राहु की सप्तम दृष्टि पंचम भाव पर है, जिससे प्रेम संबंधों में थोड़ी उलझन और भ्रम की स्थिति बन सकती है। आप चाहेंगे कि चीजों में क्लैरिटी हों, लेकिन सामने वाले की बातों में अस्पष्टता बनी रह सकती है। वहीं खुद आप भी यह तय करने में थोड़ा कन्फ्यूज महसूस कर सकते हैं कि आगे क्या करना है या कौन-सा रास्ता लेना सही रहेगा।
विवाहित जातकों के लिए सप्ताह की शुरुआत ठीक-ठाक रहेगी। लेकिन 30 मई के बाद जब मंगल और चंद्रमा की युति चतुर्थ भाव में होगी, तो आपसी बातचीत में टकराव या घरेलू तनाव जैसी स्थिति बन सकती है। किसी भी बात को दिल में रखने की बजाय सीधे-सपाट ढंग से बात करें। इससे रिश्तों में बेवजह की दूरी बनने से रोकी जा सकती है।
सिंगल्स के लिए यह समय थोड़ा इमोशनल रह सकता है। आप किसी पुराने रिश्ते या अधूरी बातचीत के बारे में सोच सकते हैं, मन में सवाल उठ सकते हैं। लेकिन नया रिश्ता शुरू करने से पहले जरूरी है कि आप पहले खुद के अंदर भावनात्मक संतुलन महसूस करें। वरना नया रिश्ता भी उसी उलझन में घिर सकता है।
शुभ रंग – हल्का हरा
मंत्र – ” ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः”
इस मंत्र का जाप प्रतिदिन सुबह सूर्य को जल अर्पण करते समय करें। इससे आत्मविश्वास, बोलचाल की स्पष्टता और पारिवारिक समरसता बढ़ेगी।