रक्षाबंधन, यानी भाई-बहन के स्नेह का त्यौहार। यह दिन इस रिश्ते को और अधिक मजबूती देने का पर्व है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को राखी बांधकर भगवान से उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। वहीं, भाई उन्हें रक्षा करने का वचन देते हैं। इस बार यह पर्व 19 अगस्त को आ रहा है।
इस बार राखी पर भद्रा का साया रहने वाला है। माना जाता है कि भद्राकाल में भाई को राखी बांधने से भाई-बहन के रिलेशन में तनाव आता है और मनोकामना भी पूरी नहीं होती है। हालांकि, इस बार भद्रा पाताल लोक में रहेगी जिसे ज्यादा अशुभ भी नहीं माना जाता है। ऐसे में आपको अपने भाई की तरक्की और खुशहाली के लिए उन्हें शुभ मुहूर्त में ही राखी बांधनी चाहिए।
कब तक रहेगा भद्रा का साया?
इस साल रक्षाबंधन 19 अगस्त को मनाया जाएगा। दरअसल, इस साल सावन की पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त को रात 11:55 बजे तक पूर्णिमा रहेगी। हालांकि, इस दिन सूर्योदय से पहले ही भद्रा का साया भी रहेगा जो दोपहर 1:34 बजे तक रहेगा। इसके चलते इस बार दोपहर 1:34 बजे के बाद ही राखी बांधना शुभ रहेगा।
कब है राखी बांधने का शुभ मुहूर्त?
रक्षाबंधन पर भाइयों की कलाई पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:34 बजे से रात 9:07 बजे तक रहेगा। यानी कि बहनों को भाइयों के हाथ में राखी बांधने के लिए 7:30 घंटे से ज्यादा का समय मिलने वाला है।
इसके अलावा इस दिन राखी बांधने का प्रदोष काल का मुहूर्त शाम 6:56 बजे से रात 9:07 बजे तक रहने वाला है। इसके अलावा दोपहर 1:42 बजे से शाम 4:19 बजे तक भी राखी बांधने का शुभ मुहूर्त रहेगा। वहीं, रात 8:24 बजे से 9:50 बजे तक अमृत काल रहने वाला है।
अगस्त में बनेगा त्रिग्रही योग, इन राशि वालों की होगी बल्ले-बल्ले इस टॉपिक पर विशेष जानकारी पाने के लिए दिए गए लिंक पर clickकरें
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इस बार अगस्त में ग्रहों की चाल धमाल मचाने वाली है। इससे आपकी किस्मत तो बदल ही सकती है साथ ही आप मालामाल भी हो सकते हैं। दरअसल, सिंह राशि में त्रिग्रही योग बनने जा रहा है। त्रिग्रही योग यानी जब एक ही राशि या भाव में 3 ग्रह एक साथ युति करें। सिंह राशि में ये योग करीब एक वीक तक रहेगा।
दरअसल, सिंह राशि में 22 अगस्त तक बुध महाराज विराजमान रहेंगे। वहीं, 16 अगस्त को सूर्यदेव सिंह राशि में ट्रांजिट करेंगे। इसके साथ ही 25 अगस्त तक शुक्र महाराज भी सिंह राशि में रहने वाले हैं। यानी 16 अगस्त से 22 अगस्त तक ये तीनों ग्रह सिंह राशि में रहेंगे। आज के ब्लॉग में हम जानेंगे इस त्रिग्रही योग से किन-किन राशि वालों को अच्छा मुनाफा मिलने वाला है।
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए यह योग बहुत शुभ रहेगा। इस समय किस्मत का साथ मिलने से आपके रुके हुए काम बनने लगेंगे। इसके साथ ही आपका फंसा हुआ रुपया भी वापस मिलेगा। इसके अलावा आपको बिजनेस में फायदा होगा। आपको अपने बच्चों की ओर से पॉजिटिव न्यूज़ मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा आप इस समय लग्जरी में पैसा खर्च कर सकते हैं।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों की बात करें तो आपके लिए भी त्रिग्रही योग अच्छे फल देने वाला साबित होगा। इस समय आप टाइम मैनेजमेंट करने में अन्य लोगों से आगे रहेंगे। इस समय आपकी बात में दम रहेगा और उसका असर भी देखने को मिलेगा। वहीं, इस समय आपको धन लाभ के कई मौके मिलेंगे और आपकी सुख-सुविधाओं में भी इजाफा होगा।
धनु राशि
अब बात करते हैं धनु राशि वालों की। इस समय आपको मनोकामनाएं जल्द से जल्द पूरी होती दिख रही हैं। इसके साथ ही वर्कप्लेस में आपका रुतबा बढ़ेगा और आपके नाम कोई बड़ी उपलब्धि आ सकती है। वहीं, किस्मत का साथ मिलने से सोसायटी में आपका नेम-फेम बढ़ेगा। इसके साथ ही आपकी फाइनेंशियल सिचुएशन भी अच्छी होगी।
रुद्राक्ष पहनते समय किन बातों का रखें ध्यान? इस टॉपिक पर विशेष जानकारी पाने के लिए दिए गए लिंक पर clickकरें
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क्या आपको पता है कि आखिर एकादशी पर चावल खाने से क्यों मना किया जाता है? आज के ब्लॉग में हम इसके साइंटिफिक और धार्मिक दोनों ही पहलुओं की बात करेंगे।
वैज्ञानिक कारण-
दरअसल, एकादशी के दिन पृथ्वी पर मौजूद जलाशय जैसे- समुद्र, नदी, तालाब पर चन्द्रमा का ग्रेविटेशनल पुल्ल ज्यादा होता है। आप जानते ही हैं की हमारे शरीर में भी 75% पानी होता है।
इसके अलावा चावल में भी पानी की मात्रा ज्यादा होती है। इसके चलते अगर हम इस दिन चावल खाते हैं तो हमें पाचन सम्बन्धी रोग हो सकते हैं।
धार्मिक कारण-
दरअसल, माना जाता है कि मेधा ऋषि ने मां शक्ति के गुस्से को कम करने के लिए अपने शरीर का त्याग किया था। उनके शरीर के हिस्से धरती में समा गए जिससे बाद में वह चावल और जौ के रूप में धरती पर वापस आए।
ये माना जाता है कि चावल और जौ मेधा ऋषि का खून व हड्डियां हैं। इन्हें एकादशी के दिन नहीं खाना चाहिए क्योंकि एकादशी का उपवास सात्विक रहकर रखना चाहिए।
इस बार 16 अगस्त को पुत्रदा एकादशी मनाई जाएगी। इस दिन व्रत रखने से संतान सुख मिलता है। इसके साथ ही संतान की रक्षा होती है।
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8 अगस्त के दिन आप जो कुछ भी चाहेंगे वो पाएंगे! दरअसल, इस दिन आपकी विश पूरी करने के लिए पूरी कायनात जुटने वाली है। इस दिन 8 अगस्त 2024 को 8/8/8 का कॉम्बिनेशन बन रहा है। इसे लायंस गेट पोर्टल के नाम से भी जाना जाता है। दोस्तों ये समय सिर्फ इस तारीख की वजह से इम्पोर्टेन्ट नहीं है बल्कि इस दिन आकाश में सितारे भी इस तरह से अलाइन रहेंगे कि आपकी हर विश पूरी हो सके।
सूर्य और सिरीयस तारे का एलाइनमेंट: लायंस गेट पोर्टल के दौरान, पृथ्वी , सूर्य, और सिरीयस, जो आकाश का सबसे चमकदार तारा है, ये सभी सीधी रेखा में आ जाते हैं , अलाइन हो जाते हैं। सिरीयस को “आध्यात्मिक सूर्य” कहा जाता है और इसके सूर्य के साथ अलाइन होने से ऊर्जा में वृद्धि होती है।
सूर्य और सिरीयस तारे की ऊर्जा: इस एलाइनमेंट के कारण सूर्य की ऊर्जा काफी ज्यादा हो जाती है, इससे पृथ्वी पर हाई वाइब्रेशनल फ्रीक्वेंसी होती है। सरल भाषा में इस समय किया हुआ कोई भी मेनिफेस्टेशन या मुराद पूरी हो सकती है, बस शर्त इतनी है की उसे पुरे मन से चाहो।
क्या करें?
आपको अपने आस-पास की जगह की अच्छी तरह सफाई करने के बाद धुप या अगरबत्ती जलाकर एनर्जी को क्लीन करना चाहिए।
साफ आसन पर बैठकर अपनी लाइफ की हर छोटी-बड़ी चीज़ के लिए ईश्वर को थैंक्स बोलें।
इसके बाद आपकी जो भी विश है उसे विजुअलाइज कर मेडिटेशन करें।
इस समय ध्यान रखें कि आपके गोल्स को लेकर आपकी नीयत अच्छी रहे। गोल तक पहुंचने के लिए प्लानिंग कर रोडमैप तैयार करें।
इसके बाद आपको उनसे रिलेटेड अफरमेशन यूज करने चाहिए।
मेनिफेस्टेशन तकनीकें-
369 मेथड में आपके जो भी desires हैं उन्हें 3 बार सुबह, 6 बार दोपहर, 9 बार रात में पेपर पर अफर्मेशन के रूप में लिखें।
जो भी आपकी अफर्मेशन है उसे आप 17 सेकेंड्स में ही बोल पाएं इसका ध्यान जरूर रखना है। क्योंकि हम किसी भी विचार पर 17 सेकेंड्स तक फोकस कर सकते हैं। अगर आप इस तरह की अफर्मेशन यूज करेंगे तो आपको अपने सब-कॉन्शियस माइंड को ट्रेनिंग देने में ज्यादा आसानी होगी।
आपको एक टाइम पर एक ही डिजायर को लेकर मैनिफेस्ट करना चाहिए। आपने सुना होगा ‘Universe demands clarity of thoughts.’ जितना आप आपने आप में एक ही सेंटेंस को कई बार दोहराएंगे, एक ही चीज़ को लेकर बार-बार बोलेंगे या लिखेंगे उतना ही यूनिवर्स आपको डिमांड्स को समझकर उसे पूरा करने की ओर काम करेगी।
राशि पर आधारित उपाय-
अब हम बात करेंगे की लायंस गेट पोर्टल के दौरान हर राशि के लिए विशिष्ट उपाय के बारे में , इसमें हम हर राशि के कमज़ोर पहलुओं में पॉजिटिव चेंज के बारे में बात करेंगे। यहाँ पर प्रत्येक राशि के लिए लायंस गेट पोर्टल में अपनाने योग्य उपाय दिए गए हैं। ध्यान दीजिये की हमने इसे जर्नलाइज रखा है। अगर आप कुछ और मनिफेस्टेशन करना चाहते हैं तो इस 8 अगस्त के दिन से 369 मेथड यूज कर सकते हैं। इस मेथड की डिटेल आप दिए हुए लिंक पर clickकर सकते हैं।
मेष
मेष राशि के लिए यह समय अपनी योजनाओं को लागु करने और अपने लक्ष्यों की दिशा में ठोस कदम उठाने का है।
उपाय: करेज और लीडरशिप क्वॉलिटीज को बढ़ाने के लिए आप 8 अगस्त को अपनी डिजायर को क्लैरिटी के साथ एक पेपर पर लिखें और राम नाम का ज्यादा से ज्यादा करें।
वृषभ
इस दिन आपको फाइनेंसियल प्लानिंग और मटेरियलिस्टिक डिजायर पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इस समय आपको प्रॉपर्टी, निवेश और आर्थिक सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए।
उपाय: मनी और प्रॉस्पेरिटी को अट्रैक्ट करने के लिए हरी या गुलाबी कैंडल्स जलाएं। इसके अलावा आप घी का दिया भी जला सकते हैं और अपने फाइनेंसियल गोल्स की लिस्ट बनाकर अपने इष्ट देवता के सामने रख दें। “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” मंत्र का जाप करें।
मिथुन
अपनी कम्युनिकेटिव स्किल्स और इंटेलेक्चुअल कैपेबिलिटीज को सुधारने के लिए समय निकालें। यह समय अपने विचारों को स्पष्ट करने का है। आप आगे क्या पाना चाहते हैं, क्या करना चाहते हैं उस पर विचार करें और अपने लिए एक रोडमैप तैयार बनाएं।
उपाय: कम्युनिकेशन और इंटेल्लेक्ट के डेवलपमेंट के लिए एक पेपर पर अपने गोल्स साफ-साफ लिखें। इस दिन आपको गणेश जी के मंत्रो का ज्यादा से ज्यादा जप करना चाहिए।
कर्क
आपको परिवार और करीबी रिश्तों में सुधार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अपने इमोशंस पर कंट्रोल पाने के लिए खुद के साथ समय बिताएं। अपनी नेगेटिव फीलिंग्स को पेपर पर लिखकर जला दें। इससे आपको नेगेटिव इमोशंस को छोड़ने में मदद मिलेगी।
उपाय: एक सफेद मोमबत्ती या घी का दीपक जलाकर ‘ॐ’ की ध्वनि सुनते हुए ध्यान करें।
सिंह
आपके लिए यह समय अपनी पर्सनैलिटी को निखारने और अपनी क्षमताओं को सामने लाने का है। हालांकि, इस समय अपने अहम को आत्मविश्वास समझने की भूल न करें।
उपाय: सूर्यदेव के मंत्र का करें। अपने गोल्स अचीव करने के लिए एक लिस्ट बनाएं जिसमें ‘क्या करें और क्या न करें’ का जिक्र हो।
कन्या
आपको अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। यह समय अपने जीवन को व्यवस्थित करने का है। इस समय आपको धैर्य रखना चाहिए।
उपाय: आप योगा सेशन अटेंड कर सकते हैं। ‘ॐ बुधाय नमः का जप करें और अपने स्वास्थ्य के लक्ष्यों को स्पष्ट करें। उन्हें अचीव करने का सॉलिड प्लान तैयार करें।
तुला
रिश्तों में बैलेंस बनाने और सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने पर ध्यान दें। यह समय अपने सामाजिक और व्यक्तिगत रिश्तों को मजबूत करने का है।
उपाय: गुलाबी मोमबत्ती जलाएं और ‘ॐ शुक्राय नमः’ मंत्र का जप करें। आप अपने रिलेशनशिप गोल्स को अफर्मेशन की हेल्प से डिफाइन कर सकते हैं और सबसे इम्पोर्टेन्ट अपने दायरे को तय करें।
वृश्चिक
अपनी इनर स्ट्रेंग्थ और डीप ट्रांसफॉर्मेशन पर ध्यान केंद्रित करें। पुरानी आदतों और नेगेटिव थिंकिंग को छोड़ने का यह अच्छा समय है।
उपाय: आपको हनुमान जी की अराधना करनी चाहिए। इसके साथ ही सेल्फ इंट्रोस्पेक्शन पर ध्यान देना चाहिए।
धनु
इस समय को अपने ज्ञान और हायर एजुकेशन में सुधार के लिए उपयोग करें। नई चीजें सीखने का यह अच्छा समय है।
उपाय: किसी नए फील्ड के बारे में नॉलेज लेने की कोशिश कर सकते हैं। श्रीहरि विष्णु की पूजा करें और नाम जप करें।
मकर
अपने कैरियर और लॉन्ग टर्म गोल्स पर ध्यान केंद्रित करें। इस दौरान अपनी योजनाओं को ठोस रूप में इम्प्लीमेंट करें।
उपाय: महादेव पर जलाभिषेक करें और मंत्रों का जप करें। अपने कैरियर के लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करें और उनके प्रति समर्पित रहें।
कुंभ
आपको इस समय टीम एफर्ट पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। नए विचारों को सुनें, समझें और जितना हो सके उसे अपनाएं।
उपाय: भगवान भोलेनाथ का ध्यान करें।
मीन
अपनी स्पिरिचुअल जर्नी और सेल्फ इम्प्रूवमेंट पर ध्यान केंद्रित करें। यह समय गहरे ध्यान और आध्यात्मिक कार्यों में शामिल होने का है।
उपाय: एक मोमबत्ती या दीपक जलाएं और ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः’ मंत्र का जप करें। ध्यान और आध्यात्मिक साधना में समय बिताएं।
इन उपायों को अपनाकर आप लायंस गेट पोर्टल की ऊर्जा का सर्वोत्तम उपयोग कर और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। अब हम आपके मूलांक के लिए स्पेसिफिक अफर्मेशन बताने जा रहे हैं।
मूलांक पर आधारित उपाय-
न्यूमेरोलॉजी, अंकों के माध्यम से व्यक्तित्व, जीवन की घटनाएँ और भविष्य को समझने की विधि है। लायंस गेट पोर्टल के दौरान न्यूमेरोलॉजी के आधार पर प्रत्येक अंक के लिए विशिष्ट उपाय किए जा सकते हैं। यहां हर अंक के लिए उपाय दिए गए हैं, जो आपके जीवन में ऊर्जा और सकारात्मकता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
अंक 1 (1, 10, 19, 28)
सेल्फ मोटिवेशन को बढ़ावा देने के लिए पॉजिटिव अफर्मेशन और ध्यान का अभ्यास करें।
आपके लिए अफर्मेशन– “मैं आत्म-विश्वास और नेतृत्व के साथ अपने लक्ष्यों की दिशा में बढ़ रहा हूँ”।
अंक 2 (2, 11, 20, 29)
रिश्तों और सामंजस्य पर ध्यान केंद्रित करें। अपने जीवन में संतुलन बनाए रखने के लिए ध्यान और योग का अभ्यास करें।
आपके लिए अफर्मेशन- “मैं प्यार और सामंजस्य को आमंत्रित करता हूँ”।
अंक 3 (3, 12, 21, 30)
अपनी क्रिएटिविटी और सेल्फ एक्सप्रेशन में सुधार के लिए कला, लेखन, या संगीत में समय बिताएँ।
आपके लिए अफर्मेशन- “मेरी सृजनात्मकता और अभिव्यक्ति को समृद्ध किया जा रहा है”।
अंक 4 (4, 13, 22, 31)
अपने जीवन में क्रिएशन और स्टेबिलिटी को बढ़ाने के लिए योजनाएं बनाएं और उन्हें इम्प्लीमेंट करें। अनुशासन और मेहनत पर ध्यान केंद्रित करें।
आपके लिए अफर्मेशन- “मैं अपने जीवन में स्थिरता और सफलता प्राप्त कर रहा हूँ”।
अंक 5 (5, 14, 23)
बदलाव को अपनाने की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए खुले मन से कार्य करें। नए अवसरों को स्वीकार करें और अपनी सीमाओं को चुनौती दें।
आपके लिए अफर्मेशन -“मैं जीवन में सकारात्मक बदलाव और स्वतंत्रता का स्वागत करता हूँ”।
अंक 6 (6, 15, 24)
परिवार और सामाजिक जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करें। अपने संबंधों को मजबूत करने और दूसरों की मदद करने के लिए समय निकालें।
आपके लिए अफर्मेशन – “मैं अपने परिवार और समाज के साथ गहरा संबंध बना रहा हूँ”।
अंक 7 (7, 16, 25)
स्पिरिचुअल प्रैक्टिसेस और नौलेज डेवेलप करने पर ध्यान केंद्रित करें।
आपके लिए अफर्मेशन – “मैं आध्यात्मिक ज्ञान और सत्य की खोज में आगे बढ़ रहा हूँ”।
अंक 8 (8, 17, 26)
फाइनेंसियल सिक्योरिटी और करियर की उन्नति पर ध्यान दें। अपने पेशेवर गोल्स को स्पष्ट रूप से निर्धारित करें और उन्हें प्राप्त करने के लिए काम करें।
आपके लिए अफर्मेशन – “मैं वित्तीय समृद्धि और करियर सफलता को आकर्षित कर रहा हूँ”।
अंक 9 (9, 18, 27)
दूसरों की मदद करने और अपने जीवन के उद्देश्य को समझने के लिए समय निकालें।
आपके लिए अफर्मेशन – “हर दिन मैं अपने उद्देश्य को अधिक स्पष्टता के साथ समझता हूं”।
इन उपायों को अपनाकर आप लायंस गेट पोर्टल की ऊर्जा को अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने और अपने लक्ष्यों को साकार करने के लिए उपयोग कर सकते हैं। न्यूमेरोलॉजी के अनुसार ये उपाय आपकी व्यक्तिगत नंबर ऊर्जा के साथ मेल खाते हैं और आपके जीवन के विभिन्न पहलुओं को सुधारने में मदद करेंगे। आप अपनी राशि और मूलांक के उपायों का उपयोग साथ में कर सकते हैं।
अर्द्ध-वार्षिक राशिफल (जुलाई से दिसंबर 2024) इस ब्लॉग को पढ़ने के लिए click करें।
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क्या आपको पता है कि मासिक दुर्गाष्टमी माता रानी की कृपा पाने का विशेष दिन है? इस बार सावन की मासिक दुर्गाष्टमी का त्यौहार 13 अगस्त को पड़ रहा है। इसी दिन आखिरी मंगला गौरी व्रत भी है। इससे ये दिन कई मायनों में खास होने वाला है।
इस दिन आपको मां भगवती की पूजा करनी चाहिए। अगर पॉसिबल हो तो इस दिन व्रत रखिए। इससे आपकी विश पक्का पूरी होगी। इस दिन के लिए कुछ रेमेडीज भी हैं जिन्हें करने से आपकी लाइफ में खुशियां बढ़ सकती हैं।
मासिक दुर्गाष्टमी को करें ये उपाय-
इस दिन माता रानी को शृंगार चढ़ाने से सौभाग्य बढ़ता है।
मां दुर्गा को लाल गुलाब अर्पित करने से आपकी लाइफ में कभी पैसे की कमी नहीं होगी।
मां दुर्गा को लाल चुनरी चढ़ाने से वे खुश होती हैं।
मां दुर्गा को नारियल का भोग लगाकर अगले दिन उसे प्रसाद के रूप में लेने से व्यक्ति को संतान सुख मिलता है।
इस दिन दुर्गा सप्तसती का पाठ जरूर करना या किसी ब्राह्मण से कराना चाहिए। इससे आपके घर और जीवन में आई हुई नेगेटिविटी दूर होती है।
नाग पंचमी विशेष : सर्पों के राजा तक्षक के जीवनदान की कहानी व कुछ उपाय, इस ब्लॉग को पढ़ने के लिए clickकरें।
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यह तो आपने कई बार सुना होगा कि नाग पंचमी पर नागों की पूजा करने से काल सर्प दोष से मुक्ति मिलती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन नागों की पूजा करने से धन-संपदा के साथ ही घर में सुख-शांति भी आती है। इस बार नाग पंचमी 9 अगस्त को पड़ रही है।
दरअसल, सनातन धर्म में नागों को बहुत इम्पोर्टेंस दी गई है। भगवान शिव के गले में वासुकि नाग और भगवान श्रीहरि विष्णु का शेष नाग की शैय्या पर विराजमान होना इस इम्पोर्टेंस को बताने के लिए काफी है। आज के ब्लॉग में हम नागराज तक्षक और राजा जन्मेजय की उस कहानी की बात करेंगे जिससे नाग पंचमी का महत्व जुड़ा है।
दरअसल, नागराज तक्षक ने राजा जन्मेजय के पिता राजा परीक्षित का पीछा कर उनकी हत्या कर दी। इस पर राजा जनमेजय ने अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए पुरे नाग वंश को खत्म करने के उद्देश्य से यज्ञ किया। इसे आस्तिक ऋषि ने रोककर राजा जनमेजय को सांपो का महत्व बताया। जिस दिन यह यज्ञ रोका गया उसी दिन से नाग पंचमी मनाई जा रही है।
नागपंचमी पर किए जाने वाले उपाय
इस दिन चांदी के नाग-नागिन के जोड़े को दूध से स्नान कराने के बाद उनकी पूजा करनी चाहिए और उन्हें बहते पानी में प्रवाहित कर देना चाहिए। इससे कुंडली में बन रहे कालसर्प दोष के नेगेटिव इम्पैक्ट कम होते हैं।
इसके साथ ही ऐसा करने से घर में सुख-शांति आती है और धन भी बरसने लगता है। इस पूजा से आपकी आर्थिक तंगी दूर होती है और आपके हेल्थ इश्यूज भी सॉल्व होते हैं।
रुद्राक्ष पहनते समय किन बातों का रखें ध्यान? इस ब्लॉग को पढ़ने के लिए clickकरें।
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क्या आपको पता है कि हरियाली तीज के दिन आप अपने घर की बहन-बेटियों को कुछ सामान गिफ्ट करके अपने बर्थ चार्ट में बुध महाराज को स्ट्रांग कर सकते हैं? इससे आपको बिजनेस में भी अच्छा मुनाफा मिलता है और आपकी प्रोग्रेस भी होती है।
सावन की मनमोहक हरियाली के बीच हरियाली तीज का त्यौहार आ रहा है। इस बार ये पर्व 7 अगस्त को पड़ेगा। दरअसल, माना जाता है कि माता पार्वती ने 107 बार जन्म लिया और 108वीं बार उन्हें भगवान शिव ने पति होने का वरदान इसी दिन दिया। कहा जाता है कि जो भी स्त्री इस दिन व्रत रखती है उसे संतान और सौभाग्य दोनों मिलते हैं।
उपाय
अब बात करते हैं बुध महाराज को स्ट्रांग करने की। हरियाली तीज पर आप अपने घर की बहन-बेटियों को हरी चूड़ियां, सोलह शृंगार का सामान गिफ्ट कर के अपनी कुंडली में ग्रहों के राजकुमार यानी बुध महाराज को स्ट्रांग कर सकते हैं।
इसे आपका बिजनेस तो बढ़ेगा ही और आप पर मां लक्ष्मी की कृपा भी बरसने लगेगी।
इसके अलावा जो महिलाएं इस दिन मां गौरी की पूजा करती हैं। उन्हें अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है।
अगर किसी लड़की की शादी न हो रही हो या शादी होने में कोई इश्यू आ रहा हो तो इस व्रत को रखने से ऐसी प्रॉब्लम्स सॉल्व हो जाती हैं।
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अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्त्व है। यह दिन पितरों को समर्पित किया गया है। अमावस्या यानी न्यू मून का दिन। यह महीने का वह दिन होता है जब हमें चंद्रमा दिखाई तो नहीं देता लेकिन उसका हमारी लाइफ पर गजब का इम्पैक्ट पड़ता है। ये दिन एक नई शुरुआत को तो दिखाता ही है और ये चंद्रमा के नए साइकल को भी दिखाता है।
इस बार सावन की अमावस्या 4 अगस्त को पड़ रही है। इस दिन सिद्धि योग, पुष्य नक्षत्र और रविवार भी पड़ रहा है। इस दिन आप भी कुछ रेमेडीज को करके अपनी लाइफ को खुशहाल बना सकते हैं।
सावन अमावस्या पर बन रहे हैं ये योग-
रवि पुष्य योग: सूर्योदय यानी सुबह 5:34 बजे से दोपहर 1:26 बजे तक
सर्वार्थ सिद्धि योग: सूर्योदय से दोपहर 1:26 बजे तक
सिद्धि योग: सुबह 10:38 बजे तक
पितरों के लिए कैसे करें तर्पण?
सावन की अमावस्या पर सुबह नहाने के बाद साफ कपड़े पहनें। इसके बाद पितरों के निमित्त जल, काले तिल, सफेद फूल व कुशा से तर्पण करें। तर्पण करते समय कुशा घास से बनी पवित्री जरूर पहनें। इससे पितरों को तर्पण का जल मिलता है और वे खुश होते हैं और आपको आशीर्वाद देते हैं।
इस दिन करें कौनसे विशेष उपाय?
इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा कर सात परिक्रमा करें। इससे आपको शनि महाराज की कृपा मिलेगी और आपको अपनी मेहनत का रिजल्ट भी मिलने लगेगा।
इस दिन अगर आप पेड़ लगाते हैं तो इससे आपकी जन्म कुंडली में बुध महाराज की स्थिति मजबूत होती है।
इसके अलावा आपको माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए इस दिन आटे की गोलियां बनाकर मछलियों के लिए डालनी चाहिए।
सावन की अमावस्या के दिन शाम को आटे से बने दीपक में बत्ती जलाकर किसी भी नदी के घाट पर रखना चाहिए। इससे आप पर मां लक्ष्मी की कृपा तो बरसेगी ही। इस साथ ही आपके पितृ यानि एनचेस्टरस भी खुश होकर आशीर्वाद देंगे।
रुद्राक्ष पहनते समय किन बातों का रखें ध्यान? टॉपिक के बारे में जानना चाहते हैं तो दिए हुए लिंक पर clickकरें।
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क्या आपको पता है कि सावन की मासिक शिवरात्रि का क्या महत्व है? क्या आप जानते हैं कि इस दिन बाबा भोलेनाथ को कांवड़ का जल चढ़ाने से क्या फल मिलता है?
आज के लेख हम बात करेंगे सावन की मासिक शिवरात्रि के बारे में। माना जाता है कि इसी दिन भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह हुआ था।
इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने से अक्षय फल मिलता है। इस बार सावन की मासिक शिवरात्रि 2 अगस्त को पड़ रही है। इस दिन बाबा पर कांवड़ का जल चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
भोले बाबा की कृपा पाने के लिए करें क्या उपाय?
इस दिन पंचामृत यानी दूध, दही, शहद, घी और चीनी से भोले बाबा का अभिषेक करें। इससे आपको अपनी हर प्रॉब्लम का सोल्यूशन मिलने लगेगा।
इसके अलावा आप भगवान शिव के सामने शिव तांडव स्त्रोत्र का पाठ कर सकते हैं या इसे सुन सकते हैं। यह डिप्रेशन, एंग्जाइटी या किसी और मेंटल प्रॉब्लम से जूझ रहे लोगों के लिए रामबाण दवा की तरह काम करता है।
इसके अलावा आप अपने बर्थ चार्ट यानी जन्म कुंडली के सभी प्लैनेट्स बैलेंस करने के लिए भी कुछ चीज़े शिवलिंग पर अर्पित कर सकते हैं। जैसे- शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने से शनिदेव, चना दाल चढ़ाने से ज्यूपिटर, दूर्वा या बेल पत्र चढ़ाने से बुध, लाल चंदन चढ़ाने से मंगलदेव और इत्र अर्पित करने से शुक्र महाराज की स्थिति कुंडली में अच्छी हो जाती है।
अगर आप सावन के सोमवार में जलाये जाने वाले 108 बाती के दीपक के बारे में जानना चाहते हैं तो दिए हुए लिंक पर click करें।
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आज के लेख में हम बात करेंगे एक ऐसे व्रत के बारे में जिसे करने से आपकी हर इच्छा पूरी हो सकती हैं। इस व्रत को रखने से बाबा भोले भंडारी की कृपा आप पर बरसने लगेगी। दरअसल, आज हम आज बात करने वाले हैं महादेव के प्रिय प्रदोष व्रत के बारे में।
दरअसल, जब भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकला विष पिया, तो वह इतना असरदार था कि महादेव का कंठ यानी गला नीला पड़ गया। इसके चलते सभी देवों और लोगों ने जल व बेल पत्री की मदद से उनके गले की जलन को कम किया।
महादेव ने विष पीकर सारे जगत का कल्याण किया इसलिए देवता उनकी पूजा करने लगे। इससे खुश होकर महादेव ने तांडव किया और जब ये सारा इंसिडेंट हुआ उस दिन त्रयोदशी तिथि थी। इस कारण ही महादेव को प्रदोष का व्रत अतिप्रिय है।
कब है सावन का पहला प्रदोष व्रत?
इस बार सावन का पहला प्रदोष व्रत 1 अगस्त यानी गुरुवार को पड़ रहा है। इस कारण इसे गुरु प्रदोष कहा जाएगा। अगर आप सच्चे मन से इस व्रत को करते हैं तो आपकी मनचाही मुराद पूरी हो सकती है।
इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा एकसाथ करने से आपकी मैरिज होगी और अगर मैरिड लाइफ में कोई दिक्कत आ रही है तो वह भी दूर होगी।
इस व्रत को करने से आपको संतान प्राप्ति हो सकती है। इस दिन आप महादेव के सामने घी का दिया जलाएं।
कोर्ट केसेज या कोई भी डिस्प्यूट हो तो इस व्रत को रखने से या इस दिन महादेव पर एक लोटा जल चढ़ाने से वो सभी इश्यूज खत्म होने लगते हैं।
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