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कालाष्टमी के अवसर पर नेगेटिव एनर्जी को दूर करने के अचूक उपाय

आज हम बात कर रहे है कालाष्टमी के बारे में , ये व्रत हर महीने की कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है, जिसमें भगवान शिव के काल भैरव स्वरुप की पूजा की जाती है। इस बार 27 जुलाई को यह व्रत रखा जायेगा। इस बार की कालाष्टमी इसलिए भी विशेष हो जाती है क्योंकि ये श्रावण मास की मासिक कालाष्टमी है। 

 उपाय 

  • काल भैरव अष्टमी के दिन भगवान भैरव की पूजा करने से राहु व केतु के दोष से मुक्ति मिलती है। 
  • इस दिन की हुई भैरवनाथ की पूजा से घर में मौजूद नेगेटिव एनर्जी दूर होती है। 
  • अगर कोई परेशानी बहुत समय से है तो, आप इस दिन रोटी लेें और उस पर सरसों का तेल लगाकर काले कुत्ते को खाने के लिए देें।  
  • पारिवारिक समस्या सुलझाने के लिए शिव चालीसा का पाठ करेें। 
  • सभी तरह के सुख पाने के लिए इस दिन काल भैरव के सामने सरसों के तेल से भरा दिया जलाये, और इस मंत्र का जाप करें “ॐ ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ॐ”।   
  • बुरी नज़र से बचने के लिए इस दिन काला धागा भैरव नाथ के चरणों में अर्पित करने के बाद उसे अपने सीधे पैर में बाँध लें।  

            सावन मास से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियों के लिए click करें। 

 

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। Astro Arun Pandit जी की टीम की ओर से आपको शुभकामनाएं।  

 

इस बार सर्वार्थ सिद्धि व आयुष्मान योग से शुरू होगा श्रावण मास

क्या आपको पता है कि इस बार सावन का महीना कई मायनों में खास रहने वाला है। दरअसल, इस बार सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू हो रहा है और इसके पहले ही दिन सोमवार पड़ रहा है। इस बार सावन के महीने की शुरुआत दो अच्छे योगों- सर्वार्थ सिद्धि व आयुष्मान योग के साथ हो रही है। इसके साथ ही इस बार सावन में 5 सोमवार पड़ रहे हैं जिसे भी शुभ संकेत माना जाता है।

सावन में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व

सावन में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्त्व है। माना जाता है कि सावन में जो भी व्यक्ति भगवान भोलेनाथ की पूरी श्रद्धा के साथ पूजा करता है उसे मनचाहा वरदान मिलता है। इसके अलावा सावन के सोमवार का व्रत रखने से कुंडली में चंद्रमा स्ट्रांग होता है। इसके अलावा राहु-केतु के नेगेटिव इम्पैक्ट भी दूर होते हैं। इस समय दूध दान करने का विशेष महत्त्व बताया गया है। 

पूजा विधि 

सावन में भगवान शिव का दूध, दही, शक्कर, गाय के घी, शहद, पंचामृत और जल से अभिषेक करना चाहिए। इसके साथ ही उन्हें बिल्व पत्र, आक का फूल, धतूरा, धतूरे का फूल, पान-सुपारी, सफेद चंदन, लाल चंदन, अक्षत, कपूर, इत्र और सफेद वस्त्र अर्पित करना चाहिए। इसके अलावा शिव स्तुति, ॐ नमः शिवाय मंत्र का जप करना चाहिए। इस समय भगवान शिव को भोग लगाने के बाद कपूर की आरती करके ही भोजन करना चाहिए।

सावन सोमवार तिथि 

सावन का पहला सोमवार व्रत – 22 जुलाई, 2024

सावन का दूसरा सोमवार व्रत – 29 जुलाई, 2024

सावन का तीसरा सोमवार व्रत – 5 अगस्त, 2024

सावन का चौथा सोमवार व्रत – 12 अगस्त, 2024

सावन का पांचवां सोमवार व्रत – 19 अगस्त, 2024

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। Astro Arun Pandit जी की टीम की ओर से आपको शुभकामनाएं।