साप्ताहिक राशिफल

मीन साप्ताहिक राशिफल

1 जून 2025 - 8 जून 2025

शिक्षा

2 से 4 जून के बीच काम का दबाव और बाहर की दुनिया से आने वाले डिस्ट्रैक्शन्स आपकी पढ़ाई और एकाग्रता को डगमगा सकते हैं। राहु की दृष्टि के चलते मन एक साथ कई दिशाओं में भागता नज़र आएगा। आप कुछ सोचेंगे और तभी दूसरा ख्याल आपको खींच ले जाएगा। ऐसा लगेगा जैसे मन को कोई रोक ही नहीं पा रहा। इस समय खुद को एक तय रूटीन में ढालना और मोबाइल या सोशल मीडिया से दूरी बनाना सबसे फायदेमंद रहेगा।

4 से 6 जून के बीच ग्रुप डिस्कशन या टीमवर्क से जुड़े किसी भी काम में आपको थोड़ा अलग-थलग महसूस हो सकता है। शनि की दृष्टि का असर ऐसा होगा कि आप दूसरों की राय से ज़्यादा अपनी बात को अहम मानेंगे। ऐसा कोई फैसला लेने का मन करेगा जो आपकी सोच से मेल खाता हो, भले ही बाकियों से मतभेद हो जाए। ये समय थोड़ा अकेले में सोचने और अपनी दिशा तय करने के लिए अच्छा रहेगा, बस ये ध्यान रखें कि जरूरत से ज़्यादा दूरी रिश्तों में ठंडक न ला दे।

6 से 8 जून के दौरान आपको ऐसे विषयों में गहराई से जाने का मौका मिलेगा जो आपके दिल के करीब हैं, जैसे मनोविज्ञान, साहित्य या रहस्यमय विद्याएं। शुक्र की दृष्टि आपकी सोच में कोमलता, कल्पना और कला की चमक लेकर आएगी। इस समय अगर आप कुछ लिखना, बनाना या रचनात्मक रूप से सोचना चाहें तो बहुत अच्छे नतीजे मिल सकते हैं। एक तरह से ये तीन दिन आपको अपने भीतर की खूबसूरती से जोड़ सकते हैं।

करियर

2 से 4 जून के बीच आपका दिमाग लगातार मल्टीटास्किंग में उलझा रह सकता है। एक काम खत्म नहीं होगा कि दूसरा शुरू हो जाएगा, और हर चीज़ एक साथ निपटाने की जल्दी में मन थक भी सकता है। राहु की दृष्टि के कारण आप जो निर्णय लेंगे, उनमें कुछ उलझन या असमंजस रह सकता है। ऐसा लगेगा कि मन पूरा साफ नहीं है या फिर हर विकल्प में कुछ अधूरा सा दिख रहा है। इस दौरान कोई बड़ा फैसला लेने से बेहतर होगा कि आप थोड़ा समय लें और जल्दबाज़ी से बचें।

4 से 6 जून के बीच प्रोफेशनल रिश्तों में थोड़ी दूरी या ठंडापन महसूस हो सकता है। कोई क्लाइंट या सहकर्मी बहुत औपचारिक बर्ताव कर सकता है, जिससे बातचीत में अपनापन कम लगेगा। शनि की दृष्टि आपको सिखाएगी कि इस समय भावनाओं से ज़्यादा प्रोफेशनलिज़्म जरूरी है। रिश्तों में सीमाएं बनाए रखना फायदेमंद रहेगा, लेकिन साथ ही संवाद में सम्मान और स्पष्टता भी बनाए रखें।

6 से 8 जून के बीच आपको किसी गुप्त या अहम प्रोजेक्ट में शामिल किया जा सकता है। ये कोई ऐसा असाइनमेंट हो सकता है जो पूरी तरह आप पर भरोसा करके सौंपा गया हो। शुक्र की दृष्टि इस दौरान आपके व्यवहार और प्रेज़ेंटेशन को और भी आकर्षक बना सकती है। अगर आप समझदारी से काम लेंगे और बातों को कॉन्फिडेंशियल रखते हुए स्मार्ट हैंडलिंग करेंगे, तो आपके लिए ये बड़ा अवसर बन सकता है।

 परिवार

2 से 4 जून के बीच घर में काम और भावनाओं का टकराव साफ़ दिख सकता है। आप भले ही शारीरिक रूप से परिवार के साथ मौजूद हों, लेकिन मन किसी और चीज़ में उलझा रहेगा। घरवालों को लग सकता है कि आप पास होकर भी दूर हैं। ऑफिस या काम की टेंशन इतनी हावी हो सकती है कि आप दिल से कनेक्ट नहीं कर पाएंगे। इस समय परिवार से जुड़ने की कोशिश करें, चाहे वो एक छोटी सी बातचीत ही क्यों न हो, क्योंकि भावनात्मक दूरी नज़दीकियों को कमजोर कर सकती है।

4 से 6 जून के दौरान जीवनसाथी या कोई बहुत करीबी रिश्तेदार किसी बात को लेकर चुपचाप और थोड़ा दूरी बनाकर रह सकता है। उनके हाव-भाव से साफ लगेगा कि कुछ है जो उन्हें परेशान कर रहा है, लेकिन वो खुलकर कह नहीं पा रहे। इस समय आपको ही पहला कदम बढ़ाना होगा, थोड़ा स्नेह, थोड़ा धैर्य और एक सधा हुआ सवाल कि “सब ठीक है न?” बहुत कुछ बदल सकता है।

6 से 8 जून में घर के अंदर कुछ गहरे और निजी मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। ये बातचीत ऐसी हो सकती है जो पुरानी यादों या दबी हुई भावनाओं को फिर से जगा दे। कुछ बातें चुभ भी सकती हैं और कुछ रिश्तों की गांठें भी खुल सकती हैं। ऐसे में हर शब्द को बहुत सोच-समझकर बोलने की जरूरत है, क्योंकि भावनाएं बहुत नाज़ुक होंगी। ये समय पुरानी परतें खोलने और उन्हें प्यार से संभालने का है।

स्वास्थ्य

6वें भाव पर राहु की दृष्टि पड़ने से इस सप्ताह कुछ ऐसी हेल्थ प्रॉब्लम्स सामने आ सकती हैं जिनका सीधा कारण समझ नहीं आए, लेकिन मन लगातार बेचैन और उलझा हुआ महसूस करेगा। 2 से 4 जून के बीच आपको अनिद्रा, थकावट और पाचन से जुड़ी परेशानियां घेर सकती हैं। ऐसा लगेगा जैसे शरीर आराम चाहता है लेकिन दिमाग चैन से बैठने नहीं दे रहा। नींद पूरी न हो पाने की वजह से दिनभर की ऊर्जा भी प्रभावित हो सकती है, जिससे छोटे-छोटे काम भी भारी लग सकते हैं।

4 से 6 जून के बीच तनाव मांसपेशियों पर असर डाल सकता है। पीठ, कंधे या गर्दन में जकड़न महसूस हो सकती है। जो लोग लंबे समय तक एक ही पोस्चर में बैठकर काम करते हैं, उन्हें इस समय विशेष ध्यान देना होगा। शरीर संकेत दे रहा है कि अब आराम चाहिए, स्ट्रेचिंग और हल्की फुल्की फिजिकल एक्टिविटी जरूरी है।

6 से 8 जून का समय थोड़ा सुकूनभरा रहेगा। शुक्र की दृष्टि से मन को राहत मिलने लगेगी। अगर आप अरोमा थेरेपी, हल्का म्यूज़िक, या जल तत्व जैसे स्नान, स्विमिंग या फव्वारों के पास बैठना पसंद करते हैं, तो ये सब चीज़ें आपको मानसिक रूप से काफी हल्का और शांत बना सकती हैं। यह समय खुद से जुड़ने और शरीर, मन के संतुलन को दोबारा महसूस करने का है।

वित्त

2 से 4 जून के बीच पैसों से जुड़ी कुछ अप्रत्याशित चुनौतियां सामने आ सकती हैं। खासकर अगर आपने हाल ही में किसी इलाज, कर्ज़ या ऑफिस के काम से जुड़ा बड़ा खर्च किया है, तो वही अब चिंता का कारण बन सकता है। कुछ खर्च ऐसे होंगे जो अचानक सामने आएंगे, जिनकी आपने प्लानिंग नहीं की होगी जैसे कोई मेडिकल बिल, गाड़ी की सर्विसिंग या स्टाफ से जुड़ा कोई जरूरी भुगतान भी हो सकता है। ऐसे में थोड़ी घबराहट हो सकती है, लेकिन सोच-समझकर खर्च को प्राथमिकता देना जरूरी होगा।

4 से 6 जून का समय ऐसा रहेगा जब पार्टनरशिप या साझा इन्वेस्टमेंट से जुड़े किसी भी आर्थिक फैसले को टालना ही बेहतर होगा। इस समय जल्दबाज़ी में किया गया कोई निर्णय आगे चलकर अफसोस का कारण बन सकता है। अगर कोई ऑफर या प्रस्ताव आए, तो उस पर सोचने के लिए समय लें, अभी “ना” कहना नुकसान से बचा सकता है।

6 से 8 जून के दौरान स्थितियां थोड़ी स्थिर होती दिखेंगी। शुक्र की दृष्टि से आपको निवेश की कोई नई योजना सूझ सकती है या फिर किसी पुराने, छिपे हुए आर्थिक साधन के बारे में जानकारी मिल सकती है जो अब फायदेमंद साबित हो सकता है । साथ ही कोई ऐसा मित्र या जान-पहचान का व्यक्ति आपकी मदद के लिए सामने आ सकता है, जिससे आप उम्मीद नहीं कर रहे थे। यह समय आर्थिक रूप से थोड़ी राहत देने वाला होगा, बशर्ते आप धैर्य और समझदारी से काम लें।