2 से 4 जून के बीच राहु की दृष्टि से प्रेम संबंधों में उलझन या गलतफहमियां बढ़ सकती हैं, बातों को बिना टाले साफ-साफ कहना जरूरी रहेगा। 4 से 6 जून तक शनि की दृष्टि भावनाओं को भीतर ही रोक सकती है, दिल में बहुत कुछ होगा, लेकिन जुबान पर नहीं आएगा। इस समय धैर्य जरूरी है।
6 से 8 जून में शुक्र की दृष्टि से दिल की बातों में मिठास लौटेगी, कोई खास मुलाकात या बातचीत पुराने जुड़ाव को फिर से जगाएगी। विवाहित लोगों को जीवनसाथी से सहयोग तो मिलेगा, लेकिन उनका व्यस्त शेडूल समझने की जरूरत होगी।
सिंगल्स के लिए 6 से 8 जून का समय खास हो सकता है, कोई ऐसा इंसान आकर्षित कर सकता है जो कलात्मक, शांत और समझदार हो। इस जुड़ाव को समय दें, सब्र रखें।
शुभ रंग – हल्का हरा
उपाय – बुधवार को हरे मूंग का दान करें और तुलसी के पौधे में शाम को दीपक जलाएं।
मंत्र- “कें केतवे नमः”
मंगलवार को 11 बार इस मंत्र का जप करें, केतु की दृष्टि से उत्पन्न करियर असमंजस को संतुलित करने के लिए।