लायंस गेट पोर्टल: 8 अगस्त के दिन आप जो चाहेंगे वह पाएंगे!

8 अगस्त के दिन आप जो कुछ भी चाहेंगे वो पाएंगे! दरअसल, इस दिन आपकी विश पूरी करने के लिए पूरी कायनात जुटने वाली है। इस दिन 8 अगस्त 2024 को 8/8/8 का कॉम्बिनेशन बन रहा है। इसे लायंस गेट पोर्टल के नाम से भी जाना जाता है। दोस्तों ये समय सिर्फ इस तारीख की वजह से इम्पोर्टेन्ट नहीं है बल्कि इस दिन आकाश में सितारे भी इस तरह से अलाइन रहेंगे कि आपकी हर विश पूरी हो सके। 

  • सूर्य और सिरीयस तारे का एलाइनमेंट: लायंस गेट पोर्टल के दौरान, पृथ्वी , सूर्य, और सिरीयस,  जो आकाश का सबसे चमकदार तारा है, ये सभी सीधी रेखा में आ जाते हैं , अलाइन हो जाते हैं।  सिरीयस को “आध्यात्मिक सूर्य” कहा जाता है और इसके सूर्य के साथ अलाइन होने से ऊर्जा में वृद्धि होती है।
  • सूर्य और सिरीयस तारे की ऊर्जा: इस एलाइनमेंट के कारण सूर्य की ऊर्जा काफी ज्यादा हो जाती है, इससे पृथ्वी पर हाई वाइब्रेशनल फ्रीक्वेंसी होती है।  सरल भाषा में इस समय किया हुआ कोई भी मेनिफेस्टेशन या मुराद पूरी हो सकती है, बस शर्त इतनी है की उसे पुरे मन से चाहो। 

क्या करें? 

  1. आपको अपने आस-पास की जगह की अच्छी तरह सफाई करने के बाद धुप या अगरबत्ती जलाकर एनर्जी को क्लीन करना चाहिए। 
  2. साफ आसन पर बैठकर अपनी लाइफ की हर छोटी-बड़ी चीज़ के लिए ईश्वर को थैंक्स बोलें। 
  3. इसके बाद आपकी जो भी विश है उसे विजुअलाइज कर मेडिटेशन करें। 
  4. इस समय ध्यान रखें कि आपके गोल्स को लेकर आपकी नीयत अच्छी रहे। गोल तक पहुंचने के लिए प्लानिंग कर रोडमैप तैयार करें। 
  5. इसके बाद आपको उनसे रिलेटेड अफरमेशन यूज करने चाहिए। 

मेनिफेस्टेशन तकनीकें-

  • 369 मेथड में आपके जो भी desires हैं उन्हें  3 बार सुबह, 6 बार दोपहर, 9 बार रात में पेपर पर अफर्मेशन के रूप में लिखें। 
  • जो भी आपकी अफर्मेशन है उसे आप 17 सेकेंड्स में ही बोल पाएं इसका ध्यान जरूर रखना है। क्योंकि हम किसी भी विचार पर 17 सेकेंड्स तक फोकस कर सकते हैं। अगर आप इस तरह की अफर्मेशन यूज करेंगे तो आपको अपने सब-कॉन्शियस माइंड को ट्रेनिंग देने में ज्यादा आसानी होगी।  
  • आपको एक टाइम पर एक ही डिजायर को लेकर मैनिफेस्ट करना चाहिए। आपने सुना होगा ‘Universe demands clarity of thoughts.’  जितना आप आपने आप में एक ही सेंटेंस को कई बार दोहराएंगे, एक ही चीज़ को लेकर बार-बार बोलेंगे या लिखेंगे उतना ही यूनिवर्स आपको डिमांड्स को समझकर उसे पूरा करने की ओर काम करेगी।               

राशि पर आधारित उपाय-

अब हम बात करेंगे की लायंस गेट पोर्टल के दौरान हर राशि के लिए विशिष्ट उपाय के बारे में , इसमें हम हर राशि के कमज़ोर पहलुओं में पॉजिटिव चेंज के बारे में बात करेंगे। यहाँ पर प्रत्येक राशि के लिए लायंस गेट पोर्टल में अपनाने योग्य उपाय दिए गए हैं। ध्यान दीजिये की हमने इसे जर्नलाइज रखा है। अगर आप कुछ और मनिफेस्टेशन करना चाहते हैं तो इस 8 अगस्त के दिन से 369 मेथड यूज कर सकते हैं। इस मेथड की डिटेल आप दिए हुए लिंक पर click कर सकते हैं। 

 

मेष

मेष राशि के लिए यह समय अपनी योजनाओं को लागु करने और अपने लक्ष्यों की दिशा में ठोस कदम उठाने का है। 

उपाय: करेज और लीडरशिप क्वॉलिटीज को बढ़ाने के लिए आप 8 अगस्त को अपनी डिजायर को क्लैरिटी के साथ एक पेपर पर लिखें और राम नाम का ज्यादा से ज्यादा  करें।   

वृषभ

इस दिन आपको फाइनेंसियल प्लानिंग और मटेरियलिस्टिक डिजायर पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इस समय आपको प्रॉपर्टी, निवेश और आर्थिक सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए।

उपाय: मनी और प्रॉस्पेरिटी को अट्रैक्ट करने के लिए हरी या गुलाबी कैंडल्स जलाएं। इसके अलावा आप घी का दिया भी जला सकते हैं और अपने फाइनेंसियल गोल्स की लिस्ट बनाकर अपने इष्ट देवता के सामने रख दें। “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” मंत्र का जाप करें।

मिथुन

अपनी कम्युनिकेटिव स्किल्स और इंटेलेक्चुअल कैपेबिलिटीज को सुधारने के लिए समय निकालें। यह समय अपने विचारों को स्पष्ट करने का है। आप आगे क्या पाना चाहते हैं, क्या करना चाहते हैं उस पर विचार करें और अपने लिए एक रोडमैप तैयार बनाएं।  

उपाय: कम्युनिकेशन और इंटेल्लेक्ट के डेवलपमेंट के लिए एक पेपर पर अपने गोल्स साफ-साफ लिखें। इस दिन आपको गणेश जी के मंत्रो का ज्यादा से ज्यादा जप करना चाहिए।

कर्क 

आपको परिवार और करीबी रिश्तों में सुधार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अपने इमोशंस पर कंट्रोल पाने के लिए खुद के साथ समय बिताएं। अपनी नेगेटिव फीलिंग्स को पेपर पर लिखकर जला दें। इससे आपको नेगेटिव इमोशंस को छोड़ने में मदद मिलेगी। 

उपाय: एक सफेद मोमबत्ती या घी का दीपक जलाकर ‘ॐ’ की ध्वनि सुनते हुए ध्यान करें। 

सिंह

आपके लिए यह समय अपनी पर्सनैलिटी को निखारने और अपनी क्षमताओं को सामने लाने का है। हालांकि, इस समय अपने अहम को आत्मविश्वास समझने की भूल न करें। 

उपाय: सूर्यदेव के मंत्र का करें। अपने गोल्स अचीव करने के लिए एक लिस्ट बनाएं जिसमें ‘क्या करें और क्या न करें’ का जिक्र हो।

कन्या 

आपको अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। यह समय अपने जीवन को व्यवस्थित करने का है। इस समय आपको धैर्य रखना चाहिए। 

उपाय: आप योगा सेशन अटेंड कर सकते हैं। ‘ॐ बुधाय नमः का जप करें और अपने स्वास्थ्य के लक्ष्यों को स्पष्ट करें। उन्हें अचीव करने का सॉलिड प्लान तैयार करें। 

तुला

रिश्तों में बैलेंस बनाने और सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने पर ध्यान दें। यह समय अपने सामाजिक और व्यक्तिगत रिश्तों को मजबूत करने का है।

उपाय: गुलाबी मोमबत्ती जलाएं और ‘ॐ शुक्राय नमः’ मंत्र का जप करें। आप अपने रिलेशनशिप गोल्स को अफर्मेशन की हेल्प से डिफाइन कर सकते हैं और सबसे इम्पोर्टेन्ट अपने दायरे को तय करें। 

वृश्चिक

अपनी इनर स्ट्रेंग्थ और डीप ट्रांसफॉर्मेशन पर ध्यान केंद्रित करें। पुरानी आदतों और नेगेटिव थिंकिंग को छोड़ने का यह अच्छा समय है।

उपाय: आपको हनुमान जी की अराधना करनी चाहिए। इसके साथ ही सेल्फ इंट्रोस्पेक्शन पर ध्यान देना चाहिए। 

धनु

इस समय को अपने ज्ञान और हायर एजुकेशन में सुधार के लिए उपयोग करें। नई चीजें सीखने का यह अच्छा समय है।

उपाय: किसी नए फील्ड के बारे में नॉलेज लेने की कोशिश कर सकते हैं। श्रीहरि विष्णु की पूजा करें और नाम जप करें। 

मकर

अपने कैरियर और लॉन्ग टर्म गोल्स पर ध्यान केंद्रित करें। इस दौरान अपनी योजनाओं को ठोस रूप में इम्प्लीमेंट करें।

उपाय: महादेव पर जलाभिषेक करें और मंत्रों का जप करें। अपने कैरियर के लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करें और उनके प्रति समर्पित रहें।

कुंभ 

आपको इस समय टीम एफर्ट पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। नए विचारों को सुनें, समझें और जितना हो सके उसे अपनाएं।

उपाय: भगवान भोलेनाथ का ध्यान करें। 

मीन

अपनी स्पिरिचुअल जर्नी और सेल्फ इम्प्रूवमेंट पर ध्यान केंद्रित करें। यह समय गहरे ध्यान और आध्यात्मिक कार्यों में शामिल होने का है।

उपाय: एक मोमबत्ती या दीपक जलाएं और ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः’ मंत्र का जप करें। ध्यान और आध्यात्मिक साधना में समय बिताएं।

इन उपायों को अपनाकर आप लायंस गेट पोर्टल की ऊर्जा का सर्वोत्तम उपयोग कर और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। अब हम आपके मूलांक के लिए स्पेसिफिक अफर्मेशन बताने जा रहे हैं। 

मूलांक पर आधारित उपाय-

न्यूमेरोलॉजी, अंकों के माध्यम से व्यक्तित्व, जीवन की घटनाएँ और भविष्य को समझने की विधि है। लायंस गेट पोर्टल के दौरान न्यूमेरोलॉजी के आधार पर प्रत्येक अंक के लिए विशिष्ट उपाय किए जा सकते हैं। यहां हर अंक के लिए उपाय दिए गए हैं, जो आपके जीवन में ऊर्जा और सकारात्मकता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

अंक 1 (1, 10, 19, 28)

सेल्फ मोटिवेशन को बढ़ावा देने के लिए पॉजिटिव अफर्मेशन और ध्यान का अभ्यास करें। 

आपके लिए अफर्मेशन– “मैं आत्म-विश्वास और नेतृत्व के साथ अपने लक्ष्यों की दिशा में बढ़ रहा हूँ”। 

अंक 2 (2, 11, 20, 29)

रिश्तों और सामंजस्य पर ध्यान केंद्रित करें। अपने जीवन में संतुलन बनाए रखने के लिए ध्यान और योग का अभ्यास करें।

आपके लिए अफर्मेशन- “मैं प्यार और सामंजस्य को आमंत्रित करता हूँ”। 

अंक 3 (3, 12, 21, 30)

अपनी क्रिएटिविटी और सेल्फ एक्सप्रेशन में सुधार के लिए कला, लेखन, या संगीत में समय बिताएँ।

आपके लिए अफर्मेशन- “मेरी सृजनात्मकता और अभिव्यक्ति को समृद्ध किया जा रहा है”। 

अंक 4 (4, 13, 22, 31)

अपने जीवन में क्रिएशन और स्टेबिलिटी को बढ़ाने के लिए योजनाएं बनाएं और उन्हें इम्प्लीमेंट करें। अनुशासन और मेहनत पर ध्यान केंद्रित करें।

आपके लिए अफर्मेशन- “मैं अपने जीवन में स्थिरता और सफलता प्राप्त कर रहा हूँ”।

अंक 5 (5, 14, 23)

बदलाव को अपनाने की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए खुले मन से कार्य करें। नए अवसरों को स्वीकार करें और अपनी सीमाओं को चुनौती दें।

आपके लिए अफर्मेशन -“मैं जीवन में सकारात्मक बदलाव और स्वतंत्रता का स्वागत करता हूँ”।

अंक 6 (6, 15, 24)

परिवार और सामाजिक जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करें। अपने संबंधों को मजबूत करने और दूसरों की मदद करने के लिए समय निकालें।

आपके लिए अफर्मेशन – “मैं अपने परिवार और समाज के साथ गहरा संबंध बना रहा हूँ”।

अंक 7 (7, 16, 25)

स्पिरिचुअल प्रैक्टिसेस और नौलेज डेवेलप करने पर ध्यान केंद्रित करें। 

आपके लिए अफर्मेशन –  “मैं आध्यात्मिक ज्ञान और सत्य की खोज में आगे बढ़ रहा हूँ”। 

अंक 8 (8, 17, 26)

फाइनेंसियल सिक्योरिटी और करियर की उन्नति पर ध्यान दें। अपने पेशेवर गोल्स को स्पष्ट रूप से निर्धारित करें और उन्हें प्राप्त करने के लिए काम करें।

आपके लिए अफर्मेशन – “मैं वित्तीय समृद्धि और करियर सफलता को आकर्षित कर रहा हूँ”।

अंक 9 (9, 18, 27)

दूसरों की मदद करने और अपने जीवन के उद्देश्य को समझने के लिए समय निकालें।

आपके लिए अफर्मेशन – “हर दिन मैं अपने उद्देश्य को अधिक स्पष्टता के साथ समझता हूं”।

इन उपायों को अपनाकर आप लायंस गेट पोर्टल की ऊर्जा को अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने और अपने लक्ष्यों को साकार करने के लिए उपयोग कर सकते हैं। न्यूमेरोलॉजी के अनुसार ये उपाय आपकी व्यक्तिगत नंबर ऊर्जा के साथ मेल खाते हैं और आपके जीवन के विभिन्न पहलुओं को सुधारने में मदद करेंगे। आप अपनी राशि और मूलांक के उपायों का उपयोग साथ में कर सकते हैं।

 

अर्द्ध-वार्षिक राशिफल (जुलाई से दिसंबर 2024) इस ब्लॉग को पढ़ने के लिए click करें। 

 

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। Astro Arun Pandit जी की टीम की ओर से आपको शुभकामनाएं। 

जन्म तिथि से जानिए अपने इष्ट देव | Know Your Ishta Dev As per Birth Date

इष्ट देव अर्थात अपने अराध्य को याद करने से ही हमारे कई बिगड़े हुए काम भी बन जाते हैं। दोस्तों, ईश्वर की कृपा मनुष्य जीवन में सबसे अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्हीं की कृपा से हमें जीवन में सुख-शांति मिलती है। उनका आशीर्वाद ही हमें जीवन में समृद्धिवान बनाता है और हमें अपने तमाम दुखों का सामना करने की शक्ति देता है। 

ऐसे में अक्सर लोग ये प्रश्न लेकर आते हैं, ये सवाल करते हैं कि हमारे इष्ट देवी या देवता कौन हैं और हमें आखिर किन भगवान की पूजा करनी चाहिए?

इसलिए आज हम बात करेंगे कि आखिर आपकी जन्म तारीख से आप कैसे आसानी से जान सकते हैं कि आपके इष्ट देवी-देवता कौन है। 

मूलांक 1 

इष्ट देव मूलांक 1 के लिए : अगर आप का मुख्य अंक 1 है यानी आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19 य 28 तारीख को हुआ हैं तो, आपको ये मान लेना चाहिए कि आपके ईष्ट देवता राम जी हैं। अगर आप किसी दूसरे धर्म से हैं या किसी भी कारण से राम जी की पूजा नहीं कर सकते तो, आपके लिए दूसरा विकल्प है सूर्य देव। सूर्य देव का प्रकाश किसी से नहीं अछूता है। इसलिए आप सूर्य देव को भी अपने ईष्ट देव के रूप में चुन सकते हैं। ये देखा गया है कि नंबर 1 वाले लोगों को गुस्सा एक दम आता हैं और उस समय में ये क्या कर जाए या क्या कह जाए इन्हें भी पता नहीं चलता हैं। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि 1 अंक के जातक हैं तो आपको सूर्य नारायण की पूजा आराधना करनी चाहिए , इससे  जीवन में बहुत से कार्य सिद्ध होने लगेंगे। 

उपाय:

  • सुबह सबसे पहले सूर्योदय से लगभग 1 घंटे की समयावधि के अंदर सूर्य देव को जल दे और उन्हें अपने ईष्ट देवता के रूप में मानते हुए उन्हें प्रणाम करें।
  • रोज़ घर से निकलते समय या ज़रूरी काम पर जाते समय अपने पिता और पिता तुल्य किसी व्यक्ति के चरण स्पर्श करें।   
  • रविवार का दिन सूर्य देव का दिन बोला गया है, ऐसे में हर रविवार एक छोटा टुकड़ा गुड़ का ज़रूर खाएं।

मूलांक 2 

इष्ट देव मूलांक 2 के लिए : अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20 या 29 तारीख को हुआ है तो, अंक ज्योतिष के हिसाब से आपका मूलांक हुआ 2. अंक ज्योतिष में मूलांक 2 के स्वामी है, चंद्रमा। ऐसे में जैसे-जैसे अमावस्या से पूर्णिमा तक चंद्रमा की अवस्थाएं बदलती हैं, उसी तरह से ही नंबर 2 वाले लोगों की मन की अवस्थाएं भी बदलती रहती हैं। जैसे चंद्रमा सूर्य से रोशनी लेता हैं वैसे ही यह लोग भी दूसरों की सहायता के साथ ही काम करते दिखाई देते हैं। ज्योतिष की मानें तो, अंक 2 के लोगों को भगवान शिव या मां गौरी को अपना ईष्ट देव मानना चाहिए। या फिर आप इनके अलावा चन्द्रमा को भी अपने ईष्ट देव के रूप में पूजते हुए उनकी उपासना कर सकते हैं।  

उपाय: 

  • पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को जल चढ़ाना चाहिए और शिव जी से संबंधित मंत्रों का जाप करना चाहिए।
  • आपको अपनी मां या मां सम्मान महिलाओं का कभी भी अनादर नहीं करना चाहिए। हमेशा उनका सम्मान करना चाहिए।
  • पानी बर्बाद करने से बचे और दूध बर्बाद करने से आपको खासतौर से बचना चाहिए।

मूलांक 3

इष्ट देव मूलांक 3 के लिए : अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21 या 30 तारीख को हुआ हैं तो आपका मूलांक हुआ 3, जिनके स्वामी गुरु बृहस्पति माने गए हैं। जिस प्रकार एक गुरु का वास्तविक कार्य, दूसरों को सही मार्ग दर्शन देना होता है, ठीक उसी प्रकार अंक 3 वाले लोग भी दूसरों का भला करने के लिए तत्पर रहते हैं और उनको सही रास्ता दिखाते हैं। नंबर 3 वाले जातकों को भगवान विष्णु को अपना ईष्ट मानते हुए उनकी आराधना करनी चाहिए। अगर आप किसी कारणवश उनकी पूजा-अर्चना नहीं कर सकते तो, आप जिन्हें भी अपना गुरु मानते हो चाहे फिर वो भगवान शिव हो या श्री राम या श्री कृष्ण। आपको उन्हें अपना ईष्ट देव मानते हुए उनका पूजन करना चाहिए। 

उपाय:

  • अपने गुरुओं और बड़े भाई का हमेशा सम्मान करें, कभी भी उनका अनादर नहीं करें।
  • जब भी किसी अच्छे या महत्वपूर्ण कार्य पर जाएं अपने माथे पर हल्दी का तिलक ज़रूर लगाएं।
  • संभव हो तो रोज़ाना, नहीं तो गुरूवार-गुरूवार नहाने के पानी में एक चुटकी हल्दी मिलाकर फिर उस पानी से ही नहाएं।

मूलांक 4

इष्ट देव मूलांक 4 के लिए : अब बात करते हैं अंक 4 वाले जातकों की। तो जिन भी लोगों का जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22 या 31  तारीख को हुआ हैं, तो अंक ज्योतिष के अनुसार उनका मूलांक 4 होता है, जिनके स्वामी छायाग्रह राहु को माना गया है। ऐसे में जिस भी जातक का अंक 4 है,  इनके ईष्ट देव मां दुर्गा या मां सरस्वती को माना गया है। जिस प्रकार शास्त्रों में राहु को स्वरभानु नाम के दानव का केवल सिर माना गया है और इसी की तरह ही नंबर 4 वाले लोगों के दिमाग में भी हमेशा कुछ न कुछ चलता रहता है। इनके दिमाग में आने वाले अलग-अलग प्रकार के विचार कभी नहीं रुकते उनका आदान-प्रदान हमेशा चलता रहता है। 

उपाय: 

  • मूलांक 4 वाले लोगों को मां दुर्गा या मां सरस्वती की आराधना करनी चाहिए।
  • ऐसे लोगों को किसी भी काम को पूरा करने के लिए, शुरुआत से ही एक नहीं बल्कि 2 प्लान लेकर चलना चाहिए।
  • आपको शारीरिक कर्म से अधिक मानसिक कर्म की ओर अधिक ध्यान देना चाहिए।
  • ज़रूरी या महत्वपूर्ण कार्य पर जाते समय चंदन का तिलक ज़रूर करें।

मूलांक 5

इष्ट देव मूलांक 5 के लिए : अंक ज्योतिष के हिसाब से जिन भी लोगों का जन्म महीने की 5, 14 या 23 तारीख को हुआ हैं, उनका मूलांक 5 बनता है। 5 अंक के स्वामी बुध ग्रह होते हैं, जो बुद्धि के कारक ग्रह हैं। ऐसे में नंबर 5 वाले लोग किसी भी बात को बहुत बारीकी से देखते-समझते हैं। माना गया है कि अगर ये लोग अपनी बुद्धि का सही इस्तेमाल करें तो ये एक बड़े व्यापारी भी बन सकते हैं, जबकि अगर ये अपनी बुद्धि का सही इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं तो ये आसानी से भटक भी जाते हैं।अंक ज्योतिष में अंक 5 वाले लोगों के लिए भगवान श्री कृष्ण या बुध देव उनके ईष्ट देवता बताए गए हैं। ऐसे में इन लोगों को श्री कृष्ण या फिर बुध देव को ही अपने ईष्ट देव के रूप में मानते हुए उनकी आराधना करनी चाहिए। 

उपाय:

  • अपनी बहन, बुआ और बेटी के साथ हमेशा अपने संबंध मधुर रखें।
  • घर पर मोर पंख रखें।
  • संभव हो तो ज़रूरतमंदों व गरीबों में शिक्षा की सामग्री दान करें।

मूलांक 6

इष्ट देव मूलांक 6 के लिए : जिन व्यक्तिओं का जन्म किसी भी माह की 6, 15 या 24 तारीख को हुआ है, तो उनका मूलांक 6 होगा। जिनके स्वामी शुक्र ग्रह माने गए हैं। ये देखा गया है कि जिन भी लोगों का अंक 6 होता है, वे लोग बहुत संवेदनशील स्वभाव वाले होते हैं, इसके पीछे का कारण ये भी है कि ज्योतिष में शुक्र ग्रह को स्त्री ऊर्जा का ग्रह माना हैं। इसलिए इन लोगों के इंट्यूशन कमाल के होते हैं। किसी भी चीज़ को लेकर इनका चुनाव सबसे बेहतरीन चीजों की ओर रहता हैं। इसलिए अंक ज्योतिष के हिसाब से यदि आपका या आपके किसी जानने वाले का जन्म किसी भी माह की 6, 15 या 24 तारीख को हुआ है तो इनके भी ईष्ट देव श्री कृष्ण को माना गया है। साथ ही भगवान श्री विष्णु और वामन देव को भी ये लोग अपना इष्ट देव मान सकते हैं। 

उपाय:

  • आपको शुक्रवार के दिन सफ़ेद मिठाई बाटें।
  • छोटी कन्याओं की किसी न किसी रुप में सेवा करनी चाहिए। संभव हो तो हर शुक्रवार, नहीं तो कम से कम महीने में एक बार 12 वर्ष से छोटी आयु की कन्याओं को भरपेट भोजन कराएं।

मूलांक 7

इष्ट देव मूलांक 7 के लिए : अब बारी आई है 7 नंबर की। ऐसे में जिन भी लोगों का जन्म किसी भी माह की 7, 16 या 25 तारीख को हुआ है तो उनका मूलांक 7 होगा। जिनके स्वामी ग्रह केतु होते हैं। जिस प्रकार राहु को असुर का सिर बोला गया, ठीक उसी प्रकार केतु को बिना सिर के शरीर का निचला भाग यानी ‘धड़” बताया गया है। ये देखा गया है कि नंबर 7 वाले लोग अक्सर भ्रम की स्थिति में ही रहते हैं और अपने लक्ष्य से भ्रमित होते हुए अपनी दिशा भूल सकते हैं।हालांकि ये लोग बहुत अच्छे मित्र होते हैं, क्योंकि ये मित्रता बिना किसी स्वार्थ के निभाते हैं। या जिस भी कार्य को एक बार करने की ठान लेते हैं तो उसे फिर ज्यादा दिमाग न लगाते हुए बिना सोचे-समझे दिन रात एक कर देते हैं।अंक ज्योतिष के अनुसार अंक 7 वाले जातकों के लिए उनके ईष्ट देव गणेश जी या नर सिंह देव होते हैं। 

उपाय:

  • नंबर 7 वाले जातकों को साधु-संतो की सेवा करनी चाहिए।
  • पक्षियों के लिए 7 अलग-अलग प्रकार के अन्न का दाना रखें।
  •  संभव हो तो घर पर पालतू कुत्ता रखें या अगर ये मुमकिन नहीं हैं तो आप गली के कुत्ते को खाना भी खिला सकते हैं।

मूलांक 8

इष्ट देव मूलांक 8 के लिए: जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 8, 17 या 26 तारीख को हुआ है तो, उनका मूलांक 8 होगा। जिनके स्वामी ग्रह कर्मफल दाता शनि होते हैं। माना गया है कि ये लोग यूँ तो बहुत मेहनती होते हैं, लेकिन इन्हें अपनी मेहनत का सही फल नहीं मिल पाता हैं, जिससे अकसर इन्हे अपनी मेहनत का फल कुछ देरी से ही मिलता है। इनके इष्ट देवता होते हैं शनि देव, या फिर आप ब्रह्मा जी को भी अपना इष्ट  देव मान सकते हैं। 

उपाय:

  • नंबर 8 वाले लोगों को अपने आसपास जितने भी कर्मचारी हो, जैसे आपके घर काम करने वाले नौकर या कार्यक्षेत्र पर आपकी सेवा में काम आने वाले लोग, उनको आपको कभी भी निराश नहीं करना चाहिए।
  • छाया दान करें। इसके लिए एक पात्र में थोड़ा सा सरसों का तेल डालें और उसमे अपनी प्रतिमा देखें और फिर उस तेल को किसी ज़रूरतमंद को या गरीब को दान कर दें।
  • अपने नौकरों या मजदूर वर्ग में गर्म कपड़े दान करें।

मूलांक 9

इष्ट देव मूलांक 9 के लिए : अब बात करते हैं अंक ज्योतिष के अंतिम अंक की यानी नंबर 9 की। अगर आपका जन्म महीने की 9, 18 या 27 तारीख को हुआ हैं तो, आपका मूलांक हुआ 9, जिनके स्वामी शक्ति यानी ऊर्जा के कारक ग्रह मंगल होते हैं। नंबर 9 वाले लोग बहुत ऊर्जावान होते हैं और हमेशा सक्रिय भूमिका में रहते हैं। इन्हें हमेशा कुछ न कुछ कार्य करते रहना चाहिए, नहीं तो इनकी ऊर्जा ठीक से उपयोग में नहीं आ पाती। अंक 9 वाले लोगों के लिए उनके इष्ट देव भगवान हनुमान जी या कार्तिकेय हो जाएंगे। कार्तिकेय को दक्षिण में मुरुगन भी कहते हैं । 

उपाय:

  • आपको अपने छोटे भाई-बहनों  का सम्मान करना चाहिए, उनसे गलत भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
  • ऊर्जा को सही दिशा मिले, इसके लिए हर मंगलवार बजरंग बाण का पाठ करें।
  • महीने में एक बार रक्त दान ज़रूर करें। 

 

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा।  अपने इष्ट देव के बारे में और अधिक जानकारी के लिए हमारे चैनल Astro Arun Pandit पर विजिट कर सकते हैं। इस वीडियो का लिंक ऊपर दिया गया है-

 

फेंगशुई – इन वस्तुओं से करें घर का वास्तु ठीक

कुआ नंबर और फेंगशुई आइटम्स

राधे-राधे दोस्तों,

आज के लेख में हम बात करेंगे कुआ नंबर के बारे में। कुआ नंबर एक ऐसा नंबर है जो आपकी लाइफ में जबरदस्त चेंज ला सकता है। इसके साथ ही किस दिशा में क्या करने से आपको सफलता मिलेगी। आजकल हर इंसान किसी न किसी पॉइंट पर अपनी लाइफ में स्ट्रगल कर रहा है। आमतौर पर देखा जाए तो इतना टाइम किसी के पास नहीं होता कि अगर कुंडली में आपका कोई प्लेनेट या न्यूमेरोलॉजी में कोई नंबर खराब है तो उसके लिए आप रेमेडी लंबे समय तक कर पाए। अगर किसी ने बताया तो जोश में आकर आप उसको एक दो वीक करते हैं लेकिन उसके बाद वह छूट जाता है।  हम आपकी प्रॉब्लम का सलूशन लेकर आए हैं, इस उपाय को आपको सिर्फ एक बार करना है जिसके बाद आप हमेशा के लिए टेंशन फ्री हो जाएंगे। इसके बाद वह उपाय आपकी लाइफ में जो चेंज लाएगा उसे देखकर आप खुद सरप्राइज हो जाएंगे। आपको खुद विश्वास नहीं आएगा ये सब हुआ कैसे? चलिए आपका ज्यादा समय न लेते हुए सीधे टॉपिक पर आते हैं। 

कुआ नंबर 

दोस्तों, अब बात करते है कुआ नंबर की। कुआ नंबर फेंगशुई का एक एंजेल नंबर है। यह चायनीज विद्या का एक पार्ट है। आपने न्यूमेरोलॉजी में कई नंबर सुने होंगे जैसे कि ड्राइवर नंबर, कंडक्टर नंबर, नेम नंबर आदि लेकिन यह सबसे डिफरेंट होता है। ये हमें हमारे लकी डायरेक्शन को बताता है जिसमें हमें काम करने से सक्सेस मिलती है। ये हमे हमारे लकी कलर भी बताता है, जिन्हें यूज करके हम लाइफ में खुशियां ला सकते हैं। 

अब आप भी सोच रहे होंगे कि कुआ नंबर को कैसे निकालते हैं। कुआ नंबर निकालने के लिए आपको आपकी डेट ऑफ बर्थ चाहिए होगी। यहां एक बात का ध्यान रखना है कि कुआ नंबर लड़के और लड़की का अलग-अलग तरह से निकलता है। चलिए एक उदाहरण से इसे समझते हैं। 

male                                                                                             female 

28 -11 -1994                                                                               28 -11 -1994 

 

यहां हमें न तो डेट का यूज़ करना है और न ही मंथ का। हमे सिर्फ ईयर का यूज़ ही करना है। तो हम ईयर ले लेंगे। 

 

male                                                                  female 

1994                                                                    1994 

 

इनको अलग अलग करके ऐड कर लेंगे। 

 

1 +9 +9 +4                                                                1 + 9 +9 +4 

=23                                                                               =23 

 

सिंगल नंबर में लाने के लिए ऐड करेंगे। 

 

2 + 3 = 5                                                                           2 + 3 = 5 

 

पुरुषों के लिए देखें तो अब जो भी नंबर आया है उसे 11 में से घटाएंगे। वहीं, फीमेल के लिए 4 नंबर को ऐड करेंगे। 

 

=11 – 5                                                                           =  4 +5 

= 6 – ये है आपका कुआ नंबर।                                             = 9 — ये है आपका कुआ नंबर। 

आपको एक चीज़ का और विशेष तौर पर ध्यान रखना है की जब भी आपका कुआ नंबर 5 आएगा तो उसे 5 कैलकुलेट नहीं करेंगे। मेल्स में 5 कुआ नंबर को 2 माना जाता है। वहीं फीमेल्स में 5 कुआ नंबर को 8 माना जाता है। बाकि सभी नंबर्स एज इट इज रहते हैं। उनमे कोई चेंज नहीं होता है। 

दोस्तों, अब आप भी कुआ नंबर कैलकुलेट करना सीख गए होंगे। अब हम बात करते है आपकी लकी डायरेक्शन की।

उदाहरण-

आपका कुआ नंबर 8 है और आपकी लव व करियर लाइफ काफी खराब चल रही है। तो आप अपनी लव लाइफ को ठीक करने के लिए नॉर्थ साइड में फेंगशुई आइटम जैसे की दो बत्तखों का जोड़ा  रख सकते हैं और करियर ठीक करने के लिए साउथ साइड में फेंगशुई आइटम जैसे की बैंबू ट्री लगा सकते हैं। अगर आप ऑफिस में बैठते हैं तो अपना मुंह साउथ डायरेक्शन में करके बैठें और अपनी लाइफ में चेंज फील कीजिए।

अब हम डिटेल में बात करेंगे कुछ फेंगशुई डेकोरेटिव आइटम्स के बारे में, जिन्हें  आप अपने घर में राइट डायरेक्शन में रखकर अपने घर में पॉजिटिविटी ला सकते हैं।

1. लकी बैंबू:-

यह पौधा पॉजिटिव एनर्जी को अट्रैक्ट करता है और घर में हैप्पीनेस और प्रोस्पेरिटी लाता है। बैंबू का पौधा तेजी से बढ़ता है। इसे पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना चाहिए क्योंकि ये दिशाएं फैमिली और मनी से जुड़ी होती हैं। लकी बैंबू को अपने घर में रखकर आप पॉजिटिव एनर्जी और प्रोस्पेरिटी बढ़ा सकते हैं।

2. फेंगशुई कछुआ:

फेंगशुई कछुआ लंबी उम्र का प्रतीक है। यह लाइफ में धीरे-धीरे लेकिन स्टेबिलिटी से आगे बढ़ने को रिफ्लेक्ट करता है। फेंगशुई कछुआ रेजिन, कांच, धातु, मिट्टी, लकड़ी और क्रिस्टल से बना हुआ होता है। इसे अपने करियर क्षेत्र या उत्तर दिशा में रखना चाहिए। यह आपके करियर में स्टेबिलिटी और सफलता पाने में मदद कर सकता है। 

3. इविल आई: 

इविल आई आपको बुरी नज़र और नेगेटिव एनर्जी से बचाता है। इसे अपने मेन गेट पर लटकाना चाहिए ताकि यह आपके घर में एंटर  करने वाली किसी भी नेगेटिव एनर्जी को रोक सके। इविल आई आपके घर और परिवार को हानिकारक ताकतों से बचाने में मदद करता है, जिससे आप शांति और सुरक्षा की भावना के साथ रह सकते हैं।

4. तीन पैर वाला मेंढक: 

तीन पैर वाले मेंढक को हम मनी फ्रॉग भी कहते हैं। यह मनी एंड प्रोस्पेरिटी को अट्रैक्ट करने वाला एक शक्तिशाली फेंगशुई प्रतीक है। तीन पैर वाले मेंढक को धन की देवी के साथ जोड़ा जाता है और माना जाता है कि यह आर्थिक सफलता और खुशहाली को बढ़ावा देता है। इसे अपने धन क्षेत्र या दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना चाहिए।

5. लाफिंग बुद्धा: 

यह मूर्ति पॉजिटिव एनर्जी, हैप्पीनेस और प्रोस्पेरिटी का साइन है। हंसता हुआ बुद्धा दुनिया भर में खुशी फैलता है। इसे पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना चाहिए। यह आपके घर में हंसी-खुशी का माहौल बना कर रखता है। यह सफलता भी अट्रैक्ट करता है। यह सबसे फेमस फेंगशुई आइटम है।

6. विंड चाइम: 

विंड चाइम पॉजिटिव एनर्जी को अट्रैक्ट करता है और नेगेटिविटी को दूर करता है। इसकी प्लीसैंट साउंड आपके घर को शांत बनाती है। इसे दक्षिण-पश्चिम दिशा में लटकाना चाहिए। यह दिशा प्रेम और रिश्तों से जुड़ी होती है। विंड चाइम की मधुर झंकार एनवायरमेंट को फ्रेश कर देती है। इससे आपके रिलेशनशिप और लव लाइफ में सुधार होता है।

7. क्रिस्टल कमल: 

कमल कीचड़ से निकलकर खिलता है, ठीक उसी तरह यह हमें सेल्फ इम्प्रूवमेंट के लिए प्रेरित करता है। इसे मैडिटेशन रूम या उत्तर-पूर्व में रखा जाना चाहिए क्योंकि यह दिशा स्प्रिचुएलिटी और नॉलेज से जुड़ी होती है। इसे प्यार का प्रतीक भी माना जाता है। इसको आप जोड़े में अपने बैडरूम में रखते हैं तो आपको रोमांटिक पलों को अनुभव करने का मौका मिलेगा।

8. ड्रीम कैचर: 

ड्रीम कैचर, बुरे सपनों को दूर करता है और अच्छी नींद लाता है। इसे अपने बेडरूम में खिड़की के पास लटकाना चाहिए। यह सुखद और आरामदायक नींद को बढ़ावा देता है और बुरे सपनों या डरावनी सोच से बचाता है।

9. अबेकस: 

अबेकस पुराने ज़माने का कैलकुलेटर माना जाता है। यह दिमाग को तेज करने वाला मैथ्स का एक इक्विपमेंट है जो फोकस और करियर में स्टेबिलिटी को बढ़ावा देता है। इसे अपने कार्यस्थल या दक्षिण-पश्चिम में रखना चाहिए। साथ ही यह आपके बिज़नेस में भी सफलता दिलाता है।

10. क्रिस्टल ग्लोब: 

यह फेंगशुई का एक डेकोरेटिव आइटम है, जो पॉजिटिव एनर्जी को अट्रैक्ट करता है। यह नॉलेज और विजडम को बढ़ावा देता है। क्रिस्टल ग्लोब ट्रांसपेरेन्सी का प्रतीक है। इसे अपने स्टडी रूम या उत्तर-पूर्व में रखना चाहिए क्योंकि यह दिशा ज्ञान और बुद्धिमत्ता से संबंधित है।

11. ड्रैगन:

ड्रैगन शक्ति, साहस, सौभाग्य और सफलता का प्रतीक है। यह चीनी संस्कृति में एक बहुत ही शुभ प्रतीक माना जाता है। इसे अपने करियर क्षेत्र या उत्तर में रखना चाहिए। ड्रैगन का मुँह अपने कमरे की अंदर की तरफ करके रखना चाहिए। अगर इसका मुंह बाहर की तरफ होगा तो यह गलत इफ़ेक्ट भी दे सकता है।

12. उल्लू: 

उल्लू बुद्धि, ज्ञान और प्रज्ञा का प्रतीक है। यह अंतर्दृष्टि और आत्म-जागरूकता को भी दर्शाता है। इसे अपने अध्ययन कक्ष या उत्तर-पूर्व में रखना चाहिए। उल्लू को अपने घर के बाहर भी रख सकते है। यह ध्यान रखें की उल्लू का मुंह बाहर की तरफ होना चाहिए। उल्लू हमेशा गोल्डन या सोने जैसा दिखने वाला होना चाहिए।

13. फेंगशुई सिक्के: 

यह धन और समृद्धि को आकर्षित करने वाले शक्तिशाली प्रतीक हैं। चीनी परंपरा में, सिक्कों को सौभाग्य और वित्तीय सफलता से जोड़ा जाता है। इन्हें अपने धन क्षेत्र या दक्षिण-पूर्व दिशा में एक लाल रंग के कटोरे में रखना चाहिए। फेंगशुई के सिद्धांतों के अनुसार, लाल रंग उत्साह और ऊर्जा का प्रतीक है और यह धन को आकर्षित करने में मदद करता है। 

दोस्तों,इन फेंगशुई डेकोरेटिव आइटम्स को अपने घर में रख कर, आप अपने घर में हो रहे डिस्टर्बेंस को ठीक कर सकते हैं । अधिक जानकारी के लिए आप नीचे दिए गए लिंक पर जाकर वीडियो देख सकते हैं। 

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। Astro Arun Pandit जी की टीम की ओर से आपको शुभकामनाएं।