क्या आपको पता है कि आखिर एकादशी पर चावल खाने से क्यों मना किया जाता है? आज के ब्लॉग में हम इसके साइंटिफिक और धार्मिक दोनों ही पहलुओं की बात करेंगे।
वैज्ञानिक कारण-
- दरअसल, एकादशी के दिन पृथ्वी पर मौजूद जलाशय जैसे- समुद्र, नदी, तालाब पर चन्द्रमा का ग्रेविटेशनल पुल्ल ज्यादा होता है। आप जानते ही हैं की हमारे शरीर में भी 75% पानी होता है।
- इसके अलावा चावल में भी पानी की मात्रा ज्यादा होती है। इसके चलते अगर हम इस दिन चावल खाते हैं तो हमें पाचन सम्बन्धी रोग हो सकते हैं।
धार्मिक कारण-
- दरअसल, माना जाता है कि मेधा ऋषि ने मां शक्ति के गुस्से को कम करने के लिए अपने शरीर का त्याग किया था। उनके शरीर के हिस्से धरती में समा गए जिससे बाद में वह चावल और जौ के रूप में धरती पर वापस आए।
- ये माना जाता है कि चावल और जौ मेधा ऋषि का खून व हड्डियां हैं। इन्हें एकादशी के दिन नहीं खाना चाहिए क्योंकि एकादशी का उपवास सात्विक रहकर रखना चाहिए।
इस बार 16 अगस्त को पुत्रदा एकादशी मनाई जाएगी। इस दिन व्रत रखने से संतान सुख मिलता है। इसके साथ ही संतान की रक्षा होती है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। Astro Arun Pandit जी की टीम की ओर से आपको शुभकामनाएं