इस हफ्ते करियर से जुड़ा 6वां भाव भले ही खाली है, लेकिन इसका स्वामी चंद्रमा, 21 से 27 अप्रैल के बीच मकर राशि से लेकर मेष राशि तक गोचर करेगा। इस गोचर का असर आपके मन और काम दोनों पर अलग-अलग स्तरों पर पड़ेगा।
21–22 अप्रैल को जब चंद्रमा मकर राशि में होंगे, तब आप काम को लेकर थोड़ा भीतर से दबाव या अकेलापन महसूस कर सकते हैं। इस समय आप सोचने का काम ज़्यादा करेंगे, लेकिन मन में स्पष्टता कम होगी। काम में ऊर्जा का प्रवाह धीमा रह सकता है।
23–24 अप्रैल को जब चंद्रमा आपके लग्न (कुंभ) में आएंगे, तब आप दोबारा अपनी पहचान, आत्मविश्वास और कार्यक्षमता को महसूस करेंगे। यह समय आपके लिए मोमेंटम वापस पाने और खुद को प्रेज़ेंट करने का अच्छा मौका होगा।
25–26 अप्रैल को जब चंद्रमा मीन राशि में रहेंगे, तब आप अपने करियर से जुड़े फैसलों में थोड़ी भावनात्मक उलझन महसूस कर सकते हैं। आपको एक ही समय में दो रास्ते सही लग सकते हैं, जिससे निर्णय लेना मुश्किल हो सकता है।
इस पूरे हफ्ते आपके लिए सबसे ज़रूरी बात होगी की आप मानसिक विश्राम और सोच में स्पष्टता (क्लैरिटी) बनाए रखना। अगर आप अपने मन को शांत रखेंगे और जल्दबाज़ी से बचेंगे, तो यह सप्ताह धीरे-धीरे आपके पक्ष में काम करेगा।
इस हफ्ते धन से जुड़ा भाव बहुत सक्रिय रहेगा। यहां बुध (नीच), शुक्र (उच्च), शनि, राहु पहले से मौजूद हैं, और 25–26 अप्रैल को चंद्रमा भी यहीं रहेंगे। इस ग्रह स्थिति का असर यह हो सकता है कि पैसों को लेकर आपकी सोच बहुत पर्सनल हो जाएगी — यानी आप हर खर्च को भावनाओं के साथ जोड़कर देख सकते हैं।
इस समय एक तरफ आप खर्च करने से डर सकते हैं, और दूसरी तरफ अचानक ही खर्च कर सकते हैं — जैसे कोई कम्फर्ट प्रोडक्ट, कोई भावनात्मक गिफ्ट या कोई असामान्य चीज़ जिसे आप सोच-समझकर नहीं बल्कि भावनाओं में बहकर खरीदें।
23–24 अप्रैल को जब चंद्रमा कुंभ राशि में होंगे, तब आपकी सोच थोड़ी क्लियर और रैशनल होगी। यह समय पैसों से जुड़े फैसलों को बिना भावनात्मक दबाव के सोचने का अच्छा अवसर रहेगा।
इस हफ्ते शिक्षा से जुड़ा पांचवा भाव भले ही खाली है, लेकिन इसका स्वामी बुध, इस समय मीन राशि में नीच का होकर, राहु, शुक्र (उच्च का) और शनि के साथ युति में है।
यह ग्रह स्थिति आपको पढ़ाई के प्रति भावनात्मक रूप से जुड़ा और चीज़ों को आंतरिक रूप से महसूस करने वाला बना सकती है। आप विषय को केवल रटने के बजाय उसे महसूस करके समझने की कोशिश करेंगे — जो रचनात्मक विषयों के लिए बहुत फायदेमंद है।
हालांकि, इसी समय बार-बार कंसंट्रेशन में गिरावट आ सकती है। मन जल्दी भटक सकता है, और पढ़ाई के दौरान ध्यान बनाए रखना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
25–26 अप्रैल को जब चंद्रमा भी मीन राशि में होंगे, तब आपके विचारों में थोड़ी उलझन, और जानकारी को पूरी तरह समझने या ग्रहण करने में परेशानी हो सकती है। यह समय भावनाओं से भरा होगा, इसलिए पढ़ाई का प्रभाव भी मन की स्थिति पर निर्भर करेगा।
अगर आप आर्ट, म्यूजिक, डिज़ाइन या लिटरेचर जैसे क्रिएटिव विषयों से जुड़े हैं, तो यह सप्ताह आपके लिए प्रेरणादायक हो सकता है। लेकिन अगर आप थ्योरेटिकल या टेक्निकल विषय पढ़ रहे हैं, तो फोकस बनाए रखने के लिए थोड़ा अतिरिक्त प्रयास और अनुशासन जरूरी रहेगा।
इस हफ्ते स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी अतिरिक्त सावधानी की ज़रूरत है। 8वां भाव (कन्या) इस समय खाली है, लेकिन इसका स्वामी बुध, मीन में नीच के होकर स्थित है। साथ ही, मंगल भी कर्क राशि में नीच के होकर बैठे हैं जो संकेत देता है कि यह सप्ताह सेहत के लिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
इस ग्रह स्थिति के कारण आपको कुछ शारीरिक और मानसिक लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे गले से जुड़ी परेशानी, पाचन तंत्र की कमजोरी, मूड स्विंग्स,पानी की कमी हो सकती है।
21–22 अप्रैल को जब चंद्रमा मकर (12वें भाव) में होंगे, तब मानसिक थकावट बढ़ सकती है। उस समय खुद को जरूरत से ज़्यादा सोचने या काम में झोंकने से बचाएं।
25–26 अप्रैल को जब चंद्रमा मीन राशि में रहेगा, और वहीं पहले से बुध, राहु, शुक्र और शनि भी हैं, तब आपकी भावनात्मक थकावट बढ़ सकती है। ऐसे समय में थोड़ी सेल्फ केयर , शांत समय, और अपने लिए कुछ अच्छा करना जरूरी होगा।
25–26 अप्रैल को चंद्रमा मीन राशि में रहेंगे, जहां पहले से ही बुध (नीच), शुक्र (उच्च), शनि और राहु मौजूद हैं। इस ग्रह स्थिति का असर सीधे आपके घर-परिवार से जुड़ी भावनाओं, बातचीत और बीते अनुभवों पर पड़ सकता है।
इन दिनों कोई ऐसी बातचीत या पारिवारिक मुद्दा सामने आ सकता है जो आपको भावनात्मक रूप से बहुत गहराई से छू सकता है। आप दिल से अपनी बात साझा करना चाहेंगे, लेकिन शब्दों की कमी या भावनात्मक उलझन के कारण स्पष्टता नहीं बन पाएगी।
किसी परिवार के सदस्य की सेहत, पैसे से जुड़ी चर्चा, या पुरानी यादें इस समय उभर सकती हैं, जिससे मन थोड़ी देर के लिए भारी हो सकता है।
इस समय सबसे ज़रूरी है — धैर्य, शांत संवाद, और भावनाओं को दबाने के बजाय धीरे-धीरे व्यक्त करना बेहतर रहेगा। परिवार के साथ समय बिताना, छोटी बातों को तूल न देना, और मन को खुला रखना इस हफ्ते मानसिक शांति देगा।