साप्ताहिक राशिफल

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

23 जून 2025 - 29 जून 2025

शिक्षा

इस सप्ताह पढ़ाई को लेकर आपकी कोशिशें तो बनी रहेंगी, लेकिन मन का अस्थिर होना आपके लिए चुनौती बन सकता है। आपकी कुंडली में पंचमेश बुध छठे भाव में और वह भी शत्रु राशि कर्क में है, जो यह दर्शाता है कि आप पढ़ाई करना तो चाहेंगे, लेकिन फोकस बना पाना थोड़ा मुश्किल रहेगा। 

 

साथ ही, पंचम भाव में गुरु और सूर्य का योग है, जिससे यह संकेत मिलता है कि आप भीतर से सफलता पाना ज़रूर चाहेंगे, लेकिन बेचैनी और विचलन आपके प्रयासों को बीच-बीच में कमजोर कर सकते हैं। ऐसे में यह ज़रूरी है कि आप पढ़ाई के लिए एक शांत और व्यवस्थित माहौल बनाएं। अपने मन को सकारात्मक बनाए रखने के लिए मेडिटेशन या थोड़ी शारीरिक गतिविधि को दिनचर्या में शामिल करें। अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, तो यह समय रिवीजन पर ज़्यादा ध्यान देने का है। धैर्य बनाए रखें, स्थिति धीरे-धीरे आपके पक्ष में बदलेगी।


करियर

इस सप्ताह कार्यक्षेत्र में कुछ उतार-चढ़ाव रह सकते हैं। आपकी कुंडली में दशमेश मंगल सप्तम भाव में है और उस पर केतु का प्रभाव है, जो यह दर्शाता है कि आपको अपने काम को लेकर थोड़ी उलझन और असंतोष महसूस हो सकता है। इसके साथ ही, दशम भाव पर चंद्रमा की नीच दृष्टि है, जिससे आपका आत्मविश्वास थोड़े समय के लिए डगमगा सकता है। हो सकता है आप कार्यस्थल पर किसी निर्णय को लेकर दुविधा में रहें या फिर किसी सहकर्मी के साथ सामंजस्य की कमी हो। 

 

इस समय आपको संयम और चतुराई से काम लेना होगा। हो सकता है कुछ मौके आपके हाथ से निकलते दिखाई दें, लेकिन घबराएं नहीं! यह सिर्फ अस्थायी स्थिति है। यदि आप शांत दिमाग से अपने कार्यों को पूरा करेंगे और भावनाओं की बजाय व्यावहारिक सोच रखेंगे, तो आप समस्याओं को हल कर पाएंगे। किसी वरिष्ठ की सलाह इस समय आपके लिए मददगार साबित हो सकती है।


परिवार

आपका पारिवारिक जीवन इस सप्ताह थोड़ा संवेदनशील रह सकता है। चतुर्थ भाव में चंद्रमा की उपस्थिति यह दर्शाती है कि आपके परिवार के प्रति आपका मन जुड़ा रहेगा, लेकिन शनि की दृष्टि चंद्र पर होने के कारण आप थोड़ी चिंता और भावनात्मक असंतुलन महसूस कर सकते हैं। हो सकता है घर में किसी बात को लेकर तनाव बने या किसी सदस्य की सेहत को लेकर चिंता बढ़े। विशेष रूप से माता के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता होगी और यदि पहले से कोई समस्या है, तो उसका फॉलोअप जरूर लें। 

 

साथ ही, कुछ घरेलू खर्चे अचानक से बढ़ सकते हैं, जो मानसिक दबाव ला सकते हैं। इस समय आपको भावनाओं में बहने की बजाय ठंडे दिमाग से परिस्थितियों को संभालने की ज़रूरत है। आपका धैर्य और समझदारी ही आपके घर के माहौल को फिर से सामंजस्यपूर्ण बना सकती है। परिवार के साथ थोड़ा समय बिताएं, किसी छोटी यात्रा या आउटिंग से भी मन हल्का हो सकता है।


स्वास्थ्य

सेहत के लिहाज़ से यह सप्ताह आपको थोड़ा सजग रहने की सलाह दे रहा है। कुंडली में शनि दूसरे भाव में स्थित है और उस पर मंगल की दृष्टि है यह स्थिति मामूली चोट, मोच, मांसपेशियों में खिंचाव या गर्म मिज़ाज का संकेत देती है। हो सकता है आपको गुस्सा जल्दी आए या छोटी-छोटी बातों से चिड़चिड़ाहट हो। 

साथ ही, नींद पूरी न होना या सिरदर्द जैसी समस्याएँ भी परेशान कर सकती हैं। आपको इस सप्ताह खुद पर नियंत्रण रखना ज़रूरी होगा। खानपान संतुलित रखें, नींद का समय निश्चित करें और क्रोध या चिंता से दूर रहने की कोशिश करें। किसी भी फिजिकल एक्टिविटी को करते समय सतर्क रहें ताकि किसी भी तरह की चोट से बचा जा सके। योग, ध्यान और वॉकिंग जैसी आदतें आपके स्वास्थ्य को स्थिर बनाए रखने में मदद करेंगी। इस सप्ताह ज्यादा मानसिक दबाव से शरीर पर असर पड़ सकता है, इसलिए खुद को रिलैक्स करने के उपाय ज़रूर करें।


वित्त

पैसों के मामले में यह सप्ताह आपके लिए अच्छा कहा जा सकता है, लेकिन खर्चों को लेकर थोड़ी चिंता बनी रह सकती है। आपकी कुंडली में लग्नेश शनि धन भाव में स्थित है, जिससे आपकी आमदनी स्थिर बनी रहेगी। साथ ही, लाभ भाव पर गुरु की दृष्टि और मंगल की धन भाव पर दृष्टि, दोनों यह दर्शाते हैं कि धन का आगमन होता रहेगा, लेकिन साथ ही खर्चों में भी तेजी रहेगी। विशेषकर मित्रों, भाई-बहनों या यात्रा से संबंधित खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है। 

 

यदि आप किसी दोस्त या रिश्तेदार को उधार देने की सोच रहे हैं, तो सोच-समझकर फैसला लें। अगर आप निवेश या सेविंग की योजना बना रहे हैं, तो यह समय लाभकारी हो सकता है, बस जल्दबाज़ी न करें। इस सप्ताह आपका ध्यान अपनी आमदनी को सुरक्षित रखने और अनावश्यक खर्चों से बचने पर होना चाहिए। आपकी आर्थिक समझ ही आपको संतुलन में रखेगी।


शुभ रंग – बैंगनी या नीला

मंत्र – “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः” – 11 बार जप करें।

उपाय – शनिवार को गरीबों को ऊनी वस्त्र या चप्पल दान करें।