इस हफ्ते करियर से जुड़ी परिस्थितियों में थोड़ी जल्दबाज़ी और भावनात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है। 6वां भाव (मेष) इस समय खाली है, लेकिन इसका स्वामी मंगल कर्क राशि (9वें भाव) में नीच का होकर स्थित है। इसका असर यह हो सकता है कि निर्णय लेते समय आप थोड़ा ग़ुस्से या बेचैनी में आकर फैसले लें, जिससे बाद में पछतावा हो सकता है।
21–22 अप्रैल को जब चंद्रमा मकर राशि में होंगे, तब सप्ताह की शुरुआत नई प्लानिंग, डॉक्यूमेंटेशन, या किसी खास विचार पर काम करने में बीतेगी। यह समय काम को एक नई दिशा देने के लिए उपयुक्त रहेगा, बशर्ते आप शांत मन से सोचें।
23–24 अप्रैल को जब चंद्रमा कुम्भ राशि चौथे भाव में होंगे, तब घर या कार्यस्थल से जुड़ी कोई हलचल, बदलाव या आंतरिक डिस्टर्बेंस सामने आ सकती है। यह बदलाव छोटा हो सकता है, लेकिन उसका असर आपके मूड और काम के फ्लो पर पड़ सकता है।
इस हफ्ते आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए की आप सोच-समझकर फैसला लेना, ग़ुस्से से बचना और काम में स्थिरता बनाए रखने पर ध्यान दें।
इस हफ्ते आपकी आर्थिक स्थिति में भावनाओं का असर ज़्यादा रह सकता है। 11वां भाव (कन्या) इस समय खाली है, और उसके स्वामी बुध मीन राशि (5वें भाव) में नीच के होकर स्थित हैं। 25–26 अप्रैल को चंद्रमा भी उसी स्थान में होंगे, जिससे यह संकेत मिलता है कि मन में असंतुलन या भावनात्मक बेचैनी के कारण आप इम्पल्सिव खर्च कर सकते हैं , यानी फिजूलखर्ची कर सकते हैं।
इस समय किसी भी बड़े निवेश या फाइनेंशियल कमिटमेंट को टालना बेहतर रहेगा। आपकी सोच पूरी तरह स्थिर नहीं होगी, इसलिए फैसले जल्दबाज़ी में नहीं लेना चाहिए।
हालांकि 27 अप्रैल को जब चंद्रमा मेष राशि (छठे भाव) में आएंगे, तब आपका रवैया दोबारा थोड़ा प्रैक्टिकल और संतुलित हो जाएगा। यह समय फाइनेंशियल स्थिति को दोबारा समझने और सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए अनुकूल रहेगा।
विद्यार्थियों के लिए यह हफ्ता सेल्फ एनालिसिस करने का है। 13–14 अप्रैल को पढ़ाई में मन नहीं लगेगा, आप बार-बार किसी और चीज़ की तरफ ध्यान देने लगेंगे। किसी पुराने रिजल्ट या फेलियर का असर भी मन पर हो सकता है। लेकिन जैसे ही 15 अप्रैल को चंद्रमा आपकी राशि में आएगा, आपका आत्मविश्वास वापस लौटेगा। 15 से 17 अप्रैल के बीच आप खुद पर भरोसा महसूस करेंगे और अपनी कमजोरियों पर खुलकर काम करेंगे। जो स्टूडेंट्स रिसर्च, मनोविज्ञान, फिलॉसफी या डिटेल ओरिएंटेड फील्ड में हैं, उनके लिए ये समय बहुत ही फलदायक रहेगा। 18–20 अप्रैल को आप रिवीजन और पुराने नोट्स पर फोकस करेंगे। अगर कोई एग्ज़ाम आ रहा है, तो यह समय गंभीर होकर तैयारी करने का है। दोस्तों से पढ़ाई में हेल्प मिल सकती है लेकिन ग्रुप डिस्ट्रैक्शन से बचें। अगर किसी मेंटर से सलाह लें तो वो भी आपके लिए फायदेमंद रहेगा। पढ़ाई के साथ थोड़ा वॉक या ध्यान लगाने से मन शांत रहेगा और याददाश्त बेहतर होगी।
इस हफ्ते सेहत को लेकर थोड़ी सावधानी बरतनी जरूरी होगी। इस सप्ताह मानसिक स्तर पर चिंता, उलझन और मन का बोझ बढ़ सकता है।
21–22 अप्रैल को जब चंद्रमा मकर राशि में रहेंगे, तब आप काम या यात्रा से जुड़ी थकान महसूस कर सकते हैं। यह शारीरिक थकावट के साथ-साथ मानसिक थकान में भी बदल सकती है।
इस समय माइग्रेन, नींद की कमी या नर्वस सिस्टम से जुड़ी हल्की परेशानियां उभर सकती हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप अपनी दिनचर्या को थोड़ा हल्का रखें, भरपूर नींद लें और जरूरत महसूस हो तो थोड़ी देर के लिए अकेले शांत समय बिताएं।
स्वस्थ रहने के लिए पानी अधिक पीना, स्क्रीन टाइम सीमित रखना और भावनाओं को भीतर न दबाना इस हफ्ते आपके लिए बहुत मददगार रहेगा।
23–24 अप्रैल को चंद्रमा का गोचर चौथे भाव (कुंभ) में होगा, जिससे घर के वातावरण में हलचल, अचानक आई तकनीकी दिक्कतें, या किसी डिजिटल या मेकेनिकल चीज के खराब होने की संभावना बन सकती है। यह समय घर में छोटी-छोटी चीज़ों को लेकर व्यस्तता या असंतुलन लेकर आ सकता है।
इस भाव के स्वामी शनि इस समय मीन राशि (5वें भाव) में है और वहां वह राहु, बुध, शुक्र और 25–26 अप्रैल को चंद्रमा के साथ युति कर रहे हैं। इस ग्रह स्थिति से संकेत मिलता है कि आप घर के किसी सदस्य, खासकर बच्चों या परिवार से जुड़ी किसी चिंता को दिल में महसूस करेंगे, लेकिन उसे आसानी से जाहिर नहीं कर पाएंगे।
आपकी सोच में गंभीरता और भावनात्मक जुड़ाव रहेगा, लेकिन शब्दों में वो बातें सामने नहीं आ पाएंगी। ऐसे में मन में थोड़ी बेचैनी या भावनात्मक थकावट महसूस हो सकती है। अगर संभव हो तो किसी भरोसेमंद सदस्य से बात करें, या घर का माहौल हल्का बनाए रखने के लिए थोड़ा समय अपने लिए निकालें।