यह हफ्ता पढ़ाई के लिहाज़ से थोड़ा मिक्स अनुभव लेकर आएगा। हफ्ते की शुरुआत में जब चंद्रमा आपके पाँचवें भाव में होगा, तब दिमाग में रचनात्मक और नए आइडियाज़ की बौछार होगी। कुछ नया सोचने और समझने की क्षमता तेज़ होगी। लेकिन मंगल और केतु की वजह से आपका ध्यान जल्दी भटक सकता है, इसलिए पढ़ाई में फोकस बनाए रखना थोड़ा मुश्किल रहेगा।
1 से 4 जुलाई के बीच जब चंद्रमा छठे भाव में रहेगा, तो अंदर से कॉम्पिटिशन जीतने की आग जागेगी। परीक्षा या टेस्ट की तैयारी में जोश बढ़ेगा। लेकिन हर चीज़ परफेक्ट करने की चाहत थोड़ी बेचैनी और थकान भी ला सकती है, इसलिए खुद पर ज्यादा दबाव न डालें।
4 से 6 जुलाई के बीच दोस्तों के साथ ग्रुप स्टडी करना बहुत फायदेमंद रहेगा। उनके साथ बात करके चीज़ें जल्दी समझ आएंगी और मन भी हल्का रहेगा। इस हफ्ते खुद को रचनात्मक बनाए रखें, लेकिन ध्यान और एकाग्रता के लिए मेडिटेशन या थोड़ी देर शांत बैठना ज़रूर ट्राय करें।
इस हफ्ते करियर के मामले में आपकी बातचीत करने की कला ही आपका सबसे बड़ा हथियार बनेगी। सप्ताह की शुरुआत में सूर्य और गुरु का तीसरे भाव में होना यह इशारा देता है कि आपकी कम्युनिकेशन स्किल से नए मौके बन सकते हैं। जो बातें पहले रुकी हुई थीं, वो अब बातचीत से सुलझ सकती हैं।
1 से 4 जुलाई के बीच आप पूरे जोश में रहेंगे, हर काम को समय पर खत्म करने का फोकस रहेगा। हालांकि, इस जल्दीबाज़ी में कभी-कभी सहकर्मियों से हल्की तकरार या मतभेद हो सकते हैं, इसलिए शब्दों का इस्तेमाल सोच-समझकर करें।
4 से 6 जुलाई के दौरान जब चंद्रमा सप्तम भाव में होगा, तब आप बिज़नेस मीटिंग, क्लाइंट बातचीत या किसी खास इंसान से वन-टू-वन बातचीत में अपना असर छोड़ेंगे। आपकी बातें लोगों को प्रभावित करेंगी और सामने वाला आपकी बात मानेगा। इस हफ्ते कम बोलकर भी बहुत कुछ कहने की कला अपनाएं। अपनी बात में आत्मविश्वास और विनम्रता का संतुलन रखें, यही आपको आगे बढ़ाएगा।
इस हफ्ते पारिवारिक जीवन में शांति की हवा बहती नज़र आएगी। वृषभ राशि में बैठे शुक्र की वजह से आपके बोलने के अंदाज़ में मिठास आ जाएगी, जिससे घर का माहौल भी नरम और सुकूनभरा बना रहेगा। आपके शब्दों में ऐसा अपनापन होगा कि परिवार के लोग खुद-ब-खुद आपकी तरफ खिंचेंगे।
4 से 6 जुलाई के बीच किसी करीबी या जीवनसाथी से दिल की बातें होंगी। आपसी समझ और भरोसा गहरा होगा। अगर पहले से कोई बात मन में अटकी हुई है या कोई गलतफहमी है, तो इस दौरान वो भी आराम से सुलझ सकती है, बस आपका नरम लहजा और प्यार भरा रवैया ही काफी होगा।
6 जुलाई की शाम के बाद थोड़ी दूरी या मन में उलझन महसूस हो सकती है। किसी की चुप्पी या व्यवहार से आप थोड़े परेशान हो सकते हैं, लेकिन इसे दिल पर न लें। अपनों से बात करते समय स्नेह और धैर्य बनाए रखें। कभी-कभी चुप रहकर भी बहुत कुछ कह देना ही रिश्तों को बचा लेता है।
इस हफ्ते सेहत को लेकर थोड़ा सतर्क रहना ज़रूरी होगा। पाँचवें भाव में मंगल और केतु की मौजूदगी यह संकेत देती है कि ज़्यादा सोच-विचार या मानसिक तनाव पेट और नसों पर असर डाल सकता है। भावनाओं को अंदर दबाने से पाचन या गैस जैसी समस्याएँ हो सकती हैं, इसलिए मन को हल्का रखने की कोशिश करें।
शनि का बारहवें भाव में होना बता रहा है कि नींद में कमी हो सकती है। देर रात तक जागना या गहरी नींद न आना थकान का कारण बन सकता है। ऐसे में शरीर को पूरा आराम देना और समय पर सोना बहुत जरूरी होगा।
1 से 4 जुलाई तक आपकी रोग-प्रतिरोधक शक्ति ठीक बनी रहेगी, लेकिन 6 जुलाई के बाद शरीर थोड़ा सुस्त या थका हुआ महसूस कर सकता है। दिमाग को शांत रखने के लिए सुबह-शाम ध्यान लगाएं, गर्म चीज़ों से परहेज़ करें और पेट से जुड़ी दिक्कतों को नजरअंदाज़ न करें। अच्छी नींद और हल्का भोजन ही इस हफ्ते आपकी सबसे बड़ी दवा होगी।
इस हफ्ते पैसों से जुड़ा मामला सोच-समझकर चलाने का है, और अच्छी बात ये है कि आप ऐसा कर भी पाएँगे। शुक्र का दूसरे भाव में होना दिखा रहा है कि आपकी वाणी में मिठास और सोच में समझदारी रहेगी। इसी वजह से आप पैसे से जुड़े फैसलों में बहुत प्रैक्टिकल रहेंगे।
1 से 4 जुलाई का समय निवेश या किसी नई फाइनेंशियल योजना बनाने के लिए अनुकूल रहेगा। अगर आप कोई बजट तय करना चाहते हैं या भविष्य के लिए बचत की प्लानिंग कर रहे हैं, तो यह समय आपके पक्ष में रहेगा।
4 से 6 जुलाई के बीच कोई अचानक खर्चा आ सकता है जो शादी, जीवनसाथी या किसी सामाजिक कार्यक्रम से जुड़ा हो। यह खर्चा ज़रूरी हो सकता है, लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा दिखावे से बचें। इस हफ्ते सोच-समझकर पैसे खर्च करें। अपनी जरूरतों और इच्छाओं में संतुलन बनाना ही आपको आर्थिक रूप से मज़बूत बनाएगा।
शुभ रंग – सिल्वर ग्रे
मंत्र – ” गुरवे नमः”
बुद्धि, वाणी और संतुलन के लिए, गुरुवार को 21 बार जप करें।
उपाय – रविवार को सूर्य को जल अर्पित करें और अपनी बातचीत की शैली पर आत्मचिंतन करें।