केतु की दृष्टि 5वें भाव पर होने से प्रेम संबंधों में ठंडापन और भावनाओं को समझने में कमी आ सकती है। 2 से 4 जून के बीच मनचाहे साथी से बातचीत में रुकावट या कनेक्शन का अभाव महसूस हो सकता है। 4 से 6 जून में अकेलापन बढ़ सकता है, जिससे प्रेम जीवन में दूरी बन सकती है।
लेकिन 6 से 8 जून को शुक्र की दृष्टि से प्रेम संबंधों में मिठास और आकर्षण लौटेगा। छोटे-छोटे इशारे दिल को छू जाएंगे और सकारात्मक जुड़ाव बढ़ेगा। विवाहित जातकों को अपने साथी की बातों को समझने और सुनने का खास ध्यान रखना होगा।
सिंगल्स के लिए यह सप्ताह आत्म-आलोचना छोड़कर खुद से प्यार करने का संदेश लेकर आता है। शुक्र की दृष्टि आपकी आकर्षक और मैग्नेटिक क्वालिटी को बढ़ाएगी, जिससे नए रिश्ते बनने में मदद मिलेगी।
शुभ रंग – हल्का आसमानी
मंत्र – “श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः”
शुक्रवार को इस मंत्र का 21 बार जप करें—प्रेम, सौंदर्य और संबंधों में संतुलन के लिए।
उपाय – शुक्रवार को चाँदी का सिक्का घर के पूजा स्थान में रखें और सफेद मिठाई का दान करें।