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साप्ताहिक राशिफल

मीन साप्ताहिक राशिफल

13 मई 2024 -19 मई 2024

राशिचक्र की अंतिम राशि मीन के जातकों के लिए, यह सप्ताह सामान्य ही रहने वाला है। क्योंकि इस सप्ताह की शुरुआत में आपकी ही राशि में यानी आपके लग्न में मंगल और राहु के साथ उपस्थित होंगे। जिसके फलस्वरुप आपको अपने करियर में उन्नति करने के अवसर मिलेंगे। व्यापारी जातकों को भी अपने व्यवसाय में लाभ मिलने के योग बनेंगे। यदि आप विदेश से जुड़ा कोई कार्य करते हैं या इंपोर्ट-एक्सपर्ट से जुड़े हैं तो, अलग-अलग स्रोतों से आपको धन अर्जित करने में सफलता मिलेगी। 

इस सप्ताह शुक्र और सूर्य की भी द्वितीय भाव में उपस्थिति होगी। साथ ही मंगल देव आपकी ही राशि में होते हुए आपके सप्तम भाव को दृष्टि करेंगे। ग्रहों की ये स्थिति साझेदारी के व्यापार से जुड़े जातकों को कोई बड़ी प्लानिंग करने का साहस देगी, जिससे उनका व्यापार बढ़ सकेगा। आपके अधीन कार्य कर रहे कर्मी भी आपका सहयोग करेंगे। 

वहीं सप्ताह की अंतिम तिमाही में यानी 10 मई को बुध ग्रह अपना गोचर मीन से मेष में करते हुए, आपके लग्न से निकलकर द्वितीय भाव में विराजमान हो जाएंगे। जिसके साथ सूर्य और शुक्र की युति बनेगी, इस दौरान विदेश जाने के लिए इच्छुक जातकों को कोई शुभ समाचार मिल सकेगा। हालांकि ये समय आपकी मां की सेहत में गिरावट लेकर आएगा। इसलिए उनकी सेहत का ध्यान रखें और उनके साथ अपने संबंधों को सुधारने की ओर प्रयासरत रहें। 

प्रेम व वैवाहिक जीवन

मीन राशि के जातकों के लिए यह सप्ताह प्रेम की दृष्टि से सामान्य ही रहने वाला है। सप्ताह की शुरुआत के दो दिन, प्रेम संबंधों के कारक ग्रह शुक्र-बुध ग्रह के साथ आपके द्वितीय भाव में होंगे, जिससे आप दोनों एक-दूसरे के प्रति अपने दिल की हर भावनाओं को व्यक्त करने में सफल होंगे। इससे आपके रिश्ते में मिठास आएगी और आप अपने रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक दिखाई देंगे। 

वहीं यदि आप शादीशुदा हैं तो, आपके लिए ये अवधि बेहतर रहेगी। क्योंकि इस सप्ताह तृतीय भाव में उपस्थिति देवगुरु बृहस्पति की पंचम दृष्टि, आपके सातवें भाव पर होगी। इस कारण आपके रिश्ते में मधुरता और सौम्यता का आप अनुभूति करेंगे। इसके अलावा 14 मई से बृहस्पति के साथ सूर्य की युति भी होने से, आपके रिश्ते में और भी मधुरता देखने को मिलेगी। जिससे आप साथी के साथ मिलकर कही घूमने जाने का प्लान करेंगे। 

 

उपाय – 12 वर्ष से छोटी आयु की कुवाँरी कन्या को भोजन कराएं और उन्हें दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद लें।