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जन्म तिथि से जानिए अपने इष्ट देव | Know Your Ishta Dev As per Birth Date

इष्ट देव अर्थात अपने अराध्य को याद करने से ही हमारे कई बिगड़े हुए काम भी बन जाते हैं। दोस्तों, ईश्वर की कृपा मनुष्य जीवन में सबसे अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्हीं की कृपा से हमें जीवन में सुख-शांति मिलती है। उनका आशीर्वाद ही हमें जीवन में समृद्धिवान बनाता है और हमें अपने तमाम दुखों का सामना करने की शक्ति देता है। 

ऐसे में अक्सर लोग ये प्रश्न लेकर आते हैं, ये सवाल करते हैं कि हमारे इष्ट देवी या देवता कौन हैं और हमें आखिर किन भगवान की पूजा करनी चाहिए?

इसलिए आज हम बात करेंगे कि आखिर आपकी जन्म तारीख से आप कैसे आसानी से जान सकते हैं कि आपके इष्ट देवी-देवता कौन है। 

मूलांक 1 इष्ट देव

इष्ट देव मूलांक 1 के लिए : अगर आप का मुख्य अंक 1 है यानी आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19 य 28 तारीख को हुआ हैं तो, आपको ये मान लेना चाहिए कि आपके ईष्ट देवता राम जी हैं। अगर आप किसी दूसरे धर्म से हैं या किसी भी कारण से राम जी की पूजा नहीं कर सकते तो, आपके लिए दूसरा विकल्प है सूर्य देव। सूर्य देव का प्रकाश किसी से नहीं अछूता है। इसलिए आप सूर्य देव को भी अपने ईष्ट देव के रूप में चुन सकते हैं। ये देखा गया है कि नंबर 1 वाले लोगों को गुस्सा एक दम आता हैं और उस समय में ये क्या कर जाए या क्या कह जाए इन्हें भी पता नहीं चलता हैं। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि 1 अंक के जातक हैं तो आपको सूर्य नारायण की पूजा आराधना करनी चाहिए , इससे  जीवन में बहुत से कार्य सिद्ध होने लगेंगे। 

उपाय:

  • सुबह सबसे पहले सूर्योदय से लगभग 1 घंटे की समयावधि के अंदर सूर्य देव को जल दे और उन्हें अपने ईष्ट देवता के रूप में मानते हुए उन्हें प्रणाम करें।
  • रोज़ घर से निकलते समय या ज़रूरी काम पर जाते समय अपने पिता और पिता तुल्य किसी व्यक्ति के चरण स्पर्श करें।   
  • रविवार का दिन सूर्य देव का दिन बोला गया है, ऐसे में हर रविवार एक छोटा टुकड़ा गुड़ का ज़रूर खाएं।

मूलांक 2 इष्ट देव

इष्ट देव मूलांक 2 के लिए : अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20 या 29 तारीख को हुआ है तो, अंक ज्योतिष के हिसाब से आपका मूलांक हुआ 2. अंक ज्योतिष में मूलांक 2 के स्वामी है, चंद्रमा। ऐसे में जैसे-जैसे अमावस्या से पूर्णिमा तक चंद्रमा की अवस्थाएं बदलती हैं, उसी तरह से ही नंबर 2 वाले लोगों की मन की अवस्थाएं भी बदलती रहती हैं। जैसे चंद्रमा सूर्य से रोशनी लेता हैं वैसे ही यह लोग भी दूसरों की सहायता के साथ ही काम करते दिखाई देते हैं। ज्योतिष की मानें तो, अंक 2 के लोगों को भगवान शिव या मां गौरी को अपना ईष्ट देव मानना चाहिए। या फिर आप इनके अलावा चन्द्रमा को भी अपने ईष्ट देव के रूप में पूजते हुए उनकी उपासना कर सकते हैं।  

उपाय: 

  • पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को जल चढ़ाना चाहिए और शिव जी से संबंधित मंत्रों का जाप करना चाहिए।
  • आपको अपनी मां या मां सम्मान महिलाओं का कभी भी अनादर नहीं करना चाहिए। हमेशा उनका सम्मान करना चाहिए।
  • पानी बर्बाद करने से बचे और दूध बर्बाद करने से आपको खासतौर से बचना चाहिए।

मूलांक 3 इष्ट देव

इष्ट देव मूलांक 3 के लिए : अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21 या 30 तारीख को हुआ हैं तो आपका मूलांक हुआ 3, जिनके स्वामी गुरु बृहस्पति माने गए हैं। जिस प्रकार एक गुरु का वास्तविक कार्य, दूसरों को सही मार्ग दर्शन देना होता है, ठीक उसी प्रकार अंक 3 वाले लोग भी दूसरों का भला करने के लिए तत्पर रहते हैं और उनको सही रास्ता दिखाते हैं। नंबर 3 वाले जातकों को भगवान विष्णु को अपना ईष्ट मानते हुए उनकी आराधना करनी चाहिए। अगर आप किसी कारणवश उनकी पूजा-अर्चना नहीं कर सकते तो, आप जिन्हें भी अपना गुरु मानते हो चाहे फिर वो भगवान शिव हो या श्री राम या श्री कृष्ण। आपको उन्हें अपना ईष्ट देव मानते हुए उनका पूजन करना चाहिए। 

उपाय:

  • अपने गुरुओं और बड़े भाई का हमेशा सम्मान करें, कभी भी उनका अनादर नहीं करें।
  • जब भी किसी अच्छे या महत्वपूर्ण कार्य पर जाएं अपने माथे पर हल्दी का तिलक ज़रूर लगाएं।
  • संभव हो तो रोज़ाना, नहीं तो गुरूवार-गुरूवार नहाने के पानी में एक चुटकी हल्दी मिलाकर फिर उस पानी से ही नहाएं।

मूलांक 4 इष्ट देव

इष्ट देव मूलांक 4 के लिए : अब बात करते हैं अंक 4 वाले जातकों की। तो जिन भी लोगों का जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22 या 31  तारीख को हुआ हैं, तो अंक ज्योतिष के अनुसार उनका मूलांक 4 होता है, जिनके स्वामी छायाग्रह राहु को माना गया है। ऐसे में जिस भी जातक का अंक 4 है,  इनके ईष्ट देव मां दुर्गा या मां सरस्वती को माना गया है। जिस प्रकार शास्त्रों में राहु को स्वरभानु नाम के दानव का केवल सिर माना गया है और इसी की तरह ही नंबर 4 वाले लोगों के दिमाग में भी हमेशा कुछ न कुछ चलता रहता है। इनके दिमाग में आने वाले अलग-अलग प्रकार के विचार कभी नहीं रुकते उनका आदान-प्रदान हमेशा चलता रहता है। 

उपाय: 

  • मूलांक 4 वाले लोगों को मां दुर्गा या मां सरस्वती की आराधना करनी चाहिए।
  • ऐसे लोगों को किसी भी काम को पूरा करने के लिए, शुरुआत से ही एक नहीं बल्कि 2 प्लान लेकर चलना चाहिए।
  • आपको शारीरिक कर्म से अधिक मानसिक कर्म की ओर अधिक ध्यान देना चाहिए।
  • ज़रूरी या महत्वपूर्ण कार्य पर जाते समय चंदन का तिलक ज़रूर करें।

Read Also: Mulank vs Bhagyank

मूलांक 5 इष्ट देव

इष्ट देव मूलांक 5 के लिए : अंक ज्योतिष के हिसाब से जिन भी लोगों का जन्म महीने की 5, 14 या 23 तारीख को हुआ हैं, उनका मूलांक 5 बनता है। 5 अंक के स्वामी बुध ग्रह होते हैं, जो बुद्धि के कारक ग्रह हैं। ऐसे में नंबर 5 वाले लोग किसी भी बात को बहुत बारीकी से देखते-समझते हैं। माना गया है कि अगर ये लोग अपनी बुद्धि का सही इस्तेमाल करें तो ये एक बड़े व्यापारी भी बन सकते हैं, जबकि अगर ये अपनी बुद्धि का सही इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं तो ये आसानी से भटक भी जाते हैं।अंक ज्योतिष में अंक 5 वाले लोगों के लिए भगवान श्री कृष्ण या बुध देव उनके ईष्ट देवता बताए गए हैं। ऐसे में इन लोगों को श्री कृष्ण या फिर बुध देव को ही अपने ईष्ट देव के रूप में मानते हुए उनकी आराधना करनी चाहिए। 

उपाय:

  • अपनी बहन, बुआ और बेटी के साथ हमेशा अपने संबंध मधुर रखें।
  • घर पर मोर पंख रखें।
  • संभव हो तो ज़रूरतमंदों व गरीबों में शिक्षा की सामग्री दान करें।

मूलांक 6 इष्ट देव

इष्ट देव मूलांक 6 के लिए : जिन व्यक्तिओं का जन्म किसी भी माह की 6, 15 या 24 तारीख को हुआ है, तो उनका मूलांक 6 होगा। जिनके स्वामी शुक्र ग्रह माने गए हैं। ये देखा गया है कि जिन भी लोगों का अंक 6 होता है, वे लोग बहुत संवेदनशील स्वभाव वाले होते हैं, इसके पीछे का कारण ये भी है कि ज्योतिष में शुक्र ग्रह को स्त्री ऊर्जा का ग्रह माना हैं। इसलिए इन लोगों के इंट्यूशन कमाल के होते हैं। किसी भी चीज़ को लेकर इनका चुनाव सबसे बेहतरीन चीजों की ओर रहता हैं। इसलिए अंक ज्योतिष के हिसाब से यदि आपका या आपके किसी जानने वाले का जन्म किसी भी माह की 6, 15 या 24 तारीख को हुआ है तो इनके भी ईष्ट देव श्री कृष्ण को माना गया है। साथ ही भगवान श्री विष्णु और वामन देव को भी ये लोग अपना इष्ट देव मान सकते हैं। 

उपाय:

  • आपको शुक्रवार के दिन सफ़ेद मिठाई बाटें।
  • छोटी कन्याओं की किसी न किसी रुप में सेवा करनी चाहिए। संभव हो तो हर शुक्रवार, नहीं तो कम से कम महीने में एक बार 12 वर्ष से छोटी आयु की कन्याओं को भरपेट भोजन कराएं।

मूलांक 7 इष्ट देव

इष्ट देव मूलांक 7 के लिए : अब बारी आई है 7 नंबर की। ऐसे में जिन भी लोगों का जन्म किसी भी माह की 7, 16 या 25 तारीख को हुआ है तो उनका मूलांक 7 होगा। जिनके स्वामी ग्रह केतु होते हैं। जिस प्रकार राहु को असुर का सिर बोला गया, ठीक उसी प्रकार केतु को बिना सिर के शरीर का निचला भाग यानी ‘धड़” बताया गया है। ये देखा गया है कि नंबर 7 वाले लोग अक्सर भ्रम की स्थिति में ही रहते हैं और अपने लक्ष्य से भ्रमित होते हुए अपनी दिशा भूल सकते हैं।हालांकि ये लोग बहुत अच्छे मित्र होते हैं, क्योंकि ये मित्रता बिना किसी स्वार्थ के निभाते हैं। या जिस भी कार्य को एक बार करने की ठान लेते हैं तो उसे फिर ज्यादा दिमाग न लगाते हुए बिना सोचे-समझे दिन रात एक कर देते हैं।अंक ज्योतिष के अनुसार अंक 7 वाले जातकों के लिए उनके ईष्ट देव गणेश जी या नर सिंह देव होते हैं। 

उपाय:

  • नंबर 7 वाले जातकों को साधु-संतो की सेवा करनी चाहिए।
  • पक्षियों के लिए 7 अलग-अलग प्रकार के अन्न का दाना रखें।
  •  संभव हो तो घर पर पालतू कुत्ता रखें या अगर ये मुमकिन नहीं हैं तो आप गली के कुत्ते को खाना भी खिला सकते हैं।

मूलांक 8 इष्ट देव

इष्ट देव मूलांक 8 के लिए: जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 8, 17 या 26 तारीख को हुआ है तो, उनका मूलांक 8 होगा। जिनके स्वामी ग्रह कर्मफल दाता शनि होते हैं। माना गया है कि ये लोग यूँ तो बहुत मेहनती होते हैं, लेकिन इन्हें अपनी मेहनत का सही फल नहीं मिल पाता हैं, जिससे अकसर इन्हे अपनी मेहनत का फल कुछ देरी से ही मिलता है। इनके इष्ट देवता होते हैं शनि देव, या फिर आप ब्रह्मा जी को भी अपना इष्ट  देव मान सकते हैं। 

उपाय:

  • नंबर 8 वाले लोगों को अपने आसपास जितने भी कर्मचारी हो, जैसे आपके घर काम करने वाले नौकर या कार्यक्षेत्र पर आपकी सेवा में काम आने वाले लोग, उनको आपको कभी भी निराश नहीं करना चाहिए।
  • छाया दान करें। इसके लिए एक पात्र में थोड़ा सा सरसों का तेल डालें और उसमे अपनी प्रतिमा देखें और फिर उस तेल को किसी ज़रूरतमंद को या गरीब को दान कर दें।
  • अपने नौकरों या मजदूर वर्ग में गर्म कपड़े दान करें।

मूलांक 9 इष्ट देव

इष्ट देव मूलांक 9 के लिए : अब बात करते हैं अंक ज्योतिष के अंतिम अंक की यानी नंबर 9 की। अगर आपका जन्म महीने की 9, 18 या 27 तारीख को हुआ हैं तो, आपका मूलांक हुआ 9, जिनके स्वामी शक्ति यानी ऊर्जा के कारक ग्रह मंगल होते हैं। नंबर 9 वाले लोग बहुत ऊर्जावान होते हैं और हमेशा सक्रिय भूमिका में रहते हैं। इन्हें हमेशा कुछ न कुछ कार्य करते रहना चाहिए, नहीं तो इनकी ऊर्जा ठीक से उपयोग में नहीं आ पाती। अंक 9 वाले लोगों के लिए उनके इष्ट देव भगवान हनुमान जी या कार्तिकेय हो जाएंगे। कार्तिकेय को दक्षिण में मुरुगन भी कहते हैं । 

उपाय:

  • आपको अपने छोटे भाई-बहनों  का सम्मान करना चाहिए, उनसे गलत भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
  • ऊर्जा को सही दिशा मिले, इसके लिए हर मंगलवार बजरंग बाण का पाठ करें।
  • महीने में एक बार रक्त दान ज़रूर करें। 

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा।  अपने इष्ट देव के बारे में और अधिक जानकारी के लिए हमारे चैनल Astro Arun Pandit पर विजिट कर सकते हैं। इस वीडियो का लिंक ऊपर दिया गया है-

संकटों से घिरे हों तो करेें गजानन संकष्टी का व्रत

आज के लेख में हम बात करेंगे एक ऐसे व्रत की जिसे करने से आपके जीवन में आ रही हर बाधा से आपको मुक्ति मिल सकती है। ये है गजानन संकष्टी का व्रत , हम सब जानते है कि सर्वप्रथम पूज्य गणेश जी की पूजा से हर विघ्न दूर होते हैं , इस बार ये संकष्टी का व्रत श्रावण मास के बुधवार यानि 24 जुलाई के दिन है जो कि बहुत विशेष दिन है , ऐसा इसलिए क्योंकि इस बार दो शुभ योग पड़ रहे हैं , सौभाग्य और शोभन योग इस दौरान की हुई गणपति की साधना से मनोवांछित फल मिलते है। इससे जुड़े कुछ खास उपाय-

उपाय

  • इस दिन भगवान गणेश को 108 दूर्वा चढ़ाने चाहिए इससे आपकी सारी बाधा दूर होगी। 
  •  आप लड्डू या मोदक का भोग चढ़ा सकते है,  इससे भगवान गणेश प्रसन्न होंगे और आप पर कृपा करेंगे। 
  •  ॐ श्री विघ्नेश्वराय नमः मंत्र ज्यादा से ज्यादा बार जप करें, इससे आपके महत्वपूर्ण कार्यो में आ रही बाधाएं दूर होंगी। 
  • सिन्दूर अर्पित करें इससे आपका सौभाग्य बढ़ेगा। 
  • भगवान गणेश को केला अतिप्रिय है, इसलिए इस दिन उन्हें केले का भोग अवश्य लगाएं।

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इस बार सर्वार्थ सिद्धि व आयुष्मान योग से शुरू होगा श्रावण मास

क्या आपको पता है कि इस बार सावन का महीना कई मायनों में खास रहने वाला है। दरअसल, इस बार सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू हो रहा है और इसके पहले ही दिन सोमवार पड़ रहा है। इस बार सावन के महीने की शुरुआत दो अच्छे योगों- सर्वार्थ सिद्धि व आयुष्मान योग के साथ हो रही है। इसके साथ ही इस बार सावन में 5 सोमवार पड़ रहे हैं जिसे भी शुभ संकेत माना जाता है।

सावन में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व

सावन में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्त्व है। माना जाता है कि सावन में जो भी व्यक्ति भगवान भोलेनाथ की पूरी श्रद्धा के साथ पूजा करता है उसे मनचाहा वरदान मिलता है। इसके अलावा सावन के सोमवार का व्रत रखने से कुंडली में चंद्रमा स्ट्रांग होता है। इसके अलावा राहु-केतु के नेगेटिव इम्पैक्ट भी दूर होते हैं। इस समय दूध दान करने का विशेष महत्त्व बताया गया है। 

पूजा विधि 

सावन में भगवान शिव का दूध, दही, शक्कर, गाय के घी, शहद, पंचामृत और जल से अभिषेक करना चाहिए। इसके साथ ही उन्हें बिल्व पत्र, आक का फूल, धतूरा, धतूरे का फूल, पान-सुपारी, सफेद चंदन, लाल चंदन, अक्षत, कपूर, इत्र और सफेद वस्त्र अर्पित करना चाहिए। इसके अलावा शिव स्तुति, ॐ नमः शिवाय मंत्र का जप करना चाहिए। इस समय भगवान शिव को भोग लगाने के बाद कपूर की आरती करके ही भोजन करना चाहिए।

सावन सोमवार तिथि 

सावन का पहला सोमवार व्रत – 22 जुलाई, 2024

सावन का दूसरा सोमवार व्रत – 29 जुलाई, 2024

सावन का तीसरा सोमवार व्रत – 5 अगस्त, 2024

सावन का चौथा सोमवार व्रत – 12 अगस्त, 2024

सावन का पांचवां सोमवार व्रत – 19 अगस्त, 2024

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इस बार गुरु पूर्णिमा पर है सर्वार्थ सिद्धि योग, इन उपायों से खुलेगी किस्मत

गुरु पूर्णिमा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। माना जाता है कि गुरु पूर्णिमा को ही महर्षि वेदव्यास का भी जन्म हुआ था इसलिए इसे व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। क्या आपको पता है इस बार की गुरु पूर्णिमा खास होने वाली है। इस बार गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई को है और इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है।

माना जाता है कि सर्वार्थ सिद्धि योग में किए गए किसी भी धार्मिक कार्य का कई लाख गुना फल मिलता है। इस बार गुरु पूर्णिमा पर सुबह 5:31 बजे से रात 12:14 बजे तक तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा।

गुरु पूर्णिमा पर करें ये उपाय-

  • इस दिन जो व्यक्ति अपने गुरु की पूजा, सेवा और उन्हें भोग लगाकर उनका आशीर्वाद लेता है उसे नेम-फेम और पैसा तो मिलता ही है साथ ही उसकी हर मनोकामना भी पूरी होती है। इस दौरान गुरु द्वारा दिए गए मंत्रों का जप करना भी विशेष फलदायी होता है।
  • आज के दिन बड़े-बुजुर्गों की भी सेवा करने से भी अच्छे फल मिलते हैं।
  • इसके अलावा गुरु पूर्णिमा पर भगवान शिव का दूध, दही, घी, शक्कर और शहद से अभिषेक करने के बाद जल से अभिषेक करना चाहिए। इसके बाद उन्हें बिल्व पत्र यानी बेल पत्री चढ़ाकर ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जप करने से रोग-शोक और दुख-दर्द खत्म होते हैं।
  • गुरु पूर्णिमा के दिन जरूरतमंद लोगों को सफेद चीजें व रुपए दान करने से घर में बरकत आती है और सक्सेस के रास्ते खुलते हैं।
  • करियर और पढ़ाई में उन्नति पाने के लिए गुरु पूर्णिमा पर पीले कपड़े, पीले रंग की मिठाई, चने की दाल, केसर और घी का दान करना चाहिए। 
  • छात्रों को इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में अपने गुरुजनों की पूजा करनी चाहिए। 

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देवशयनी एकादशी: जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

देवशयनी एकादशी का पर्व इस बार 17 जुलाई 2024 को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु योग निद्रा में चले जायेंगे। इस बार की देवशयनी एकादशी कई मायनो में महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि इस बार 5 शुभ संयोग बन रहें हैं। ये योग हैं- शुभ योग, शुक्ल योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और इन सबके साथ अनुराधा नक्षत्र का दुर्लभ संयोग है। 

इस बार की तिथि का आरंभ व समापन-

आषाढ़ शुक्ल एकादशी ति​थि का आरंभ:- 16 जुलाई, मंगलवार, रात 8:33 बजे से

आषाढ़ शुक्ल एकादशी ति​थि का समापन:- 17 जुलाई, बुधवार, रात 9:2 बजे तक

पूजा का शुभ मुहूर्त: 17 जुलाई की सुबह 5:34 बजे से

देवशयनी एकादशी के व्रत पारण का समय: 18 जुलाई, सुबह 5:35 बजे से 8:20 बजे के बीच

पारण के दिन द्वादशी का समापन: रात 8:44 बजे 

शुभ योग का समय इस प्रकार है-

  1. शुभ योग: प्रात:काल से लेकर सुबह 7:05 बजे तक
  2. शुक्ल योग: सुबह 07:05 बजे से 18 जुलाई को सुबह 6:13 बजे तक 
  3. सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 5:24 बजे से 18 जुलाई को सुबह 3:13 बजे तक
  4. अमृत सिद्धि योग: सुबह 5:24 बजे से 18 जुलाई को सुबह 3:13 बजे तक
  5. अनुराधा नक्षत्र: प्रात:काल से लेकर 18 जुलाई को सुबह 3:13 बजे तक

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आषाढ़ी पूर्णिमा पर होने वाले कोकिला व्रत को कैसे करें ?

आज हम बात करेंगे कोकिला व्रत के बारे में, इस व्रत को आषाढ़ की पूर्णिमा के दिन रखा जाता है। इस व्रत को माता सती ने भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए किया था। ऐसा माना जाता है की इस व्रत को करने से मैरिड लाइफ में खुशियाँ बढ़ती हैं और कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है। इस साल यह व्रत 20 जुलाई को रखा जाएगा। इस दिन रवि योग भी है जिसके कारण इसका फल दोगुना हो जाता है। 

इस व्रत से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें 

  • इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा की जाती है और शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए। 
  • जब मां सती अपने अपमान के बाद दक्ष प्रजापति के हवनकुंड में कूदीं तब भगवान शिव ने उन्हें श्राप दिया कि तुमने अपने पति की आज्ञा नहीं मानी अब तुम्हें पति का वियोग सहना होगा इसके चलते मां सती ने 10,000 साल तक कोयल के रूप में जंगल में भ्रमण किया और आषाढ़ पूर्णिमा को व्रत रखा। इसके बाद उन्होंने पार्वती के रूप में जन्म लिया और शिव को पति रूप में प्राप्त किया

व्रत के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें 

  • मीट-मांस , प्याज-लहसुन या शराब आदि का सेवन न करें।  
  • सभी का आदर सम्मान करें। 

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बुध करेंगे सिंह राशि में गोचर, किन लोगों को मिलेगी नौकरी?

एस्ट्रोलॉजी में बुध ग्रह को ग्रहों का राजकुमार माना जाता है। बुध महाराज को वाणी, बुद्धि, बिजनेस, रुपए-पैसे और लॉजिकल अबिलिटी का कारक माना जाता है। क्या आपको पता है कि बुध महाराज सिंह राशि में ट्रांजिट करने वाले हैं। उनका यह गोचर 19 जुलाई को होगा। 

आज के लेख में हम जानेंगे कि बुध महाराज के इस ट्रांजिट से किन लोगों की लॉटरी लगेगी और किन लोगों को नौकरी मिलेगी। 

कर्क राशि-

इस गोचर का सीधा असर कर्क राशि वालों की वाणी और पैसे पर होने वाला है। इस समय आपको अचानक धन लाभ होगा और आप अपनी नॉलेज व स्किल का यूज़ एक्स्ट्रा पैसे कमाने के लिए कर सकते हैं।

इसके साथ ही आप सेविंग्स पर भी फोकस करेंगे। इस समय आपकी पर्सनैलिटी में निखार आएगा। बिजनेस करने वालों को अटका हुआ पैसा वापस मिल सकता है।

धनु राशि

इस समय आपको मेहनत के साथ-साथ किस्मत का भी साथ मिलेगा। नौकरी से जुड़े लोगों का प्रमोशन हो सकता है। इस समय आपको विदेश जाने का मौका भी मिल सकता है। 

आप शादी, नामकरण जैसे किसी कार्यक्रम में जा सकते हैं। कम्प्टीशन की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को इस समय सफलता मिलने के पूरे योग हैं।

मिथुन राशि-

इस गोचर से मिथुन राशि वालों का साहस और पराक्रम बढ़ेगा। इसके साथ ही आपका कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा। इससे आप हर काम में हिस्सा भी लेंगे और उसे पूरा भी करेंगे। इस समय आप किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहेंगे ।

 

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जुलाई में इस दिन है देवशयनी एकादशी, जानें जरुरी बातें

हिंदू मान्यता में हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना का विशेष महत्त्व होता है। कई लोग एकादशी का व्रत भी रखते हैं। माना जाता है कि एकादशी के व्रत से व्यक्ति के कई जन्मों के पाप कट जाते हैं।

इस बार 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी मनाई जाएगी। इससे जुड़े कुछ इंटरेस्टिंग फैक्ट्स हम आपको बताने जा रहे है-

फैक्ट्स 

  • इस दिन के बाद चार महीनों के लिए भगवान श्रीहरि विष्णु शयन के लिए क्षीर सागर में चले जाते हैं। इसके चलते सभी मांगलिक कार्यक्रम या शादी-ब्याह के कामों में रोक लग जाती है। 
  • इस दिन के बाद से संसार की बाग-डोर भगवान शिव संभालते हैं।  
  • ऐसा माना जाता है कि इस दिन सभी तीर्थ बृजधाम आ जाते हैं, ऐसे में इन चार महीनों में बृज दर्शन के लिए जरूर जाएं। 
  • इस बार एकादशी पर दो बहुत ही अच्छे योग बन रहे हैं। ये योग हैं सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग। इन योग में की गई खरीदारी, दान-पुण्य आदि को बहुत शुभ माना जाता है। 
  • इस दिन तीर्थक्षेत्रों में स्नान का विशेष महत्व है। 
  • इस दिन भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा की जाती है। पीले वस्त्र पहने जाते हैं और पीली वस्तुओं का भोग लगाया जाता है।
  • देवशयनी एकादशी व्रत के पारायण का समय– 18 जुलाई, 2024; सुबह 5:34 से 8:19 बजे तक  (यह समय नई दिल्ली के अनुसार है)

इस बार एकादशी पर कुछ खास योग बन रहे हैं जिनके बारे में अधिक जानकारी के लिए इस लिंक पर click करें।

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सूर्य के कर्क में गोचर से, किसका चमकेगा करियर

आने वाली 16 जुलाई को ग्रहों के राजा सूर्य मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। इस गोचर के दौरान दो योग बन रहे है, रवि योग और शुभ योग। इस गोचर से पांच राशियों के लोगों को करियर और कारोबार में सक्सेस मिल सकती है। ये पांच राशियां इस प्रकार हैं-

मेष राशि 

  • गवर्नमेंट जॉब्स के लिए तैयारी कर रहे लोगों को अच्छे रिजल्ट्स मिल सकते हैं। 
  • बिजनेस में कोई बड़ा प्रॉफिट हो सकता है। 
  • सोसाइटी में नेम-फेम बढ़ सकता है।

सिंह राशि 

  • अगर आप जॉब स्विच करने की सोच रहे हैं तो यह समय अच्छा रहेगा। 
  • आपको विदेश जाने का मौका भी मिल सकता है।
  • आपके लिए शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना प्रॉफिट देने वाला हो सकता है। 

वृश्चिक राशि 

  • इस समय स्टूडेंट्स कॉम्पिटिटिव एग्जाम्स में अच्छा परफॉर्म कर सकते हैं।
  • कपड़े का काम कर रहे लोगों को प्रॉफिट हो सकता है। 
  • बिजनेस में कोई नया एक्सपैंशन हो सकता है। 

मकर राशि 

  • आप कोई नयी चीज़ खरीद सकते हैं।
  • संतान प्राप्ति के लिये समय अच्छा है।
  • कई लोगों को विदेश में जॉब मिलने के भी चांसेज बन रहे हैं। 

कुम्भ राशि 

  • लोहे के व्यापारियों को लाभ हो सकता है। 
  • आप अपना घर भी खरीद सकते है।
  • नौकरी-पेशा लोगों को प्रोमोशन मिल सकता है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। Astro Arun Pandit जी की टीम की ओर से  आपको शुभकामनाएं। 

वृषभ में गोचर कर रहे हैं मंगल, किन राशि वालों को होगा फायदा?

जुलाई के महीने में कई खगोलीय घटनाएं होने जा रही हैं। इस महीने कई ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में ट्रांजिट कर रहे हैं। ऐसे में कई दुर्लभ योग-संयोग बन रहे हैं। 12 जुलाई को मंगलदेव, वृषभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं जो शुक्र महाराज की राशि है।

इसमें देवगुरु बृहस्पति पहले से ही विराजमान हैं। मंगलदेव, बृहस्पति महाराज से मित्रता का भाव रखते हैं। मंगल महाराज 26 अगस्त तक इस राशि में रहेंगे। मंगलदेव को पॉवर और एनर्जी देने वाला माना जाता है। वे आदमी को करेजियस और आउट स्पोकन बनाते हैं।

आज के लेख में हम प्रिडिक्शन करेंगे कि आपके लिए मंगलदेव का ये ट्रांजिट कैसा रहने वाला है। तो आइए शुरु करते हैं मेष राशि वालों से- 

मेष

मेष राशि वालों मंगल देव आपकी कुंडली में पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं। इस ट्रांजिट के बाद मंगल महाराज आपके दूसरे भाव में आ जाएंगे। 

इस दौरान आप अपने शौक और मौज-मस्ती की चीजों पर खूब खर्चा करेंगे। करियर की बात करें तो इस समय आप खुद को ऊर्जावान महसूस करेंगे। हालांकि, इस समय आपको अपनी जुबान पर नियंत्रण रखना चाहिए। वरना आपको पछताना पड़ सकता है।

कारोबारियों के लिए यह समय सामान्य रहने वाला है। स्टूडेंट्स को इस समय पढ़ाई और कॉम्पटेटिव एग्जाम्स में सफलता मिलने की उम्मीद है। इस समय परिवार वालों से आपके रिश्ते अच्छे रहेंगे और सेहत के लिहाज से देखें तो आपको ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है।

लव लाइफ की बात करें तो आप और आपके बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड के रिश्ते में न चाहते हुए भी कड़वाहट आ सकती है। हालांकि, आप अपने लव पार्टनर को मना लेंगे।  शादीशुदा लोगों को इस समय ससुराल से सपोर्ट मिलता दिख रहा है।

उपाय- माँ दुर्गा को रोजाना लाल रंग का फूल अर्पित करें।

वृषभ

अब बात करते हैं वृषभ राशि वालों की। इस ट्रांजिट के बाद मंगलदेव आपकी कुंडली के पहले भाव में आ जाएंगे। इस समय आपका कॉन्फिडेंस लेवल अच्छा रहेगा। इस ट्रांजिट से विदेशी कंपनियों में जॉब कर रहे लोगों का इंक्रीमेंट हो सकता है। 

इस समय कारोबारियों की दिक्कतें दूर होंगी और अच्छा मुनाफा होगा। विद्यार्थियों के लिए यह समय सामान्य रहने वाला है। सेहत की बात करें तो इस समय आप खुद को एनर्जेटिक महसूस करेंगे। 

इस समय आपको किसी प्रॉपर्टी को बेचकर अच्छा फायदा हो सकता है। हालांकि, आपको लेन-देन के समय सावधान रहने की जरूरत होगी।  

वृषभ राशि वालों की लव लाइफ की बात करें तो इस समय आप अपने लव पार्टनर के साथ किसी मंदिर या धर्म स्थल पर जा सकते हैं। वहीं, शादीशुदा लोगों को अपने लाइफ पार्टनर का सपोर्ट मिलेगा और आप दोनों एक-दूसरे की फीलिंग्स को समझेंगे।

उपाय- रोजाना हनुमान जी की पूजा करें और मंगलवार को सुंदर कांड का पाठ करें। 

मिथुन

मिथुन राशि वालों की बात करें तो इस ट्रांजिट के बाद मंगल देव आपकी कुंडली के बारहवें यानी व्यय भाव में आ जाएंगे। इस समय वे आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी होंगे। इस समय आपके खर्चे बढ़ सकते हैं। 

इस समय आप अपने इंट्रेस्ट की चीजों को सीखने में खर्चा कर सकते हैं। इसके अलावा ऑफिस में आपके दुश्मन आपसे दबे रहेंगे। बिजनेस के लिहाज से देखें तो इस समय उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। स्टूडेंट्स को उनके टीचर्स का सपोर्ट मिलता दिख रहा है। 

इस समय आपको अपनी सेहत का खास ध्यान रखना चाहिए। अगर आप पहले से बीमार हैं तो इस समय लापरवाही न बरतें। वरना आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। 

इस समय आपकी लव लाइफ में रोमांस बढ़ता दिख रहा है। शादीशुदा लोगों की बात करें तो इस समय आपको अपने जीवनसाथी पर गुस्सा होने से बचना चाहिए।

उपायरोजाना हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ करें।

कर्क

कर्क राशि वालों के लिहाज से देखें तो मंगल देव आपकी कुंडली में पांचवे और दसवें भाव के स्वामी हैं और ट्रांजिट के बाद आपके ग्यारहवें यानी आय भाव में बैठेंगे। इस समय आपको कड़वा बोलने से बचना चाहिए। वरना आपके पारिवारिक रिश्ते खराब हो सकते हैं। 

करियर की बात करें तो इस समय आपको मेहनत के अच्छे रिजल्ट्स मिलेंगे। सिक्योरिटी फोर्सेज, रियल इस्टेट या इंजीनियरिंग फिल्ड से जुड़े लोगों को इस समय प्रमोशन मिलने के योग बन रहे हैं।

इस समय कारोबारी अपनी कोई बिजनेस डील फाइनल कर सकते हैं। अगर स्टूडेंट्स की बात करें तो इस समय कर्क राशि के स्टूडेंट्स मन लगाकर पढ़ाई कर पाएंगे। हेल्थ की बात करें तो इस समय आपको चोट लगने की आशंका है।

इश्क-मोहब्बत के लिहाज से देखें तो इस समय आपकी अपने लव पार्टनर से बहस हो सकती है। हालांकि, हालात ज्यादा बिगड़ने से पहले ही संभल जाएंगे। शादीशुदा लोगों के लिए यह समय सामान्य रहने वाला है।

उपाय- मंगलवार के दिन हनुमान जी को अनार का भोग लगाएं।

सिंह

अब बात करते हैं सिंह राशि वालों की। इस समय मंगल आपके कर्म स्थान में ट्रांजिट करेंगे और आपकी कुंडली में भाग्य और चौथे भाव के स्वामी होंगे। इस समय आपको अपनी माताजी से खूब लाड़-प्यार मिलेगा। आप गाड़ी या मकान खरीद सकते हैं। 

इस समय आपकी पर्सनैलिटी निखरेगी और आप फिजिकल एक्टिविटी भी करते हुए नजर आएंगे। अगर आपकी प्रोफेशनल लाइफ की बात करें तो इस समय आपको अफसर या टीम मैनेजर बनने का मौक़ा मिल सकता है। 

इसके अलावा आपकी इनकम बढ़ने की भी उम्मीद है। कारोबारियों की बात करें तो इस समय आप कोई नया बिजनेस शुरू कर सकते हैं। एजुकेशन के लिहाज से देखें तो इस समय आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। हेल्थ के नजरिए से देखें तो इस समय आपको ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट लेनी चाहिए।

लव लाइफ की बात करें तो आप अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड पर गुस्सा हो सकते हैं जिस वजह से वे आपसे नाराज रह सकते हैं। शादीशुदा लोगों की बात करें तो इस ट्रांजिट के समय आपके घर में कोई धार्मिक कार्यक्रम हो सकता है।

उपाय- मजदूरों को भोजन कराएं।

कन्या

मंगल महाराज इस ट्रांजिट के समय कन्या राशि वालों की कुंडली में नौंवे यानी भाग्य भाव में रहेंगे। आपकी कुंडली में वे तीसरे और आठवें भाव के स्वामी होंगे। इस समय आपको अपने पापा या गुरु से कोई लाभ मिल सकता है। 

हालांकि, इस समय आपके खर्चे भी बढ़ सकते हैं इसलिए आपको अपने बजट के हिसाब से चलने की सलाह दी जाती है। इस समय आपके घर-परिवार में कलह हो सकता है। जिसका आपके मेंटल पीस पर नेगेटिव असर पड़ेगा। 

करियर की बात करें तो इस समय आपको किस्मत का साथ मिलने से आपको विदेश जाने का मौक़ा मिल सकता है। इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट बिजनेस से जुड़े लोगों को अच्छा मुनाफा होता दिख रहा है। स्टूडेंट्स को इस समय अपना मन पढ़ाई में कंसन्ट्रेट करने में दिक्कतें आएंगी। इस समय आपकी माताजी की कोई सर्जरी हो सकती है। 

लव लाइफ के लिहाज से देखें तो आप अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड के साथ डेट पर जा सकते हैं। मैरिड लाइफ की बात करें तो इस समय आप और आपके लाइफ पार्टनर के बीच छोटी-मोटी तकरारें होती रहेंगी। हालांकि, आप उन्हें मनाने में कामयाब रहेंगे। 

उपाय- रोजाना भगवान शिव का जलाभिषेक करें। 

तुला

तुला राशि वालों की कुंडली में मंगलदेव दूसरे और सातवें यानी धन व दाम्पत्य भाव के स्वामी हैं। इस ट्रांजिट के समय वे आपकी कुंडली के आठवें भाव में रहेंगे। इस समय आपको फाइनेंशियली उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। 

करियर की बात करें तो इस समय आपको अपने बॉस या सीनियर्स से बातचीत करते समय सावधानी बरतनी चाहिए। कारोबार के लिहाज से देखें तो इस समय आप अपने बिजनेस कंपटीटर से आगे रहेंगे। स्टूडेंट्स इस समय अपनी स्कूल लाइफ इंजॉय करते हुए दिखेंगे। 

इस समय आपके छोटे भाई-बहन गुस्सैल हो सकते हैं। आपकी सेहत की बात करें तो इस समय आपका एक्सीडेंट हो सकता है। ऐसे में आपको ट्रेवल करने से बचना चाहिए। 

लव लाइफ की बात करें तो इस समय अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड के लिए आपका बिहेवियर बदल सकता है और आप उन्हें चुभने वाली कोई बात बोल सकते हैं। इससे आपके रिलेशनशिप में दरार आ सकती है। शादीशुदा लोगों की बात करें तो इस समय अपने लाइफ पार्टनर पर विश्वास बनाकर रखें। 

उपाय- रोजाना संकटमोचन हनुमान अष्टक का पाठ करें। 

वृश्चिक

अब बात करते हैं वृश्चिक राशि वालों की। मंगलदेव इस ट्रांजिट के समय वृश्चिक राशि वालों के सातवें भाव में विराजमान होंगे। वे आपकी कुंडली में पहले और छठे भाव के स्वामी होंगे। इस समय आप फिजूल की चीजों पर खर्चा कर सकते हैं। 

प्रोफेशनल लाइफ की बात करें तो ये समय आपको काफी मेहनत करने के बाद ही अच्छे रिजल्ट मिलेंगे। बिजनेस के लिहाज से देखें तो इस समय आपको अपने बिजनेस पार्टनर से पूरा सपोर्ट मिलेगा। विद्यार्थियों के लिए यह समय थोड़ा मुश्किल भरा रह सकता है। 

हेल्थ की बात करें तो आपको अपने खानपान के प्रति सावधान रहना चाहिए। वरना आपको छोटी-मोटी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। 

लव लाइफ की बात करें तो आप अपने लाइफ पार्टनर के साथ समय बिताते नजर आएंगे। वहीं, शादीशुदा लोगों के अपने लाइफ पार्टनर से लड़ाई-झगड़े हो सकते हैं। 

उपाय- जरूरतमंद लोगों को लाल रंग के कपड़े दान करें। 

धनु

धनु राशि वालों की बात करें तो इस ट्रांजिट के समय मंगलदेव आपकी कुंडली के छठे यानी शत्रु और रोग के भाव में रहेंगे। मंगल महाराज आपकी कुंडली में पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। 

इस समय आप अपने दुश्मनों पर हावी रहेंगे और वे आपको नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे। इस समय आपका झुकाव धर्म और अध्यात्म की ओर रहेगा। 

अगर आप विदेश जाना चाहते हैं तो आपको खुशखबरी मिल सकती है। इस समय आपको ऑफिस में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है लेकिन आप धैर्य से इस हालत से बाहर निकलने में कामयाब होंगे। 

बिजनेस कर रहे लोग इस समय फाइनेंशियल इश्यू का सामना करना पड़ सकता है। कॉम्पटेटिव एग्जाम की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को इस समय अच्छे नंबर मिलने की संभावना है। हेल्थ की बात करें तो इस समय आपकी इम्यूनिटी स्ट्रांग रहेगी।

लव लाइफ के लिहाज से देखें तो इस समय आपको अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड का रूखापन परेशान कर सकता है। वहीं, मैरिड लोगों की लाइफ में रोमांस बढ़ने की उम्मीद है। 

उपाय- हर मंगलवार को बंदरों को गुड़-चना खिलाएं। 

मकर

मकर राशि वालों इस समय मंगलदेव आपकी कुंडली के पांचवे भाव में बैठेंगे। इस समय वे आपके चौथे और ग्यारहवें खाने के स्वामी हैं। 

करियर की बात करें तो इस समय आपका वर्क लोड और जिम्मेदारियां बढ़ेंगी और अच्छे काम के लिए आपकी तारीफ भी की जाएगी। आपका प्रमोशन भी हो सकता है।

इस समय कारोबारियों को अटका हुआ पैसा मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा रिसर्च कर रहे स्टूडेंट्स को इस समय अच्छा रिजल्ट मिलेगा। हेल्थ की बात करें तो इस समय आपको कब्ज हो सकती है। ऐसे में कसरत करना आपके लिए फायदेमंद रहेंगा। 

लव लाइफ की बात करें तो इस समय आपको अपने लव पार्टनर के साथ कहीं टूर पर जाने की सलाह दी जाती है। शादीशुदा लोग इस समय क्वालिटी टाइम स्पेंड करते नजर आएंगे। 

उपाय- रोजाना खाने के बाद गुड़ का सेवन करें।

कुंभ

कुंभ राशि वालों की कुंडली में मंगल महाराज चौथे भाव में ट्रांजिट करने वाले हैं। आपकी कुंडली में मंगल देव तीसरे और दसवें भाव के स्वामी रहेंगे। इस समय आप अपनी इनकम और खर्चों पर बैलेंस बैठाने में कामयाब रहेंगे।

इस समय आपके अपने छोटे भाई-बहनों से अच्छे रिलेशन रहेंगे। इस समय आपकी माताजी आपसे गुस्सा रह सकती हैं। करियर की बात करें तो इस ट्रांजिट से आपको ऑफिस में नया प्रोजेक्ट मिल सकता है। ऐसा भी संभव है कि आप नौकरी बदल लें।

पार्टनरशिप बिजनेस से जुड़े लोगों के बिजनेस पार्टनर इस समय आपकी हर बात मानेंगे। स्टूडेंट्स को इस समय पढ़ाई में आलस्य कर सकते हैं। हेल्थ की बात करें तो आपको मौसमी बीमारी हो सकती है।

लव लाइफ के हिसाब से देखें तो यह समय आपके लिए सामान्य रहने वाला है। वहीं, मैरिड लाइफ की बात करें तो आपका अपने लाइफ पार्टनर से रिश्ता मजबूत होगा। आप अपने जीवनसाथी को कुछ गिफ्ट भी दे सकते हैं।

उपाय- मां दुर्गा को लड्डू का भोग लगाएं।

मीन

अब बात करते हैं लास्ट बट नॉट द लीस्ट, मीन राशि वालों की। मीन राशि वालों, इस गोचर के बाद मंगलदेव आपकी कुंडली के तीसरे स्थान में बैठेंगे। वे आपके दूसरे और नौंवे भाव के स्वामी होंगे। इस समय आप अपना समय अपने शौक पूरे करने में बिताएंगे। इस समय आपका इंट्रेस्ट एस्ट्रोलॉजी में डेवलप होगा। 

करियर की बात करें तो इस समय आप ऑफिस में एनर्जेटीक महसूस करेंगे और आपके सीनियर्स आपकी राय को तवज्जो देंगे। बिजनेस करने वाले लोग इस समय धार्मिक कार्यक्रमों के लिए दान कर सकते हैं। 

इस समय स्टूडेंट्स डांस या म्यूज़िक सीखने पर ध्यान दे सकते हैं। सेहत की बात करें तो इस समय आपकी सहनशक्ति व एनर्जी बढ़ेगी। इस समय आपको ध्यान करने की सलाह दी जाती है। 

लव लाइफ के लिहाज से देखें तो इस समय आप और आपके पार्टनर के बीच में रोमांस बढ़ेगा और आप दोनों मीठी यादों को संजोएंगे। 

वहीं शादीशुदा लोग अपने लाइफ पार्टनर के साथ मंदिर जा सकते हैं। इस समय आपके घर में कोई नया मेहमान भी आ सकता है। 

उपाय- आपको ‘ॐ हं हनुमते नम:’ मंत्र का जप करना चाहिए। 

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। Astro Arun Pandit जी की टीम की ओर से आपको शुभकामनाएं।