क्या आपकी राहु या केतु की महादशा चल रही है या आप इन दो ग्रहों के कारण परेशानी का सामना कर रहे हैं! अगर आपका जवाब हां है तो, ये आसान उपाय करके आप अपनी समस्याओं से निजात पा सकते हैं।
राहु-केतु के खराब होने का कैसे लगाएं पता?
राहु खराब होने पर व्यक्ति को डिप्रेशन, मुकदमे, फैमिली डिस्प्यूट का सामना करना पड़ता है। वहीं, केतु ग्रह के अशुभ होने पर जॉइंट पेन, रीढ़ की हड्डी की प्रॉब्लम और नशों की कमजोरी हो सकती है।
उपाय
राहु के नेगेटिव इम्पैक्ट को कम करने के लिए ब्ल्यू और केतु के नेगेटिव इम्पैक्ट होने पर व्यक्ति को पिंक कलर के कपड़े पहनने चाहिए।
इसके अलावा इन दोनों ही ग्रहों की शांति के लिए आपको अपने घर पर भगवान श्रीकृष्ण की शेषनाग के ऊपर विराजमान फोटो लगानी चाहिए। रोजाना उनकी पूजा कर ‘ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम:’ मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करना चाहिए।
भगवान शिव का जल से अभिषेक करने के बाद उनके सामने बैठकर रुद्राक्ष की माला से ‘ऊं नम: शिवाय’ मंत्र का जप करने से भी राहु-केतु के नेगेटिव इम्पैक्ट खत्म होते हैं।
आपको फटे पुराने कपड़े नहीं पहनने चाहिए। इसके साथ ही आपको अपने कपड़ों को व्यवस्थित ढंग से संभालकर रखना चाहिए।
इन उपायों को अपनाकर आप राहु-केतु के नेगेटिव इम्पैक्ट को कम कर सकते हैं और अपनी लाइफ को खुशहाल बना सकते हैं।
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क्या आपको परेशानियां घेरे रहती हैं? क्या आपके जीवन में भी रुपयों की कमी है? क्या आप अपने करियर में खुद को फंसा हुआ महसूस कर रहे हैं? क्या आपकी संतान नहीं हो रही है? या आपकी अपने लाइफ पार्टनर से अनबन होते रहती है? अगर इनमें से किसी भी सवाल का जवाब हां है तो ये ब्लॉग आपके लिए खास होने वाला है। दरअसल, आज हम बात करने वाले हैं जन्माष्टमी पर किए जाने वाले कुछ ऐसे उपायों के बारे में जिन्हें करने से आपकी प्रॉब्लम्स सॉल्व हो सकती हैं।
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फाइनेंसियल प्रॉब्लम्स से उभरने के लिए उपाय-
अगर आप फाइनेंसियल क्राइसेस के दौर से गुजर रहे हैं तो आपको जन्माष्टमी पर राधा-कृष्ण भगवान के मंदिर में जाकर अपने हाथों से बनाई गई पीले फूलों की माला या वैजयंती के फूलों की माला कान्हा जी को पहनानी चाहिए।
अगर आपको लोन या कर्ज चुकाने में प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है तो इस बार जन्माष्टमी पर आपको माता लक्ष्मी के स्वरूप माने जाने वाले दक्षिणावर्ती शंख से भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक करना चाहिए। यानी उन्हें स्नान कराना चाहिए। इससे भी फाइनेंसियल प्रॉब्लम्स दूर होती हैं और माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है।
इसके अलावा अगर आप सुख-समृद्धि पाना चाहते हैं तो जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल जी को पूजा करते समय पान का एक पत्ता चढ़ाएं। बाद में इस पत्ते पर सिंदूर से ‘श्री’ लिखकर पूजा करने के बाद अपनी तिजोरी में रख दें। इससे आपके घर-परिवार में बरकत आएगी और कभी फाइनेंसियल प्रॉब्लम्स नहीं आएंगी।
रिलेशन में मजबूती के लिए उपाय-
अगर आपकी मैरिड लाइफ में प्रॉब्लम्स आ रही हैं या आप अपने रिलेशनशिप को और अधिक मजबूत बनाना चाहते हैं तो आपको भगवान कृष्ण का दक्षिणावर्ती शंख में दूध भरकर अभिषेक करना चाहिए।
इसके अलावा कृष्ण जन्म के समय लड्डू गोपालजी को सोने में शहद चटाने से भी घर-परिवार में रिलेशन अच्छे होते हैं।
इसके साथ ही लड्डू-गोपाल जी को इलायची का भोग लगाने से भी घर-परिवार के सभी सदस्यों में प्यार-स्नेह बढ़ता है।
निसंतान दंपति के लिए उपाय-
निसंतान दंपत्ति को जन्माष्टमी के दिन गाय और उसके बछड़े की सेवा करनी चाहिए।
इसके साथ ही आप अपने घर में गाय और उसके बछड़े की मूर्ति लाएं। उसे लड्डू-गोपालजी की मूर्ति के पास रखकर उनकी भी पूजा करें। ऐसा करने से भगवान श्रीकृष्ण की कृपा से जल्द ही अच्छी खबर मिलती है।
इस दिन संतान गोपाल मंत्र या संतान गोपाल सहस्त्रनाम का जप करने से भी संतान की प्राप्ति होती है।
ग्रह क्लेश दूर करने के उपाय-
जन्माष्टमी के दिन संध्या के समय तुलसी के पौधे सामने घी का दिया जलाएं और ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जप करते हुए पौधे की 11 बार परिक्रमा करें। इससे आपके घर में सुख-शांति आएगी और घर के सभी क्लेश दूर होंगे।
जन्माष्टमी पर राधा-कृष्ण के मंदिर में अनाज चढ़ाना चाहिए। इसके बाद इसे गरीबों को दान करने से परिवार में सुख-शांति आती है।
करियर में सक्सेस पाने व किस्मत जगाने के लिए उपाय-
करियर में सक्सेस पाने के लिए इस दिन आपको कपूर जलाकर उस पर थोड़ी मिसरी डालनी चाहिए। इसके साथ ही कपूर और मिश्री का दान करना भी अच्छा माना जाता है।
जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपालजी को माखन-मिश्री, सफेदद मिठाई व केसर-मेवे का तुलसी दल डालकर भोग लगाने से किस्मत चमकती है।
इसके अलावा लड्डू-गोपाल जी को चीनी के बजाय मिश्री डालकर बनाई गई मखाने की खीर का भोग लगाने से भी उनकी कृपा हमेशा बनी रहती है। भोग लगाते समय तुलसी दल डालना बिलकुल भी न भूलें।
ये थे कुछ ऐसे टोटके जिन्हें इस जन्माष्टमी पर कर के आप अपने जीवन की हर मुश्किल से निजात पा सकते हैं। इस बार सिर्फ व्रत और पूजा ही नहीं बल्कि इन उपायों को भी करें। हमारे साथ कमेंट सेक्शन में अपने अनुभव जरूर शेयर करें।
मंगल का जन्माष्टमी पर होगा बड़ा गोचर, अब मचेगा तांडव!इस टॉपिक पर विशेष जानकारी पाने के लिए दिए गए लिंक पर clickकरें।
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8 अगस्त के दिन आप जो कुछ भी चाहेंगे वो पाएंगे! दरअसल, इस दिन आपकी विश पूरी करने के लिए पूरी कायनात जुटने वाली है। इस दिन 8 अगस्त 2024 को 8/8/8 का कॉम्बिनेशन बन रहा है। इसे लायंस गेट पोर्टल के नाम से भी जाना जाता है। दोस्तों ये समय सिर्फ इस तारीख की वजह से इम्पोर्टेन्ट नहीं है बल्कि इस दिन आकाश में सितारे भी इस तरह से अलाइन रहेंगे कि आपकी हर विश पूरी हो सके।
सूर्य और सिरीयस तारे का एलाइनमेंट: लायंस गेट पोर्टल के दौरान, पृथ्वी , सूर्य, और सिरीयस, जो आकाश का सबसे चमकदार तारा है, ये सभी सीधी रेखा में आ जाते हैं , अलाइन हो जाते हैं। सिरीयस को “आध्यात्मिक सूर्य” कहा जाता है और इसके सूर्य के साथ अलाइन होने से ऊर्जा में वृद्धि होती है।
सूर्य और सिरीयस तारे की ऊर्जा: इस एलाइनमेंट के कारण सूर्य की ऊर्जा काफी ज्यादा हो जाती है, इससे पृथ्वी पर हाई वाइब्रेशनल फ्रीक्वेंसी होती है। सरल भाषा में इस समय किया हुआ कोई भी मेनिफेस्टेशन या मुराद पूरी हो सकती है, बस शर्त इतनी है की उसे पुरे मन से चाहो।
क्या करें?
आपको अपने आस-पास की जगह की अच्छी तरह सफाई करने के बाद धुप या अगरबत्ती जलाकर एनर्जी को क्लीन करना चाहिए।
साफ आसन पर बैठकर अपनी लाइफ की हर छोटी-बड़ी चीज़ के लिए ईश्वर को थैंक्स बोलें।
इसके बाद आपकी जो भी विश है उसे विजुअलाइज कर मेडिटेशन करें।
इस समय ध्यान रखें कि आपके गोल्स को लेकर आपकी नीयत अच्छी रहे। गोल तक पहुंचने के लिए प्लानिंग कर रोडमैप तैयार करें।
इसके बाद आपको उनसे रिलेटेड अफरमेशन यूज करने चाहिए।
मेनिफेस्टेशन तकनीकें-
369 मेथड में आपके जो भी desires हैं उन्हें 3 बार सुबह, 6 बार दोपहर, 9 बार रात में पेपर पर अफर्मेशन के रूप में लिखें।
जो भी आपकी अफर्मेशन है उसे आप 17 सेकेंड्स में ही बोल पाएं इसका ध्यान जरूर रखना है। क्योंकि हम किसी भी विचार पर 17 सेकेंड्स तक फोकस कर सकते हैं। अगर आप इस तरह की अफर्मेशन यूज करेंगे तो आपको अपने सब-कॉन्शियस माइंड को ट्रेनिंग देने में ज्यादा आसानी होगी।
आपको एक टाइम पर एक ही डिजायर को लेकर मैनिफेस्ट करना चाहिए। आपने सुना होगा ‘Universe demands clarity of thoughts.’ जितना आप आपने आप में एक ही सेंटेंस को कई बार दोहराएंगे, एक ही चीज़ को लेकर बार-बार बोलेंगे या लिखेंगे उतना ही यूनिवर्स आपको डिमांड्स को समझकर उसे पूरा करने की ओर काम करेगी।
राशि पर आधारित उपाय-
अब हम बात करेंगे की लायंस गेट पोर्टल के दौरान हर राशि के लिए विशिष्ट उपाय के बारे में , इसमें हम हर राशि के कमज़ोर पहलुओं में पॉजिटिव चेंज के बारे में बात करेंगे। यहाँ पर प्रत्येक राशि के लिए लायंस गेट पोर्टल में अपनाने योग्य उपाय दिए गए हैं। ध्यान दीजिये की हमने इसे जर्नलाइज रखा है। अगर आप कुछ और मनिफेस्टेशन करना चाहते हैं तो इस 8 अगस्त के दिन से 369 मेथड यूज कर सकते हैं। इस मेथड की डिटेल आप दिए हुए लिंक पर clickकर सकते हैं।
मेष
मेष राशि के लिए यह समय अपनी योजनाओं को लागु करने और अपने लक्ष्यों की दिशा में ठोस कदम उठाने का है।
उपाय: करेज और लीडरशिप क्वॉलिटीज को बढ़ाने के लिए आप 8 अगस्त को अपनी डिजायर को क्लैरिटी के साथ एक पेपर पर लिखें और राम नाम का ज्यादा से ज्यादा करें।
वृषभ
इस दिन आपको फाइनेंसियल प्लानिंग और मटेरियलिस्टिक डिजायर पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इस समय आपको प्रॉपर्टी, निवेश और आर्थिक सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए।
उपाय: मनी और प्रॉस्पेरिटी को अट्रैक्ट करने के लिए हरी या गुलाबी कैंडल्स जलाएं। इसके अलावा आप घी का दिया भी जला सकते हैं और अपने फाइनेंसियल गोल्स की लिस्ट बनाकर अपने इष्ट देवता के सामने रख दें। “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” मंत्र का जाप करें।
मिथुन
अपनी कम्युनिकेटिव स्किल्स और इंटेलेक्चुअल कैपेबिलिटीज को सुधारने के लिए समय निकालें। यह समय अपने विचारों को स्पष्ट करने का है। आप आगे क्या पाना चाहते हैं, क्या करना चाहते हैं उस पर विचार करें और अपने लिए एक रोडमैप तैयार बनाएं।
उपाय: कम्युनिकेशन और इंटेल्लेक्ट के डेवलपमेंट के लिए एक पेपर पर अपने गोल्स साफ-साफ लिखें। इस दिन आपको गणेश जी के मंत्रो का ज्यादा से ज्यादा जप करना चाहिए।
कर्क
आपको परिवार और करीबी रिश्तों में सुधार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अपने इमोशंस पर कंट्रोल पाने के लिए खुद के साथ समय बिताएं। अपनी नेगेटिव फीलिंग्स को पेपर पर लिखकर जला दें। इससे आपको नेगेटिव इमोशंस को छोड़ने में मदद मिलेगी।
उपाय: एक सफेद मोमबत्ती या घी का दीपक जलाकर ‘ॐ’ की ध्वनि सुनते हुए ध्यान करें।
सिंह
आपके लिए यह समय अपनी पर्सनैलिटी को निखारने और अपनी क्षमताओं को सामने लाने का है। हालांकि, इस समय अपने अहम को आत्मविश्वास समझने की भूल न करें।
उपाय: सूर्यदेव के मंत्र का करें। अपने गोल्स अचीव करने के लिए एक लिस्ट बनाएं जिसमें ‘क्या करें और क्या न करें’ का जिक्र हो।
कन्या
आपको अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। यह समय अपने जीवन को व्यवस्थित करने का है। इस समय आपको धैर्य रखना चाहिए।
उपाय: आप योगा सेशन अटेंड कर सकते हैं। ‘ॐ बुधाय नमः का जप करें और अपने स्वास्थ्य के लक्ष्यों को स्पष्ट करें। उन्हें अचीव करने का सॉलिड प्लान तैयार करें।
तुला
रिश्तों में बैलेंस बनाने और सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने पर ध्यान दें। यह समय अपने सामाजिक और व्यक्तिगत रिश्तों को मजबूत करने का है।
उपाय: गुलाबी मोमबत्ती जलाएं और ‘ॐ शुक्राय नमः’ मंत्र का जप करें। आप अपने रिलेशनशिप गोल्स को अफर्मेशन की हेल्प से डिफाइन कर सकते हैं और सबसे इम्पोर्टेन्ट अपने दायरे को तय करें।
वृश्चिक
अपनी इनर स्ट्रेंग्थ और डीप ट्रांसफॉर्मेशन पर ध्यान केंद्रित करें। पुरानी आदतों और नेगेटिव थिंकिंग को छोड़ने का यह अच्छा समय है।
उपाय: आपको हनुमान जी की अराधना करनी चाहिए। इसके साथ ही सेल्फ इंट्रोस्पेक्शन पर ध्यान देना चाहिए।
धनु
इस समय को अपने ज्ञान और हायर एजुकेशन में सुधार के लिए उपयोग करें। नई चीजें सीखने का यह अच्छा समय है।
उपाय: किसी नए फील्ड के बारे में नॉलेज लेने की कोशिश कर सकते हैं। श्रीहरि विष्णु की पूजा करें और नाम जप करें।
मकर
अपने कैरियर और लॉन्ग टर्म गोल्स पर ध्यान केंद्रित करें। इस दौरान अपनी योजनाओं को ठोस रूप में इम्प्लीमेंट करें।
उपाय: महादेव पर जलाभिषेक करें और मंत्रों का जप करें। अपने कैरियर के लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करें और उनके प्रति समर्पित रहें।
कुंभ
आपको इस समय टीम एफर्ट पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। नए विचारों को सुनें, समझें और जितना हो सके उसे अपनाएं।
उपाय: भगवान भोलेनाथ का ध्यान करें।
मीन
अपनी स्पिरिचुअल जर्नी और सेल्फ इम्प्रूवमेंट पर ध्यान केंद्रित करें। यह समय गहरे ध्यान और आध्यात्मिक कार्यों में शामिल होने का है।
उपाय: एक मोमबत्ती या दीपक जलाएं और ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः’ मंत्र का जप करें। ध्यान और आध्यात्मिक साधना में समय बिताएं।
इन उपायों को अपनाकर आप लायंस गेट पोर्टल की ऊर्जा का सर्वोत्तम उपयोग कर और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। अब हम आपके मूलांक के लिए स्पेसिफिक अफर्मेशन बताने जा रहे हैं।
मूलांक पर आधारित उपाय-
न्यूमेरोलॉजी, अंकों के माध्यम से व्यक्तित्व, जीवन की घटनाएँ और भविष्य को समझने की विधि है। लायंस गेट पोर्टल के दौरान न्यूमेरोलॉजी के आधार पर प्रत्येक अंक के लिए विशिष्ट उपाय किए जा सकते हैं। यहां हर अंक के लिए उपाय दिए गए हैं, जो आपके जीवन में ऊर्जा और सकारात्मकता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
अंक 1 (1, 10, 19, 28)
सेल्फ मोटिवेशन को बढ़ावा देने के लिए पॉजिटिव अफर्मेशन और ध्यान का अभ्यास करें।
आपके लिए अफर्मेशन– “मैं आत्म-विश्वास और नेतृत्व के साथ अपने लक्ष्यों की दिशा में बढ़ रहा हूँ”।
अंक 2 (2, 11, 20, 29)
रिश्तों और सामंजस्य पर ध्यान केंद्रित करें। अपने जीवन में संतुलन बनाए रखने के लिए ध्यान और योग का अभ्यास करें।
आपके लिए अफर्मेशन- “मैं प्यार और सामंजस्य को आमंत्रित करता हूँ”।
अंक 3 (3, 12, 21, 30)
अपनी क्रिएटिविटी और सेल्फ एक्सप्रेशन में सुधार के लिए कला, लेखन, या संगीत में समय बिताएँ।
आपके लिए अफर्मेशन- “मेरी सृजनात्मकता और अभिव्यक्ति को समृद्ध किया जा रहा है”।
अंक 4 (4, 13, 22, 31)
अपने जीवन में क्रिएशन और स्टेबिलिटी को बढ़ाने के लिए योजनाएं बनाएं और उन्हें इम्प्लीमेंट करें। अनुशासन और मेहनत पर ध्यान केंद्रित करें।
आपके लिए अफर्मेशन- “मैं अपने जीवन में स्थिरता और सफलता प्राप्त कर रहा हूँ”।
अंक 5 (5, 14, 23)
बदलाव को अपनाने की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए खुले मन से कार्य करें। नए अवसरों को स्वीकार करें और अपनी सीमाओं को चुनौती दें।
आपके लिए अफर्मेशन -“मैं जीवन में सकारात्मक बदलाव और स्वतंत्रता का स्वागत करता हूँ”।
अंक 6 (6, 15, 24)
परिवार और सामाजिक जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करें। अपने संबंधों को मजबूत करने और दूसरों की मदद करने के लिए समय निकालें।
आपके लिए अफर्मेशन – “मैं अपने परिवार और समाज के साथ गहरा संबंध बना रहा हूँ”।
अंक 7 (7, 16, 25)
स्पिरिचुअल प्रैक्टिसेस और नौलेज डेवेलप करने पर ध्यान केंद्रित करें।
आपके लिए अफर्मेशन – “मैं आध्यात्मिक ज्ञान और सत्य की खोज में आगे बढ़ रहा हूँ”।
अंक 8 (8, 17, 26)
फाइनेंसियल सिक्योरिटी और करियर की उन्नति पर ध्यान दें। अपने पेशेवर गोल्स को स्पष्ट रूप से निर्धारित करें और उन्हें प्राप्त करने के लिए काम करें।
आपके लिए अफर्मेशन – “मैं वित्तीय समृद्धि और करियर सफलता को आकर्षित कर रहा हूँ”।
अंक 9 (9, 18, 27)
दूसरों की मदद करने और अपने जीवन के उद्देश्य को समझने के लिए समय निकालें।
आपके लिए अफर्मेशन – “हर दिन मैं अपने उद्देश्य को अधिक स्पष्टता के साथ समझता हूं”।
इन उपायों को अपनाकर आप लायंस गेट पोर्टल की ऊर्जा को अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने और अपने लक्ष्यों को साकार करने के लिए उपयोग कर सकते हैं। न्यूमेरोलॉजी के अनुसार ये उपाय आपकी व्यक्तिगत नंबर ऊर्जा के साथ मेल खाते हैं और आपके जीवन के विभिन्न पहलुओं को सुधारने में मदद करेंगे। आप अपनी राशि और मूलांक के उपायों का उपयोग साथ में कर सकते हैं।
अर्द्ध-वार्षिक राशिफल (जुलाई से दिसंबर 2024) इस ब्लॉग को पढ़ने के लिए click करें।
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क्या आपको पता है कि हरियाली तीज के दिन आप अपने घर की बहन-बेटियों को कुछ सामान गिफ्ट करके अपने बर्थ चार्ट में बुध महाराज को स्ट्रांग कर सकते हैं? इससे आपको बिजनेस में भी अच्छा मुनाफा मिलता है और आपकी प्रोग्रेस भी होती है।
सावन की मनमोहक हरियाली के बीच हरियाली तीज का त्यौहार आ रहा है। इस बार ये पर्व 7 अगस्त को पड़ेगा। दरअसल, माना जाता है कि माता पार्वती ने 107 बार जन्म लिया और 108वीं बार उन्हें भगवान शिव ने पति होने का वरदान इसी दिन दिया। कहा जाता है कि जो भी स्त्री इस दिन व्रत रखती है उसे संतान और सौभाग्य दोनों मिलते हैं।
उपाय
अब बात करते हैं बुध महाराज को स्ट्रांग करने की। हरियाली तीज पर आप अपने घर की बहन-बेटियों को हरी चूड़ियां, सोलह शृंगार का सामान गिफ्ट कर के अपनी कुंडली में ग्रहों के राजकुमार यानी बुध महाराज को स्ट्रांग कर सकते हैं।
इसे आपका बिजनेस तो बढ़ेगा ही और आप पर मां लक्ष्मी की कृपा भी बरसने लगेगी।
इसके अलावा जो महिलाएं इस दिन मां गौरी की पूजा करती हैं। उन्हें अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है।
अगर किसी लड़की की शादी न हो रही हो या शादी होने में कोई इश्यू आ रहा हो तो इस व्रत को रखने से ऐसी प्रॉब्लम्स सॉल्व हो जाती हैं।
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आज हम बात कर रहे हैं ऐसी बाती की जिससे दीप जलाने पर आपके सारे कष्ट स्वयं महादेव हर लेंगे इसे सहस्त्रवली या 3 तार की 108 बाती का दीपक कहा जाता है।
108 बाती का दीप जलाने के फायदे-
इसे घी में भिगोकर प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव के सामने जलाने से सभी तीर्थों की यात्रा करने का फल मिल जाता हैं।
कहते हैं जिस व्यक्ति ने कोई तीर्थ ना किया हो, कभी किसी तीर्थ पर स्नान न किया हो वह केवल सोमवार, उसमें भी श्रावण सोमवार के दिन भगवान शिव के सामने अगर 3 तार की 108 लंबी बाती का दीया जला दें, तो उसे सारे तीर्थों में स्नान का फल मिल जाता है।
वहीं अगर इसमें काले तिल डाल दिए जाएं, तो इसे भगवान शिव के समक्ष जलाने से कुंडली में शनि के द्वारा मिलने पीड़ा कम हो जाती है।
तीन तार की 108 बाती बनाने का तरीका
3 तार की 108 बाती बनाने के लिए आप सफ़ेद सूती धागा लें उसे तीन बार अपने हाथ की चार अंगुलियों में लपेटे इससे आपकी एक बाती तैयार हो गयी अब ऐसे ही आपको 108 बाती तैयार करनी है, इन सब का एक बंडल बना लें और एक अलग धागा लेकर इस पूरे 108 के बंडल को बांध लें। आपकी 108 लंबी बाती तैयार है।
भोलेनाथ के 108 नाम जाप के बारे में अधिक जानने के लिए दिये गए लिंक पर CLICK करें।
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आज हम बात कर रहे है कालाष्टमी के बारे में , ये व्रत हर महीने की कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है, जिसमें भगवान शिव के काल भैरव स्वरुप की पूजा की जाती है। इस बार 27 जुलाई को यह व्रत रखा जायेगा। इस बार की कालाष्टमी इसलिए भी विशेष हो जाती है क्योंकि ये श्रावण मास की मासिक कालाष्टमी है।
उपाय
काल भैरव अष्टमी के दिन भगवान भैरव की पूजा करने से राहु व केतु के दोष से मुक्ति मिलती है।
इस दिन की हुई भैरवनाथ की पूजा से घर में मौजूद नेगेटिव एनर्जी दूर होती है।
अगर कोई परेशानी बहुत समय से है तो, आप इस दिन रोटी लेें और उस पर सरसों का तेल लगाकर काले कुत्ते को खाने के लिए देें।
पारिवारिक समस्या सुलझाने के लिए शिव चालीसा का पाठ करेें।
सभी तरह के सुख पाने के लिए इस दिन काल भैरव के सामने सरसों के तेल से भरा दिया जलाये, और इस मंत्र का जाप करें “ॐ ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ॐ”।
बुरी नज़र से बचने के लिए इस दिन काला धागा भैरव नाथ के चरणों में अर्पित करने के बाद उसे अपने सीधे पैर में बाँध लें।
सावन मास से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियों के लिए click करें।
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आज के लेख में हम बात करेंगे एक ऐसे व्रत की जिसे करने से आपके जीवन में आ रही हर बाधा से आपको मुक्ति मिल सकती है। ये है गजानन संकष्टी का व्रत , हम सब जानते है कि सर्वप्रथम पूज्य गणेश जी की पूजा से हर विघ्न दूर होते हैं , इस बार ये संकष्टी का व्रत श्रावण मास के बुधवार यानि 24 जुलाई के दिन है जो कि बहुत विशेष दिन है , ऐसा इसलिए क्योंकि इस बार दो शुभ योग पड़ रहे हैं , सौभाग्य और शोभन योग इस दौरान की हुई गणपति की साधना से मनोवांछित फल मिलते है। इससे जुड़े कुछ खास उपाय-
उपाय
इस दिन भगवान गणेश को 108 दूर्वा चढ़ाने चाहिए इससे आपकी सारी बाधा दूर होगी।
आप लड्डू या मोदक का भोग चढ़ा सकते है, इससे भगवान गणेश प्रसन्न होंगे और आप पर कृपा करेंगे।
ॐ श्री विघ्नेश्वराय नमः मंत्र ज्यादा से ज्यादा बार जप करें, इससे आपके महत्वपूर्ण कार्यो में आ रही बाधाएं दूर होंगी।
सिन्दूर अर्पित करें इससे आपका सौभाग्य बढ़ेगा।
भगवान गणेश को केला अतिप्रिय है, इसलिए इस दिन उन्हें केले का भोग अवश्य लगाएं।
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शनि का कुंभ में उदय (18 मार्च 2024)- शनि जिसे ज्योतिष विज्ञान में कर्मफल दाता भी कहा जाता है, वैदिक ज्योतिष में सबसे प्रभावशाली ग्रहों में से एक है। ऐसे में शनि का हर छोटा-बड़ा स्थान परिवर्तन एक महत्वपूर्ण घटना को दर्शाता है, जिसका असर व प्रभाव अक्सर देश-विदेश के साथ-साथ सभी जातकों के जीवन पर पड़ता है।
शनि के कुंभ में उदित होने की समयावधि
बीते वर्ष 2023 में, 30 जनवरी को शनि ने अपना गोचर अपनी स्वराशि कुंभ में किया था, जो उसकी मूलत्रिकोण राशि में मानी जाती है। और वर्ष 2024 की शुरुआत में ही वे 11 फ़रवरी, दिन रविवार को कुंभ राशि में ही अस्त हो गए थे। अब इसी कर्म में वे लगभग 36 दिनों के बाद यानी 18 मार्च 2024, सोमवार को सुबह 7 बजकर 49 मिनट पर स्वराशि कुंभ में ही उदित हो जाएंगे।
अरुण पंडित जी से समझें शनि के उदय का महत्व
सेलिब्रिटी ज्योतिषी Astro अरुण पंडित जी की माने तो, 18 मार्च 2024 को शनि का कुंभ राशि में उदय होना, कोई साधारण घटना नहीं होगी। क्योंकि जिस समय शनि उदित होंगे उस समय देशभर में छात्रों का परीक्षा का समय चल रहा होगा। जिसके परिणामस्वरूप शनि की ये चाल न केवल देशभर में बल्कि खासतौर से विधार्थियों के लिए कई मायनों में ख़ास सिद्ध होगी। इतना ही नहीं शनि का उदय छात्रों के जीवन में कई विशेष सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा। आइए डालते हैं इन प्रभावों पर भी एक नज़र:-
छात्रों को मिलेंगे उपयोगी अवसर: शनि के उदय होने से छात्रों को उनकी परीक्षा की तैयारी में अधिक संलग्न होने का अवसर मिलेगा। ये वो अवधि होगी जब छात्र अपनी परीक्षा में अच्छे अंकों के लिए स्वाध्याय को और अधिक मेहनत से करते देखें जा सकते हैं।
शुभ योग में होगा शनि का उदय: शनि का ये उदय फाल्गुन शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि में होगा। इस दौरान नक्षत्र आर्द्रा होगा। साथ ही अगर योग की बात करें तो इस दौरान सौभाग्य योग का निर्माण होगा, शुभ योग की श्रेणी में आता है।
शनि के उदय का ज्योतिषीय महत्व:
शनि के उदय का ज्योतिषीय महत्व इसलिए भी ख़ास हो जाता है, क्योंकि शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है। जो प्रत्येक राशि में लंबे समय तक रहता है। बताते चले कि शनि एक राशि में लगभग 2.5 वर्ष तक रहता है, जिस कारण विभिन्न जातकों पर उसका प्रभाव भी विशेष महत्व रखता है। तो चलिए अब बिना देर किये जानते हैं, 18 मार्च 2024 को कुंभ में शनि उदित का प्रभाव विभिन्न राशियों के छात्रों के लिए कितना रहेगा शुभ-अशुभ:-
मात्र ₹-999/- में खरीदें फार्च्यून रिपोर्ट और जानें आने वाला भविष्य आपके जीवन में क्या कुछ ख़ास लेकर आ रहा है।
राशियों के अनुसार शनि के उदय का छात्रों पर प्रभाव:
मेष राशि:
शनि के ग्रहण का समय छात्रों के लिए उत्कृष्ट होगा।
यह उन्हें अधिक संवेदनशील और प्रेरित करेगा।
वृष राशि:
शनि के उदय से यह राशि उपयुक्त होगी।
परन्तु छात्रों को आने वाली परीक्षाओं में कुछ अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है।
मिथुन राशि:
शनि का उदय छात्रों को परीक्षा में अधिक प्रेरित करते हुए, सफलता की ओर अग्रसर रहने में मदद करेगा।
शनि से बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए आपको अपना स्वाध्याय का समय बढ़ाना होगा।
कर्क राशि:
शनि के उदय होने पर, इस राशि के छात्रों को अधिक धैर्य और स्थिरता मिलेगी।
परन्तु बावजूद इसके मन कुछ व्याकुल सा प्रतीत हो सकता है।
सिंह राशि:
शनि के उदय के दौरान छात्रों को अपनी दृढ़ता और समर्थता का अधिक प्रयोग करने का सुझाव दिया जाता है।
इसके लिए सुबह जल्दी उठकर स्वाध्याय करें।
कन्या राशि:
इस राशि के छात्रों को शनि देव अपनी स्वराशि में उदय होने के बाद समृद्धि की ओर प्रेरित करेंगे।
आपको समय पर अपना हर काम पूरा करने की आवश्यकता होगी।
तुला राशि:
शनि के उदय का प्रभाव इस राशि के छात्रों के लिए अधिक उत्कृष्ट होगा।
शनि देव की कृपा से उन्हें स्थिरता और सफलता की दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
वृश्चिक राशि:
18 मार्च को शनि का उदय होना इस राशि के छात्रों को उनके मार्ग व लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अधिक मददगार सिद्ध होगा।
ज्यादातर समय मोबाइल या कंप्यूटर पर व्यतीत करने से बचें।
धनु राशि:
छात्रों को उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अधिक मेहनत करने का साहस शनि के उदय से मिलने लगेगा।
हालांकि शनि देव इस दौरान आपको कुछ आलसी बना सकते हैं।
मकर राशि:
मकर शनि की ही राशि होती है, ऐसे में शनि के उदय का प्रभाव इस राशि के छात्रों के लिए सकारात्मक रहेगा।
यह उन्हें स्वास्थ्य, धैर्य, और संघर्ष की भावना से, आने वाली परीक्षा में और अधिक बेहतर करने में मदद करेगा।
कुंभ राशि:
इस राशि के छात्रों के लिए शनि का उदय विशेष महत्वपूर्ण रहेगा, क्योंकि शनि आपकी ही राशि में 18 मार्च से उदय हो रहे हैं।
ऐसे में शनि का ये प्रभाव आपको समृद्धि और सफलता के लिए अधिक मेहनत करने की प्रेरणा देगा।
मीन राशि:
मीन राशि के छात्रों को शनि के उदय के दौरान अपने विचारों को साफ करने और अपने लक्ष्यों की दिशा में प्रगति करने के लिए प्रेरित करेगा।
परीक्षा में बेहतर अंकों के लिए छात्र किसी गुरु या बड़े की मदद ले सकते हैं।
हम आशा करते हैं कि ये लेख आपको पसंद आया होगा। एस्ट्रो अरुण पंडित जी की टीम की ओर से आपको उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं।