और छठे यानी शत्रु भाव के स्वामी हैं वे आपके छठे भाव में वक्री हो रहे हैं। करियर में इस समय में आपको अपनी मेहनत का रिजल्ट नहीं मिलेगा। कारोबारियों को बिजनेस में दूसरे व्यापारी कड़ी टक्कर देते दिख रहे हैं। शनि महाराज के वक्री रहने के दौरान आप कर्ज में डूबते नजर आ रहे हैं। 

इस अवधि में आपको अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड से बहस करने से बचना चाहिए। इस समय आपको रिलेशनशिप में बोरियत महसूस हो सकती है। इस समय आपको अपने प्रियजनों के साथ थोड़ा और समय बिताना चाहिए। उनके साथ खुलकर अपने दिल की बात करनी चाहिए। इससे रिश्तों में मिठास बनी रहेगी।

 कन्या राशि के स्टूडेंट्स इस समय अपनी पढ़ाई को एकाग्रता से कर पाएंगे। हालांकि, इस समय आपको बाहर खाने-पीने से बचना चाहिए वरना आपकी सेहत बिगड़ सकती है। इसके अलावा इस दौरान आप पुराने रोग या पीठ दर्द की समस्या से भी परेशान रह सकते हैं। इस समय आपको रेगुलर एक्सरसाइज वे योग करते रहना चाहिए।

उपाय-

रोजाना ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जप करना चाहिए।

 

तुला

तुला राशि वालों की कुंडली में शनि महाराज आपके सुख भाव और संतान भाव यानी क्रमशः चौथे व पांचवें भाव के स्वामी होंगे। वे आपकी कुंडली के पांचवें भाव में वक्री होने वाले हैं। इस समय आपको आपके ऑफिस में नजरअंदाज किया जा सकता है। आप अपने फ्यूचर को लेकर टेंशन ले सकते हैं जिससे आपको बचना चाहिए। हालांकि, इस समय आप किसी नए प्रोजेक्ट की शुरुआत कर सकते हैं। अगर आप बिजनेसमैन हैं तो आपको कोई भी बड़ा फैसला लेते समय अनुभवी लोगों की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

शनि महाराज के वक्री रहने के दौरान आप फिजूलखर्ची कर सकते हैं। इस समय आपको अपना बजट बनाकर चलना चाहिए। अपनी लव लाइफ में ईगो को न आने दें वरना आपको पछताना पड़ सकता है। इस समय बात-चीत किसी भी हाल में बंद न करें।

इस समय शादीशुदा लोगों के अपने लाइफ पार्टनर से रिश्ते और प्रगाढ़ होंगे। आप एक-दूसरे की मदद से अपने रिश्ते को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। परिवार में खुशियों का माहौल होगा और पुराने मनमुटाव दूर होंगे।अगर विद्यार्थियों की बात करें तो इस समय आपके लिए ग्रुप डिस्कशन और ग्रुप स्टडी करना फायदेमंद रहेगा। इस समय आपके बच्चों के हेल्थ इश्यूज से आप परेशान रह सकते हैं।

उपाय-

रोजाना ॐ नम: शिवाय मंत्र का 1 माला जप करें।

 

वृश्चिक

अगर बात करें वृश्चिक राशि वालों की तो शनि महाराज आपकी कुंडली में तीसरे और चौथे यानी सहज और सुख भाव के स्वामी होते हैं शनि देव आपके चौथे भाव में वक्री होने जा रहे हैं। इस समय आपके जीवन में कुछ रोमांचक बदलाव आ सकते हैं। यह दौर आपके लिए कुछ नया सीखने और अपनी क्षमताओं को निखारने का हो सकता है।

शनि महाराज के वक्री रहने के दौरान वृश्चिक राशि वालों पर ऑफिस में काम का दबाव हो सकता है। इस समय नेटवर्किंग से आपके लिए कई दरवाजे खुल सकते हैं। कारोबारियों को इस समय अपने कॉम्पटीटर से सावधान रहना चाहिए। वे आपकी इमेज बिगाड़ सकते हैं। इस समय शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने से पहले एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें।

लव लाइफ की बात करें तो आप और आपने लव पार्टनर आपसे रूठ सकता है। इस समय आपको उनसे पुरानी बातें डिसकस करने से बचना चाहिए वरना आपके बीच तकरार बढ़ सकती है। इस समय स्टूडेंट्स का रुझान रिसर्च और इनोवेशन की ओर होगा। हेल्थ की बात करें तो इस समय आपको लंबी यात्रा करने से बचना चाहिए। क्योंकि आपका एक्सीडेंट होने के योग बन रहे हैं।

इस समय आपके विचारों में नेगेटिविटी आ सकती है। आप खुद की कैपेबिलिटीज पर शक कर सकते हैं। लेकिन इस समय घबराएं नहीं कॉन्फिडेंट रहें और हालातों का डटकर सामना करें।

उपाय

शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे दिया जलाएं और तेल दान करें।

 

धनु

धनु राशि वालों की बात करें तो आपकी कुंडली में शनिदेव दूसरे और तीसरे यानी धन और सहज भाव के स्वामी होते हैं। वे आपके तीसरे भाव में वक्री अवस्था में आएंगे। आपके करियर के लिहाज से देखें तो शनि महाराज की वक्री रहने के समय आपकी परफॉर्मेंस एवरेज रहेगी। इस समय आपको लापरवाही भरे रवैया को छोड़कर काम करना चाहिए। कारोबारियों को बिजनेस के चलते टूर पर जाना पड़ेगा लेकिन इन यात्राओं से कोई खास फायदा होता नहीं दिख रहा है। इस अवधि में आप अपने परिवार पर खर्चा कर सकते हैं।

लव लाइफ की बात करें तो इस समय आपको अपने रिलेशनशिप में रोमांस की कमी महसूस हो सकती है। इस समय आपको अपने परिजन से फालतू ले लड़ाई-झगड़े करने से बचना चाहिए। यह समय धनु राशि के उन लोगों के लिए काफी फायदेमंद रहेगा जो हायर एजुकेशन से जुड़े हैं। इस समय आपकी बुखार रह सकता है।

आध्यात्मिक विषयों में रुचि रखने वालों के यह समय बेहद खास रहेगा। आपको ध्यान, योग या प्रार्थना में समय बिताना चाहिए  यह आपके मन और आत्मा को शांति देगा।

उपाय-

रोजाना संकटमोचन हनुमाष्टक का पाठ करें।

 

मकर

अब बात करते हैं मकर राशि वालों की। शनिदेव आपकी राशि के स्वामी होने के साथ ही आपकी कुंडली में लग्न यानी पहले और धन यानी दूसरे भाव के स्वामी होते हैं। अब शनि महाराज आपके दूसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं। उनके वक्री रहने के दौरान मकर राशि वाले नौकरी-पेशा लोगों का अचानक ट्रांसफर हो सकता है। इस समय आपको कुछ मुश्किल भरे फैसले लेने पड़ सकते हैं। व्यापारियों को बिजनेस में खूब तरक्की होगी। इस समय आप अपने परिवार के साथ यात्रा पर जा सकते हैं।

फाइनेंसशियलि देखें तो इस समय में आप सेविंग्स नहीं कर पाएंगे। इस समय आप फिजूल खर्ची कर सकते हैं। इस समय आपको बचत पर ध्यान देना चाहिए और हर पैसे का सोच-समझकर इस्तेमाल करना चाहिए। फाइनेंस से जुड़े मामले में किसी पर भी आंख बंद करके भरोसा न करें।

रिलेशनशिप की बात करें तो कोई तीसरा आदमी आपके लव पार्टनर को आपके खिलाफ भड़का सकता है। वहीं, इस समय आपके घर-परिवार में किसी नए मेहमान का आगमन हो सकता है। इस दौरान परिवार के साथ समय बिताना और उनका सहयोग करना आपके लिए शुभ रहेगा। वे वास्तव में आपकी ताकत और प्रेरणा का स्रोत साबित होंगे। स्टूडेंट्स इस समय काफी मेहनत करते हुए नजर आएंगे। इस समय आपकी आँखों में एलर्जी हो सकती है।

उपाय-

आपको मंगलवार या शनिवार को सुंदर कांड का पाठ करना चाहिए।

 

कुंभ

कुंभ राशि वालों की कुंडली में शनि देव लग्न और व्यय यानी पहले व बारहवें भाव के स्वामी होते हैं। शनि महाराज आपके पहले भाव में वक्री हो रहे हैं। इस समय अगर आप नौकरी बदलने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको अभी इससे बचना चाहिए। इस समय आपके अपने कलीग्स के साथ मतभेद हो सकते हैं। ऐसे में आपको उनसे उलझने से बचना चाहिए। शनि महाराज के वक्री रहने के दौरान कारोबारी बहुत धीमी गति से आगे बढ़ेंगे।

इस अवधि में आप और आपके बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड एक दूसरे को नहीं समझ पाएंगे जिससे आप दोनों को लग सकता है कि उनकी नजर में आपकी कोई वेल्यू नहीं है। हालांकि, आपकी लव लाइफ में रोमांचक मोड़ आता दिख रहा है। इस समय स्टूडेंट्स रिसर्च पर फोकस करके अपना नाम कमा सकते हैं।

इस समय आपको अपनी सेहत का विशेष रूप से ख्याल रखना चाहिए आपको पेट से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं। इसके अलावा आप कमजोरी महसूस करेंगे। आपको ज्यादा देर तक बैठने से बचना चाहिए वरना आपके पैरों व कमर में दर्द रह सकता है। इस दौरान आपको विदेश यात्रा या विदेशों से जुड़े कामों में सफलता मिल सकती है। अगर आपका काम विदेश से जुड़ा है तो बेहतरीन रिजल्ट आपका इन्तजार कर रहे हैं।

उपाय-

नियमित रूप से बजरंग बाण का पाठ करें।

 

मीन

अब बात करते हैं लास्ट बट नॉट द लीस्ट मीन राशि वालों की। मीन राशि वालों की कुंडली में शनि महाराज ग्यारहवें और बारहवें यानी आय व व्यय भाव के स्वामी हैं। वे आपके व्यय भाव में वक्री होने जा रहे हैं। इस समय आपको करियर में काफी मेहनत करनी पड़ेगी लेकिन आपकी तारीफ नहीं होगी। बिजनेस में आपको अभी अपनी स्ट्रैटजी बदलने से बचने की सलाह दी जाती है। इस समय आपको बेचैनी रह सकती और आपका मन किसी भी काम में नहीं लगेगा।

इस समय आपको सोच-समझकर खर्चे करने चाहिए। वरना हालात आमदनी अठन्नी, खर्चा रुपया वाले हो सकते हैं। विद्यार्थियों को इस समय किसी रूकावट का सामना करना पड़ सकता है। लव लाइफ की बात करें तो आप रिलेशनशिप से सटिस्फाइड नजर नहीं आएंगे। 

इस समय माता-पिता, बुजुर्ग या घर के वरिष्ठ सदस्यों के साथ भी आपके रिश्ते अच्छे नहीं रहेंगे। उनके साथ वाद-विवाद या गलतफहमी से बचने की कोशिश करें। उनके अनुभव और सलाह को सम्मान दें और उन्हें अपना प्यार और सहयोग दें। आपसी समझ और बातचीत से अपने पारिवारिक रिश्तों को मजबूत करें। इस समय आपको नसों से जुड़े रोग या रीढ़ की हड्डी से जुड़े रोग परेशान कर सकते हैं।

इस समय अपने दोस्तों या सहयोगियों से अपने राज शेयर न करें। वे आपके सीक्रेट्स को मिस यूज कर सकते हैं। वे आपकी छवि बिगाड़ सकते हैं। अपनी प्राइवेसी बनाए रखें और संवेदनशील मामलों पर चर्चा करते समय सावधान और सतर्क रहें।

उपाय-

आपको रोजाना जल से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए।

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। Astro Arun Pandit जी की टीम की ओर से आपको शुभकामनाएं। 

 

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