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एक ऐसा दीपक जो आपका जीवन रोशन कर सकता है!

आज हम बात कर रहे हैं ऐसी बाती की जिससे दीप जलाने पर आपके सारे कष्ट स्वयं महादेव हर लेंगे इसे सहस्त्रवली या 3 तार की 108 बाती का दीपक कहा जाता है।

108 बाती का दीप जलाने के फायदे-

  •  इसे घी में भिगोकर प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव के सामने जलाने से सभी तीर्थों की यात्रा करने का फल मिल जाता हैं।  
  •  कहते हैं जिस व्यक्ति ने कोई तीर्थ ना किया हो, कभी किसी तीर्थ पर स्नान न किया हो वह केवल सोमवार, उसमें भी श्रावण सोमवार के दिन भगवान शिव के सामने अगर 3 तार की 108 लंबी बाती का दीया जला दें, तो उसे सारे तीर्थों में स्नान का फल मिल जाता है।  
  •  वहीं अगर इसमें काले तिल डाल दिए जाएं, तो इसे भगवान शिव के समक्ष जलाने से कुंडली में शनि के द्वारा मिलने पीड़ा कम हो जाती है। 

 तीन तार की 108 बाती बनाने का तरीका

3 तार की 108 बाती बनाने के लिए आप सफ़ेद सूती धागा लें उसे तीन बार अपने हाथ की चार अंगुलियों में लपेटे इससे आपकी एक बाती तैयार हो गयी अब ऐसे ही आपको 108 बाती तैयार करनी है, इन सब का एक बंडल बना लें  और एक अलग धागा लेकर इस पूरे 108 के बंडल को बांध लें। आपकी 108 लंबी बाती तैयार है। 

भोलेनाथ के 108 नाम जाप के बारे में अधिक जानने के लिए दिये गए लिंक पर CLICK करें। 

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शनि महाराज पर लगने जा रहा है चंद्र ग्रहण, जानें किन राशियों के लिए है चिंता की बात।

चन्द्रमा लगाने जा रहे हैं शनि देव पर ग्रहण, दोस्तों ये बहुत ही दुर्लभ खगोलीय घटना है जिसे लूनर आक्लटेशन आफ सैटर्न (Lunar occultation of Saturn) यानि शनि चंद्र ग्रहण कहते हैं। हम खुली आँखों से इसे आसमान में देख पाएंगे, ये घटना पूरे 18 सालों के बाद होने जा रही है और ज्योतिष की मानें तो इससे विष योग का निर्माण हो रहा है।

शनि चंद्र ग्रहण की अवधि

ये घटना 24 जुलाई 2024, बुधवार की देर रात 1:30 बजे से शुरू होकर 24 जुलाई 2024 की ही देर रात 02:25 बजे तक चलेगी। वर्ष 2024 में ऐसे ही नज़ारे कई बार आकाश में देखने को मिलेंगे। जिसमे जहाँ पहला 24 जुलाई, 2024 की रात। इसके बाद ऐसा ही दूसरा नज़ारा 14 अक्टूबर, 2024 को दिखाई देगा। इसके अलावा 21 अगस्त को भी ये आकाश में दिखाई देगा, पर हम भारत में इसे नहीं देख पाएंगे।

राशियों पर शनि चंद्र ग्रहण का प्रभाव

इस खगोलीय घटना के कारण जो विष योग बन रहा है इसका प्रभाव कुछ राशियों पर देखने को मिलेगा।  

  • मकर, कुम्भ और मीन राशि: ये तीन राशियां जिनकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती चल रही है, इनके लिए इस ग्रहण के कारण आने वाले कुछ दिन थोड़े तनावपूर्ण रह सकते हैं। आप डिप्रेशन, अवसाद (Anxiety) का शिकार हो सकते हैं। परंतु आपको घबराने की जरुरत नहीं है।
  • उपाय : इसके लिए सबसे अच्छा उपाय “ॐ नमः शिवाय”, और तो और सावन का महीना भी चल रहा है , तो आपको भोले बाबा का जलाभिषेक करना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा ॐ नमः शिवाय का जप करना चाहिए।
  • कर्क और वृश्चिक राशि:  इन दोनों राशियों पर क्योंकि शनि की ढैय्या चल रही है, इसलिए इन दोनों राशियों के लोगों के लिए आने वाला समय थोड़ा संभलकर चलने वाला रहेगा। आपको अपने कार्यस्थल और रिश्तों में थोड़ा बहुत बैलेंस बनाकर चलना होगा। हालांकि इस कारण आप कभी-कभी हताश भी दिखाई देंगे।
  • उपाय: आपके लिए एक ही मंत्र है वो है “भज ले प्यारे हरी का नाम बनेंगे तेरे सारे काम”. मतलब आपको भगवान श्री हरी का ध्यान या पूजा करनी चाहिए ये आपके लिए सबसे अच्छा रहेगा।

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18 मार्च 2024 को होगा शनि का कुंभ में उदय। छात्रों की हो जाएगी बल्ले-बल्ले!

शनि का कुंभ में उदय (18 मार्च 2024)- शनि जिसे ज्योतिष विज्ञान में कर्मफल दाता भी कहा जाता है, वैदिक ज्योतिष में सबसे प्रभावशाली ग्रहों में से एक है। ऐसे में शनि का हर छोटा-बड़ा स्थान परिवर्तन एक महत्वपूर्ण घटना को दर्शाता है, जिसका असर व प्रभाव अक्सर देश-विदेश के साथ-साथ सभी जातकों के जीवन पर पड़ता है। 

शनि के कुंभ में उदित होने की समयावधि 

बीते वर्ष 2023 में, 30 जनवरी को शनि ने अपना गोचर अपनी स्वराशि कुंभ में किया था, जो उसकी मूलत्रिकोण राशि में मानी जाती है। और वर्ष 2024 की शुरुआत में ही वे 11 फ़रवरी, दिन रविवार को कुंभ राशि में ही अस्त हो गए थे। अब इसी कर्म में वे लगभग 36 दिनों के बाद यानी 18 मार्च 2024, सोमवार को सुबह 7 बजकर 49 मिनट पर स्वराशि कुंभ में ही उदित हो जाएंगे। 

अरुण पंडित जी से समझें शनि के उदय का महत्व 

सेलिब्रिटी ज्योतिषी Astro अरुण पंडित जी की माने तो, 18 मार्च 2024 को शनि का कुंभ राशि में उदय होना, कोई साधारण घटना नहीं होगी। क्योंकि जिस समय शनि उदित होंगे उस समय देशभर में छात्रों का परीक्षा का समय चल रहा होगा। जिसके परिणामस्वरूप शनि की ये चाल न केवल देशभर में बल्कि खासतौर से विधार्थियों के लिए कई मायनों में ख़ास सिद्ध होगी। इतना ही नहीं शनि का उदय छात्रों के जीवन में कई विशेष सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा। आइए डालते हैं इन प्रभावों पर भी एक नज़र:-

  • छात्रों को मिलेंगे उपयोगी अवसर: शनि के उदय होने से छात्रों को उनकी परीक्षा की तैयारी में अधिक संलग्न होने का अवसर मिलेगा। ये वो अवधि होगी जब छात्र अपनी परीक्षा में अच्छे अंकों के लिए स्वाध्याय को और अधिक मेहनत से करते देखें जा सकते हैं।  
  • शुभ योग में होगा शनि का उदय: शनि का ये उदय फाल्गुन शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि में होगा। इस दौरान नक्षत्र आर्द्रा होगा। साथ ही अगर योग की बात करें तो इस दौरान सौभाग्य योग का निर्माण होगा, शुभ योग की श्रेणी में आता है। 

शनि के उदय का ज्योतिषीय महत्व:

शनि के उदय का ज्योतिषीय महत्व इसलिए भी ख़ास हो जाता है, क्योंकि शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है। जो प्रत्येक राशि में लंबे समय तक रहता है। बताते चले कि शनि एक राशि में लगभग 2.5 वर्ष तक रहता है, जिस कारण विभिन्न जातकों पर उसका प्रभाव भी विशेष महत्व रखता है। तो चलिए अब बिना देर किये जानते हैं, 18 मार्च 2024 को कुंभ में शनि उदित का प्रभाव विभिन्न राशियों के छात्रों के लिए कितना रहेगा शुभ-अशुभ:-

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राशियों के अनुसार शनि के उदय का छात्रों पर प्रभाव:

मेष राशि:

  • शनि के ग्रहण का समय छात्रों के लिए उत्कृष्ट होगा।
  • यह उन्हें अधिक संवेदनशील और प्रेरित करेगा।

वृष राशि:

  • शनि के उदय से यह राशि उपयुक्त होगी। 
  • परन्तु छात्रों को आने वाली परीक्षाओं में कुछ अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है।

मिथुन राशि:

  • शनि का उदय छात्रों को परीक्षा में अधिक प्रेरित करते हुए, सफलता की ओर अग्रसर रहने में मदद करेगा। 
  • शनि से बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए आपको अपना स्वाध्याय का समय बढ़ाना होगा। 

कर्क राशि:

  • शनि के उदय होने पर, इस राशि के छात्रों को अधिक धैर्य और स्थिरता मिलेगी। 
  • परन्तु बावजूद इसके मन कुछ व्याकुल सा प्रतीत हो सकता है। 

सिंह राशि:

  • शनि के उदय के दौरान छात्रों को अपनी दृढ़ता और समर्थता का अधिक प्रयोग करने का सुझाव दिया जाता है।
  • इसके लिए सुबह जल्दी उठकर स्वाध्याय करें। 

कन्या राशि:

  • इस राशि के छात्रों को शनि देव अपनी स्वराशि में उदय होने के बाद समृद्धि की ओर प्रेरित करेंगे। 
  • आपको समय पर अपना हर काम पूरा करने की आवश्यकता होगी।

तुला राशि:

  • शनि के उदय का प्रभाव इस राशि के छात्रों के लिए अधिक उत्कृष्ट होगा। 
  • शनि देव की कृपा से उन्हें स्थिरता और सफलता की दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।

वृश्चिक राशि:

  • 18 मार्च को शनि का उदय होना इस राशि के छात्रों को उनके मार्ग व लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अधिक मददगार सिद्ध होगा।
  • ज्यादातर समय मोबाइल या कंप्यूटर पर व्यतीत करने से बचें। 

धनु राशि:

  • छात्रों को उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अधिक मेहनत करने का साहस शनि के उदय से मिलने लगेगा।
  • हालांकि शनि देव इस दौरान आपको कुछ आलसी बना सकते हैं। 

मकर राशि:

  • मकर शनि की ही राशि होती है, ऐसे में शनि के उदय का प्रभाव इस राशि के छात्रों के लिए सकारात्मक रहेगा। 
  • यह उन्हें स्वास्थ्य, धैर्य, और संघर्ष की भावना से, आने वाली परीक्षा में और अधिक बेहतर करने में मदद करेगा।

कुंभ राशि:

  • इस राशि के छात्रों के लिए शनि का उदय विशेष महत्वपूर्ण रहेगा, क्योंकि शनि आपकी ही राशि में 18 मार्च से उदय हो रहे हैं। 
  • ऐसे में शनि का ये प्रभाव आपको समृद्धि और सफलता के लिए अधिक मेहनत करने की प्रेरणा देगा। 

मीन राशि:

  • मीन राशि के छात्रों को शनि के उदय के दौरान अपने विचारों को साफ करने और अपने लक्ष्यों की दिशा में प्रगति करने के लिए प्रेरित करेगा।
  • परीक्षा में बेहतर अंकों के लिए छात्र किसी गुरु या बड़े की मदद ले सकते हैं। 

हम आशा करते हैं कि ये लेख आपको पसंद आया होगा। एस्ट्रो अरुण पंडित जी की टीम की ओर से आपको उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं।