2 से 4 जून के बीच राहु की दृष्टि आपके फोकस को थोड़ा डगमगा सकती है। उच्च शिक्षा, विश्वासों या किसी प्रतियोगी योजना को लेकर मन में उलझनें बढ़ सकती हैं। लेकिन इसी भ्रम के बीच आपकी जिज्ञासा आपको आगे बढ़ने की ताक़त देगी और नई चीज़ों को समझने और खोजने का मन बनेगा।
4 से 6 जून के बीच करियर और पढ़ाई के बीच संतुलन बनाना थोड़ा मुश्किल लग सकता है। लेकिन अगर आप थोड़ा अनुशासन अपनाएं और स्ट्रक्चर्ड प्लानिंग करें, तो सभी काम संभल जाएंगे।
6 से 8 जून का समय आपके लिए खास रहेगा। चाहे ग्रुप स्टडी हो, कोई प्रेजेंटेशन या प्रतियोगिता हो, आपका बोलने का तरीका, समझदारी और ग्रेसफुल अंदाज आपके पक्ष में माहौल बना देगा। ये समय है जब आपकी बातों का असर लोगों पर साफ दिखेगा, बस खुद पर भरोसा बनाए रखें।
सप्ताह की शुरुआत में आप अपने करियर गोल्स को लेकर चिंतनशील रहेंगे, राहु की दृष्टि से कभी भी दिशा बदलने का मन कर सकता है, लेकिन यह समय इम्पुल्सिव डिसिशन लेने का नहीं है। 4 से 6 जून में शनि की दृष्टि और कन्या राशि में चंद्रमा आप डिटेलिंग और अनुशासन से काम करेंगे, लेकिन थोड़ा इमोशनल प्रेशर महसूस कर सकते हैं। 6 से 8 जून में कोई सहकर्मी या वरिष्ठ आपकी डिप्लोमेसी की सराहना कर सकता है, ये समय नेटवर्किंग और पी आर के लिए अच्छा है।
केतु की दृष्टि तीसरे भाव पर है, जिससे छोटे भाई-बहनों या पड़ोसियों के साथ बातचीत में दूरी या संवाद की कमी महसूस हो सकती है। कभी-कभी बात ना कह पाने से रिश्तों में ठंडापन आ सकता है। 2 से 4 जून के बीच किसी यात्रा की योजना या धार्मिक काम को लेकर घर में मतभेद हो सकते हैं, कोई कुछ और चाहता है, कोई कुछ और। ऐसे में संयम से बात करना जरूरी होगा।
4 से 6 जून में घर और काम दोनों को एक साथ संभालने का दबाव महसूस हो सकता है। इस समय आपका बर्ताव, बोलचाल और संतुलन बनाए रखना बहुत मायने रखेगा। 6 से 8 जून के बीच राहत और मिठास का दौर रहेगा। दोस्तों या करीबी लोगों के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा, माहौल हल्का और मनोरंजक रहेगा। पुराने तनाव कुछ समय के लिए दूर हो सकते हैं।
2 से 4 जून के बीच यात्रा की योजना, भाग-दौड़ या उलझे हुए विचारों के कारण आप थकान और मानसिक बोझ महसूस कर सकते हैं। मन में बहुत कुछ चलते रहने से नींद भी प्रभावित हो सकती है।
4 से 6 जून के बीच शरीर हल्का विरोध जता सकता है, पेट की गड़बड़ी, पाचन से जुड़ी परेशानी या त्वचा पर खुजली-रैश जैसी हल्की दिक्कतें सामने आ सकती हैं। आराम और सही खानपान से राहत मिलेगी।
6 से 8 जून के बीच शुक्र की शुभ दृष्टि से तन और मन, दोनों में हल्कापन और मिठास लौटेगी। इस समय अगर आप संगीत सुनें, कुछ क्रिएटिव करें या कला से जुड़ें, तो मन एकदम शांत और ताज़ा हो जाएगा। ये समय खुद को थोड़ा प्यार देने और खुद से जुड़ने का है।
केतु की दृष्टि के चलते 2 से 4 जून के बीच बातचीत में थोड़ी बेरुख़ी या अनकही दूरी महसूस हो सकती है। प्रेम संबंधों में किसी बात को लेकर भ्रम या हल्का असंतोष बना रह सकता है, हो सकता है शायद आप कुछ सोच रहे हों, और सामने वाला कुछ और समझ रहा हो।
4 से 6 जून में काम का दबाव बढ़ेगा, जिससे रिश्तों के लिए समय और भावनात्मक जुड़ाव दोनों कम हो सकते हैं। लेकिन 6 से 8 जून में शुक्र की नज़र से हालात सुधरेंगे। आपके हाव-भाव में आकर्षण बढ़ेगा, बातचीत में मिठास और छोटी-छोटी बातों में अपनापन महसूस होगा।
विवाहित जातकों को यह समझना होगा कि सिर्फ साथ होना काफ़ी नहीं, साथ में मन से मौजूद रहना भी ज़रूरी है। सिंगल्स इस हफ्ते किसी ग्रेसफुल, समझदार और संतुलित शख़्स की ओर खिंचाव महसूस कर सकते हैं, शायद कोई जो सोशल या प्रोफेशनल सेटअप में मिले।
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