रक्षाबंधन पर रहेगा भद्रा का साया, भाई को किस समय बांधें राखी?

रक्षाबंधन, यानी भाई-बहन के स्नेह का त्यौहार। यह दिन इस रिश्ते को और अधिक मजबूती देने का पर्व है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को राखी बांधकर भगवान से उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। वहीं, भाई उन्हें रक्षा करने का वचन देते हैं। इस बार यह पर्व 19 अगस्त को आ रहा है। 

इस बार राखी पर भद्रा का साया रहने वाला है। माना जाता है कि भद्राकाल में भाई को राखी बांधने से भाई-बहन के रिलेशन में तनाव आता है और मनोकामना भी पूरी नहीं होती है। हालांकि, इस बार भद्रा पाताल लोक में रहेगी जिसे ज्यादा अशुभ भी नहीं माना जाता है। ऐसे में आपको अपने भाई की तरक्की और खुशहाली के लिए उन्हें शुभ मुहूर्त में ही राखी बांधनी चाहिए।

कब तक रहेगा भद्रा का साया?

इस साल रक्षाबंधन 19 अगस्त को मनाया जाएगा। दरअसल, इस साल सावन की पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त को रात 11:55 बजे तक पूर्णिमा रहेगी। हालांकि, इस दिन सूर्योदय से पहले ही भद्रा का साया भी रहेगा जो दोपहर 1:34 बजे तक रहेगा। इसके चलते इस बार दोपहर 1:34 बजे के बाद ही राखी बांधना शुभ रहेगा।

कब है राखी बांधने का शुभ मुहूर्त?

रक्षाबंधन पर भाइयों की कलाई पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:34 बजे से रात 9:07 बजे तक रहेगा। यानी कि बहनों को भाइयों के हाथ में राखी बांधने के लिए 7:30 घंटे से ज्यादा का समय मिलने वाला है। 

इसके अलावा इस दिन राखी बांधने का प्रदोष काल का मुहूर्त शाम 6:56 बजे से रात 9:07 बजे तक रहने वाला है। इसके अलावा दोपहर 1:42 बजे से शाम 4:19 बजे तक भी राखी बांधने का शुभ मुहूर्त रहेगा। वहीं, रात 8:24 बजे से 9:50 बजे तक अमृत काल रहने वाला है।

अगस्त में बनेगा त्रिग्रही योग, इन राशि वालों की होगी बल्ले-बल्ले इस टॉपिक पर विशेष जानकारी पाने के लिए दिए गए लिंक पर click करें

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। Astro Arun Pandit जी की टीम की ओर से आपको शुभकामनाएं।

 

देवशयनी एकादशी: जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

देवशयनी एकादशी का पर्व इस बार 17 जुलाई 2024 को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु योग निद्रा में चले जायेंगे। इस बार की देवशयनी एकादशी कई मायनो में महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि इस बार 5 शुभ संयोग बन रहें हैं। ये योग हैं- शुभ योग, शुक्ल योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और इन सबके साथ अनुराधा नक्षत्र का दुर्लभ संयोग है। 

इस बार की तिथि का आरंभ व समापन-

आषाढ़ शुक्ल एकादशी ति​थि का आरंभ:- 16 जुलाई, मंगलवार, रात 8:33 बजे से

आषाढ़ शुक्ल एकादशी ति​थि का समापन:- 17 जुलाई, बुधवार, रात 9:2 बजे तक

पूजा का शुभ मुहूर्त: 17 जुलाई की सुबह 5:34 बजे से

देवशयनी एकादशी के व्रत पारण का समय: 18 जुलाई, सुबह 5:35 बजे से 8:20 बजे के बीच

पारण के दिन द्वादशी का समापन: रात 8:44 बजे 

शुभ योग का समय इस प्रकार है-

  1. शुभ योग: प्रात:काल से लेकर सुबह 7:05 बजे तक
  2. शुक्ल योग: सुबह 07:05 बजे से 18 जुलाई को सुबह 6:13 बजे तक 
  3. सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 5:24 बजे से 18 जुलाई को सुबह 3:13 बजे तक
  4. अमृत सिद्धि योग: सुबह 5:24 बजे से 18 जुलाई को सुबह 3:13 बजे तक
  5. अनुराधा नक्षत्र: प्रात:काल से लेकर 18 जुलाई को सुबह 3:13 बजे तक

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। Astro Arun Pandit जी की टीम की ओर से आपको शुभकामनाएं।