Search
Close this search box.
Menu Close

सावन अमावस्या पर पितरों को कैसे करें खुश?

अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्त्व है। यह दिन पितरों को समर्पित किया गया है। अमावस्या यानी न्यू मून का दिन। यह महीने का वह दिन होता है जब हमें चंद्रमा दिखाई तो नहीं देता लेकिन उसका हमारी लाइफ पर गजब का इम्पैक्ट पड़ता है। ये दिन एक नई शुरुआत को तो दिखाता ही है और ये चंद्रमा के नए साइकल को भी दिखाता है।

इस बार सावन की अमावस्या 4 अगस्त को पड़ रही है। इस दिन सिद्धि योग, पुष्य नक्षत्र और रविवार भी पड़ रहा है। इस दिन आप भी कुछ रेमेडीज को करके अपनी लाइफ को खुशहाल बना सकते हैं। 

सावन अमावस्या पर बन रहे हैं ये योग-

  • रवि पुष्य योग: सूर्योदय यानी सुबह 5:34 बजे से दोपहर 1:26 बजे तक
  • सर्वार्थ सिद्धि योग: सूर्योदय से दोपहर 1:26 बजे तक
  • सिद्धि योग: सुबह 10:38 बजे तक

पितरों के लिए कैसे करें तर्पण?

सावन की अमावस्या पर सुबह नहाने के बाद साफ कपड़े पहनें। इसके बाद पितरों के निमित्त जल, काले ​तिल, सफेद फूल व कुशा से तर्पण करें। तर्पण करते समय कुशा घास से बनी पवित्री जरूर पहनें। इससे पितरों को तर्पण का जल मिलता है और वे खुश होते हैं और आपको आशीर्वाद देते हैं।

इस दिन करें कौनसे विशेष उपाय?

  • इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा कर सात परिक्रमा करें। इससे आपको शनि महाराज की कृपा मिलेगी और आपको अपनी मेहनत का रिजल्ट भी मिलने लगेगा। 
  • इस दिन अगर आप पेड़ लगाते हैं तो इससे आपकी जन्म कुंडली में बुध महाराज की स्थिति मजबूत होती है।
  • इसके अलावा आपको माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए इस दिन आटे की गोलियां बनाकर मछलियों के लिए डालनी चाहिए।
  • सावन की अमावस्या के दिन शाम को आटे से बने दीपक में बत्ती जलाकर किसी भी नदी के घाट पर रखना चाहिए। इससे आप पर मां लक्ष्मी की कृपा तो बरसेगी ही। इस साथ ही आपके पितृ यानि एनचेस्टरस भी खुश होकर आशीर्वाद देंगे।

रुद्राक्ष पहनते समय किन बातों का रखें ध्यान? टॉपिक के बारे में जानना चाहते हैं तो दिए हुए लिंक पर click करें।

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। Astro Arun Pandit जी की टीम की ओर से आपको शुभकामनाएं।

सावन प्रदोष विशेष: महादेव को क्यों प्रिय है यह व्रत?

आज के लेख में हम बात करेंगे एक ऐसे व्रत के बारे में जिसे करने से आपकी हर इच्छा पूरी हो सकती हैं। इस व्रत को रखने से बाबा भोले भंडारी की कृपा आप पर बरसने लगेगी। दरअसल, आज हम आज बात करने वाले हैं महादेव के प्रिय प्रदोष व्रत के बारे में। 

दरअसल, जब भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकला विष पिया, तो वह इतना असरदार था कि महादेव का कंठ यानी गला नीला पड़ गया। इसके चलते सभी देवों और लोगों ने जल व बेल पत्री की मदद से उनके गले की जलन को कम किया। 

महादेव ने विष पीकर सारे जगत का कल्याण किया इसलिए देवता उनकी पूजा करने लगे। इससे खुश होकर महादेव ने तांडव किया और जब ये सारा इंसिडेंट हुआ उस दिन त्रयोदशी तिथि थी। इस कारण ही महादेव को प्रदोष का व्रत अतिप्रिय है।

कब है सावन का पहला प्रदोष व्रत?

  • इस बार सावन का पहला प्रदोष व्रत 1 अगस्त यानी गुरुवार को पड़ रहा है। इस कारण इसे गुरु प्रदोष कहा जाएगा। अगर आप सच्चे मन से इस व्रत को करते हैं तो आपकी मनचाही मुराद पूरी हो सकती है। 
  • इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा एकसाथ करने से आपकी मैरिज होगी और अगर मैरिड लाइफ में कोई दिक्कत आ रही है तो वह भी दूर होगी।
  • इस व्रत को करने से आपको संतान प्राप्ति हो सकती है। इस दिन आप महादेव के सामने घी का दिया जलाएं। 
  • कोर्ट केसेज या कोई भी डिस्प्यूट हो तो इस व्रत को रखने से या इस दिन महादेव पर एक लोटा जल चढ़ाने से वो सभी इश्यूज खत्म होने लगते हैं। 

सावन विशेष: शिवजी को क्या चढ़ाने से मिलता है क्या फल?  हमारे इस ब्लॉग को पढ़ने के लिए दिए हुए लिंक पर click करें।

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। Astro Arun Pandit जी की टीम की ओर से आपको शुभकामनाएं।

बाबा भोले भंडारी को क्यों प्रिय है सावन का महीना?

बारिश के साथ-साथ सावन का भी आगाज हो गया है। सावन बाबा भोले भंडारी का सबसे प्रिय माह है। इस साल सावन के महीने की शुरुआत सोमवार से हुई है और यह महीना सोमवार के दिन ही खत्म भी होगा। ऐसे में इस बार का महीना बहुत खास है। 

सावन का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि इस महीने जो भी भक्त बाबा भोलेनाथ की पूजा करता है या उन्हें एक लोटा जल चढ़ता है उसके सारे काम बनते चले जाते हैं। क्या आप जानते हैं की महादेव को सावन मास इतना प्रिय क्यों है ?

सावन मास से जुड़ी कुछ खास बातें-

  • इसी महीने में माता पार्वती ने तप करके भगवान शिव को पति रूप में पाने का वरदान पाया था।
  • सावन  मास तब होता है जब पूर्णिमा के दिन श्रवण नक्षत्र होता है। 
  • माना जाता है कि श्रवण का मतलब होता है- ‘सुनना’। इस महीने में कथा, भागवत व शिव पुराण आदि सुनने का भी बहुत महत्व है। 
  • इस महीने का महत्त्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि मार्कंडेय ऋषि ने अपनी लंबी उम्र के लिए सावन में ही तप किया था।

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। Astro Arun Pandit जी की टीम की ओर से  आपको शुभकामनाएं।

सावन विशेष: शिवजी को क्या चढ़ाने से मिलता है क्या फल?

सावन का महीना शुरू हो गया है। भगवान शिव को प्रिय इस महीने में भक्त उन्हें खुश करने के लिए व्रत-उपवास रखते हैं और तपस्या भी करते हैं। कुछ लोग कांवड़ लेकर भगवान शिव को चढ़ाते हैं और कुछ लोग ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए भी जाते हैं।

भगवान शंकर का एक नाम आशुतोष भी है। यानी वह जो भक्त की साधना से जल्द ही खुश हो जाएं। भगवान शिव हर भक्त की मनोकामना को पूरा करने वाले हैं।

क्या आप जानते हैं कि शिवजी को सावन में कौनसी चीज चढ़ाकर आपकी कौनसी मनोकामना पूरी हो सकती है? आज के लेख में हम इसी पर बात करेंगे। 

शहद

जो लोग नेम-फेम और ब्यूटी पाना चाहते हैं उन्हें भगवान शिव को शहद अर्पित करना चाहिए। 

गेहूं और धतूरे का फल

निःसंतान दंपति को भूतभावन भगवान शिव पर गेहूं और धतूरे का फल चढ़ाने चाहिए। इससे उन्हें संतान सुख मिलता है।

गन्ने का रस व चीनी

जो लोग अपने जीवन में प्रॉस्पेरिटी पाना चाहते हैं उन्हें शिवलिंग का गन्ने के रस से अभिषेक करना चाहिए। इसके अलावा शिव जी को चीनी चढ़ाने से भी व्यक्ति के जीवन में लग्जरी आती है।

दूध और तिल

जिन लोगों को रोगों से मुक्ति चाहिए उन्हें भगवान शिव का दूध से अभिषेक करना चाहिए। इसके अलावा शिवलिंग पर तिल चढ़ाने से भी रोग मिटते हैं।

दही और घी

सावन में भगवान शिव पर घी चढ़ाने से आपका औरा अच्छा होता है। वहीं, शिवलिंग पर दही चढ़ाने से लाइफ में खुशी आती है और आप मोटिवेटेड रहते हैं। 

इत्र और सुगंधित तेल

जो लोग शिवलिंग पर इत्र चढ़ाते हैं उन्हें धर्म के रास्ते पर दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता। इसके अलावा शिवलिंग पर सुगंधित तेल चढ़ाने से लग्जरी और दौलत मिलती है।

चंदन और केसर

सावन में भगवान शिव को चंदन लगाने का विशेष महत्त्व है। इससे व्यक्ति का मान-सम्मान बढ़ता है। वहीं,

शिवलिंग पर केसर अर्पित करने से वैवाहिक जीवन में खुशियां आती हैं।

भांग और बेलपत्र 

शिवलिंग पर भांग चढ़ाने से बुराई खत्म होती हैं। वहीं, बेलपत्र चढ़ाने से लाइफ की सभी डिफकल्टीज़ खत्म होती हैं।

आंवलें का रस

भगवान शिव को आंवले का रस चढ़ाने से व्यक्ति की उम्र बढ़ती है।

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। Astro Arun Pandit जी की टीम की ओर से आपको शुभकामनाएं।