साप्ताहिक राशिफल

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

1 जून 2025 - 8 जून 2025

शिक्षा

2 से 4 जून तक चंद्रमा आपके दसवें भाव में रहेगा, जिससे आप अपने करियर और भविष्य को लेकर गंभीरता दिखाएंगे। लेकिन राहु की दृष्टि के कारण कुछ भ्रम या अनिश्चितता रह सकती है, जिससे फैसले लेने में झिझक हो सकती है।

4 से 6 जून के बीच पढ़ाई की गति धीमी हो सकती है, खासकर टीम प्रोजेक्ट्स या ग्रुप स्टडी में तालमेल कम महसूस होगा। एकरूपता न होने से काम में रुकावट आ सकती है।

6 से 8 जून को चंद्रमा 12वें भाव में रहेगा, जो आपके मन को शांत करने और आत्म-चिंतन का समय है। विदेश पढ़ाई या प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र इस दौरान अंदरूनी स्पष्टता और समझ पायेंगे, जिससे आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।

करियर

राहु की दृष्टि 10वें भाव पर होने के कारण 2 से 4 जून के बीच आपके करियर में कुछ उलझन या अनिश्चितता हो सकती है। आप नए प्रोजेक्ट या दिशा के बारे में सोचेंगे, लेकिन निर्णय लेने में दुविधा रह सकती है। ऑफिस में बदलाव या नए अवसरों को लेकर मन में संशय बने रह सकता है, जिससे काम में मन लगाना थोड़ा कठिन हो सकता है। यह समय आपको जल्दबाजी से बचकर सोच-समझकर कदम बढ़ाने की सलाह देता है।

4 से 6 जून के दौरान शनि की दृष्टि 11वें भाव पर होने से आपके प्रयासों का परिणाम थोड़ा धीमे और स्थिर रूप में मिलेगा। हालांकि सफलता में देरी हो सकती है, पर जो भी हासिल होगा, वह टिकाऊ और मजबूत होगा। इस समय आपको धैर्य और लगन से काम करना होगा, क्योंकि शनि की महत्ता यह है कि वह दीर्घकालिक स्थिरता और मजबूत आधार बनाता है।

6 से 8 जून के बीच आंतरिक संतुलन बनाए रखना बहुत ज़रूरी होगा। काम के बीच कुछ समय निकालकर आत्म-चिंतन करना आपके लिए लाभकारी रहेगा। इससे मानसिक तनाव कम होगा और आप नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ पाएंगे। शुक्र की दृष्टि इस दौरान आपके लिए सौम्यता और आकर्षण लेकर आएगी। कोई बड़ा क्लाइंट आपकी नर्म बातों और समझदारी से मनाने में सफल होगा, जिससे आपके व्यावसायिक रिश्ते मजबूत होंगे और नए अवसर बनेंगे। कुल मिलाकर, यह अवधि संयम, धैर्य और सूझ-बूझ से कदम बढ़ाने का समय है।

परिवार 

केतु की दृष्टि 4थे भाव पर होने से घर और परिवार में भावनात्मक दूरी का अनुभव हो सकता है, खासकर माता या बुजुर्गों से जुड़ाव थोड़ा कमजोर महसूस होगा। आप काम के तनाव में इतने उलझे रहेंगे कि परिवार को वह ध्यान और समय नहीं दे पाएंगे, जिसकी उन्हें ज़रूरत है। 2 से 4 जून के बीच यह भाव और बढ़ सकता है, जब कार्य का दबाव अधिक रहेगा और आप घर से दूर रहेंगे।

4 से 6 जून के दौरान किसी अच्छे मित्र या करीबी की सलाह से पारिवारिक माहौल में थोड़ा सुधार होगा। उनके सुझाव या मध्यस्थता से रिश्तों में नरमी आएगी और परिवार में कुछ सहजता बनेगी।

6 से 8 जून के बीच घर की सजावट या पूजा-पाठ से वातावरण में सकारात्मकता आएगी। ये छोटे-छोटे प्रयास घर को सुकून और शांति का स्थान बनाएंगे। यह समय परिवार के साथ जुड़ने और अपने रिश्तों को मजबूत करने का अच्छा अवसर है, बशर्ते आप थोड़ा समय निकालकर घरेलू कामों में हिस्सा लें।

वित्त 

सप्ताह की शुरुआत में ऑफिस से जुड़ा कोई खर्चा या किसी ज़रूरी कागज़ात का रिन्यूअल ज़रूरी हो सकता है, जैसे लाइसेंस, डॉक्यूमेंट या ऑफिस से जुड़ी कोई सर्विस। ये खर्चा ज़रूरी होगा और टाला नहीं जा सकेगा।

4 से 6 जून के बीच कोई मित्र आपसे उधार मांग सकता है, या फिर किसी सामाजिक समारोह जैसे शादी, पार्टी या गेट-टुगेदर से जुड़ा खर्च सामने आ सकता है। इस समय दिल से किया गया खर्च मन को हल्का करेगा।

6 से 8 जून के बीच कोई अचानक और छुपा हुआ खर्च उभर सकता है। हालांकि यह खर्च थोड़ा अनपेक्षित होगा, लेकिन इससे भावनात्मक संतोष मिलेगा, जैसे किसी करीबी की मदद करना, बच्चों पर खर्च करना या किसी अपने के लिए कुछ खरीदना।

इस पूरे हफ्ते खर्च जरूर होंगे, लेकिन हर खर्च के पीछे कोई मकसद और संतोष छुपा होगा। समझदारी से बजट बनाए रखें, सब ठीक रहेगा।